Find the Latest Status about muhammad iqbal books from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.
Heer
किताबें बड़ी हसरत लिए बंद अलमारी के शीशों से झांकती किताबें, सोचती होगी पहले जिनसे रोज़ होती थी बातें, अब तो महीनों होती नही मुलाक़ातें। जो रातें गुजरती थी अक्सर साथ में, आज वो कटती है computer के साथ में, देख बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें क्योंकि, उन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है। जो किस्से कहानियां वो सुनाती थीं, battery जिनकी कभी न खत्म होती थी, वो झलक अब नजर कही आती नही, रिश्ते रह गए उजड़े उजड़े, घर हो गया अब खाली खाली। जुबां पर ज़ायका आता था जो एक अल्फाज़ निकलता था, अब उँगली click करने से बस एक झपकी गुज़रती है, बहुत कुछ तबाह हो गया और बचा है वो परदे पर खुलता चला जाता है। किताबों से जो काटी जाती थी राते सीने से लिपटे हुए गुजरते थी जो रातें, कभी गोदी में तो कभी घुटनों के बल बैठ पढ़ते थे, कभी अजीब सी सूरत बनाकर मुस्कुराया करते थे, सजदे में कभी छूते थे जबीं से, जाने कहा को गया वो सुकून Robot के इस जहान में। ©Heer #Books
daisykavi
எம் நூலகபணிக்கு நன்றி. எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான் ©daisykavi #Books
daisykavi
எம் நூலகபணிக்கு நன்றி. எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான் ©daisykavi #Books
Navash2411
लगता है गहरे जख्मों की कहानी लिखी है, यादों की धुंध में छुपी रात पुरानी लिखी है। हस्ती को खुद में समाने की बात करते हो, शायद उस किताब में कोई निशानी रखी है। ©Navash2411 #Books
mereshabd.1
सारी पढ़ाई लिखाई धरी रह जाती हैं जब जिंदगी अपना सिलेबस बदलती हैं ©mereshabd.1 #Books # life
Shanawaz Sheikh
White Shams-o-qamar Aur thay an-gint taaray asmaan mein, Par Chiragh-e-Ahmed jala to roshni Hui thi jahaan mein. ©Shanawaz Sheikh #sad_shayari #muhammadﷺ #Muhammad
#sad_shayari #Muhammadﷺ #Muhammad #भक्ति #muhammadﷺ
read moreसंस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages
उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः ! न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः !! हिन्दी अर्थ : दुनिया में कोई भी काम सिर्फ सोचने से पूरा नहीं होता बल्कि कठिन परिश्रम से पूरा होता है. कभी भी सोते हुए शेर के मुँह में हिरण खुद नहीं आता. ©संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages #Books
Radhe Shyam
देखा है जबसे तेरी लहराते जुल्फों को, सच कहते हैं तबसे हम चैन और सुकून को तरस गए। बेपनाह मोहब्बत हो गई तुमसे एक दीदार पर, न जाने कैसे हम पत्थर थे फिर भी पिघल गए। अब हो गया हूँ मगरूर मैं भी तेरे इश्क में, एक तेरे सिवा कोई चाँद मुझे दिखता नहीं। खामोश ही रहकर सही इकरार कर ले मेरी मोहब्बत का, क्यूँकी बिन देखे तूझे अब मुझे चैन होता नहीं। ✍️✍️Radhe Shyam. ©Radhe Shyam #Iqbal&Sehmat