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Nova Changmai
दर क्या है??? एक लंबा हट्टा कट्टा आदमी उसी आवाज से बात कर रही है, और तुम सुनकर डर रही हो, उसको को दर नहीं बोलता है। जो बीते हुए कल है उससे शिक्षा लो, और जो आज करने वाले हो उसे किया नया क्या कुछ कर सकते हो उसके बारे में सोचो ,और डरो उस समय के लिए जो भविष्य में तुम्हारे जीवन को सुनहरी अक्षर में लिखकर जीवन को बदल सकता है। #सीखना #शायरी#कविता#रोमांस#मीनिंग #Motivational #Good #evening
Manoj Bhatt
(हिन्दी का उद्भव और विकास) हिंदी से मैं पढ़ा लिखा हिंदी की बात बताता हूं, हिंदी है मां मेरी में उसकी गाथा गाता हूं। संस्कृत है जननी उसकी उर्दू कि वो बहन बनी, पांचों को फिर गोद लिया ना जाने कितनों का रूप बनी। तुलसी का वो मानस है सुर-मीरा का गीत बनी, वीरों का वो रासो है जन-जन का संगीत बनी। अ अज्ञानी से शुरू हुई ज्ञ ज्ञानी बना कर छोड़ा है, ऐसी है वो मां हिंदी जिसने सबका दिल जोड़ा है। ऐसी हिंदी की गाथा कैसे तुम्हें बताऊं मैं, चंद शब्दों में कैद कर महिमा कैसे गाऊ में ।। (m.bhatt) ©Manoj Bhatt #हिंदी का विकास
Dhir
कई बार लगता है तेरे जाने की उदासी को ओढ़ लूं , कई बार लगता है कि जिंदगी की गाड़ी तेरी ओर फिर से मोड लूं , फिर लगता हे !! दरवाजे पे मिलने आओगी के नहीं , शौंक से देखकर मुस्कुराओगी के नही। कई बार लगता है जिंदगी मैं मोड ही क्यों ही हो ? क्या पता जो रास्ते मैं लोग तेरे जैसे हों, फिर लगता है तेरे जैसे हो गए तो रुक न जाऊं मैं, फिर से उन आंखों मैं डूब न जाऊ मैं। कई बार लगता है जिंदगी जैसे है वही सही हो ओर मेरे इन रास्तों मैं मोड़ कोई न हो ।। ©Dhir लाइफ इस ऑल अबाउट गोइंग इन फ्लो 😊 #Smile
U shivan rajauria
हिंदी दिवस की शुरुआत कैसे हुई? हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत 1953 में भारत के प्रधानमंत्री पद पर पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pandit jawaharlal nehru) ने संसद भवन में 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इसके बाद से हर साल इस दिन को नेशनल हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. ©U shivan rajauria #Hindidiwas हिंदी का प्रारम्भ
Amit Singhal "Aseemit"
हिंदी साहित्यिक मंचों का बहुत वृहत है यह संसार, मंचों के सब रचनाकारों का बन गया है एक परिवार। बहुत गुणी और भांति भांति के रचनाकारों से है भरा, जैसे विभिन्न प्रकार के वृक्षों से भरी है हमारी यह धरा। ©Amit Singhal "Aseemit" #हिंदी #साहित्यिक #मंचों #का