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Shubham Bhardwaj
अतीत क्या है?कभी वापस न होने वाला लम्हा। भविष्य क्या है?कभी हाथ न आने वाला लम्हा।। जो चल रहा है,वही कुदरत का अनुपम उपहार है। इसी वर्तमान लम्हे में,सारी जिंदगी का सार है।। ©Shubham Bhardwaj #Dhund #अतीत #भविष्य #क्या #है #वर्तमान #अनुपम #उपहार #सार
Sonal Panwar
तारों की झिलमिल रोशनी संग इंद्रधनुषी रंगों की सतरंगी छटा, चांद की चांदनी भी मुस्कुरा रही देख प्रकृति की ये मनोहारी घटा। ©Sonal Panwar प्रकृति की अनुपम घटा 🏞️💫 #Nature #NatureLove #NatureBeauty #nature_photography #प्राकृतिक_चित्रण #प्रकृति #hindi_shayari #Nojoto
NishthaTiwari'Nishi'
Anupam Tripathi
***************************************** मैं ! तुझे छू कर; ‘गु...ला...ब’ कर दूँगा ! ज़िस्म के जाम में, ख़ालिस शराब भर दूँगा !! तू; मेरे आगोश में, इक बार सही; आ तो ज़रा ! ख़ुशबू—सा बिखर जाएगी, सारा हिसाब कर दूँगा !! : अनुपम त्रिपाठी ******************************************* गोयाकि ; ग़ज़ल है ! ग़ज़ल ---- : अनुपम त्रिपाठी और कुछ देर अभी हुस्न सजाये रखिए । नाज़ो—अंदाज़ अगर हैं तो उठाए रखिए ॥ भेद ये; दिल का 'खो....ल' दें न कहीं । अश्क; पलकों में कहीं गहरे दबाए रखिए ॥ देखिए; वक़्त ! दबे पाँव 'गु..ज़..र' जाएगा । दिल के किस्सों से उसे पास बिठाये रखिए ॥ रंगते—ज़िस्म हो कि; हो ये महक़ गेसू की । नीमक़श तीरों को पलकों पे चढ़ाये रखिए ॥ दिल के इस दर्द को न और जुबां देना तुम । ग़म का सहरां यूं ही सीने से लगाए रखिए ॥ किसको मालूम है कि; कब वो इधर आ जाएँ । राह में उनकी नज़र अपनी बिछाए रखिए ॥ देखिए; उनके ! इधर आने की, आई है ख़बर । आस की शम्अ को पुरज़ोर जलाए रखिए ॥ इस तरह बात न कीजै कभी तनहाई से । दिल के ज़ख़्मों को ज़माने से छुपाए रखिए ॥ कौन जाने कि; कभी ख्वाब में आओ ‘अनुपम’ । ज़िस्मे—नाज़ुक को निगाहों से बचाए रखिए ॥ #anupamtripathi #anupamtripathiG @अनुपम पोयेट्री#इश्क़ का अंदाजे़--बयां
SUFIYAN"SIDDIQUI"
बहूत बहूत शुक्रिया आद०तानु जैन जी आपको मेरा शायरी पसन्द आई । दोस्त का उपहार
Parasram Arora
#Pehlealfaaz ज़ब जीवन मे एक मा ने अपनी व्यथा औऱ आँसू से बेटे के बचपन को नहलाया था और जवानी मे बेटे ने माँ को धमकाया था इसे अपनी कविता मे ममताका उपहास लिखूँ या बेटे का माँ के प्रति तिरस्कार लिखू या एक माँ का वातसल्य का उपहार लिखूँ वातसल्य का उपहार