Find the Latest Status about हे शारदे माँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हे शारदे माँ.
Anup kumar Gopal
हे हंस वाहिनी हंस पर सवार होके चली आना मेरे द्वार। तुम ज्ञान की देवी, ज्ञान से प्रकाशित कर देना। तुमसे श्रृष्टि है सारी, बुद्धि-विवेक भर देना। वीणा वादनी,पुस्तकधारणी, गीत-संगीत,साहित्यकार बना देना। बल से बुद्धि बड़ा है, तेरी कृपा से दुनियां खड़ा है। ©Anup kumar Gopal हे शारदे माँ #City
Sunil itawadiya
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँहे शारदे माँ, हे शारदे माँ हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँ हे शारदे माँ..तू स्वर की देवी, ये संगीत तुझसे हर शब्द तेरा है, हर गीत तुझसे हम है अकेले, हम है अधूरे तेरी शरण हम, हमें प्यार दे माँ हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँमुनियों ने समझी, गुनियों ने जानी वेदोंकी भाषा, पुराणों की बानीहम भी तो समझे, हम भी तो जाने विद्या का हमको अधिकार दे माँहे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँतू श्वेतवर्णी, कमल पर विराजे हाथों में वीणा, मुकुट सर पे साजेमनसे हमारे मिटाके अँधेरे, हमको उजालों का संसार दे माँहे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँहे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँहे शारदे माँ, हे शारदे माँ हे शारदे माँ, हे शारदे माँ 🙏🙏🙏🙏🙏 हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँहे शारदे माँ, हे शारदे माँ हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तारदे माँ हे शार
Dr Garima tyagi
सभी को बसंत पंचमी की अंनत शुभकामनायें 💐💐💐 ©Dr Garima tyagi सभी को बसंतोत्सव की अनंत शुभकामनायें 💐💐💐 हे शारदे माँ, हे शारदे माँ श्वेत हँस विराजत, कमल जिसके साजत, वो वसुधा वाग्देवी, श्वेत वसनों से सज्
Pnkj Dixit
🌷 हे शारदे माँ! माँ .... हे शारदे माँ ! माँ सरस्वती हृदय से तुम्हें ध्याऊँ ज्ञानदायिनी माँ वीणाधारिणी तेरी ही महिमा गाऊँ ज्ञान की रोशनी देकर हमें तूने दिनकर-सा बनाया दिव्य रुप वसुधा पर , माँ हमने तुमसे ही पाया आपके ज्ञान से माँ मैं सोया भाग्य जगाऊँ आपके चरणों में मैं ...नित-नित शीश नवाऊँ हे शारदे माँ! माँ .... ज्ञान की ज्योत से ,इस जग को जगमगाया कण - कण को मोती ,अज्ञानी को ज्ञानी बनाया इस धरा पर आ कर के मेरे सभी अवगुण मिटाए तेरे ही आशीष से माँ प्रेम मर्यादा के हैं गुण पाए हर भटके हुए राही को मैं , सत्य की राह दिखाऊँ हे शारदे माँ ! कमल चरणों में शीश नवाऊँ हे शारदे माँ! माँ .... सुकर्म पथ पर माँ शारदे तूने ही चलना सिखाया धर्म की डगर मुझको दिखाकर धर्म मर्मज्ञ मुझे बनाया वेद-वाणी की ज्ञानवाणी के सागर में डुबोकर सद आचरण और संस्कारों का अमृत पिलाया मैं हरेक घर में विद्या का हरेक दिवस दीप जगमगाऊँ तेरी ही कृपा से ओ मेरी मैया हरेक मन का अंधकार मिटाऊँ हे शारदे माँ! माँ .... १५/०१/२०२२ 🌷👰💓💝 ...✍️ कमल शर्मा‘बेधड़क’ ©Pnkj Dixit 🌷 हे शारदे माँ! माँ .... हे शारदे माँ ! माँ सरस्वती हृदय से तुम्हें ध्याऊँ ज्ञानदायिनी माँ वीणाधारिणी तेरी ही महिमा गाऊँ ज्ञान की रोशन
Pnkj Dixit
🌷 हे शारदे माँ! माँ .... हे शारदे माँ ! माँ सरस्वती तुम्हें हृदय से ध्याऊँ ज्ञानदायिनी माँ वीणाधारिणी तेरी महिमा सुनाऊँ ज्ञान की देकर रोशनी,हमें दिनकर-सा बनाया दिव्य रुप वसुधा पर , माँ तुमसे ही है पाया आपके ज्ञान से माँ मेरा सोया भाग्य जगाऊँ श्री कमल चरणों में मैं नित-नित शीश झुकाऊँ हे शारदे माँ! माँ .... ज्ञान की ज्योति से तूने ,इस जग को चमकाया कण - कण को मोती ,अज्ञानी को हीरा बनाया इस धरा पर हो अवतरित मेरे अवगुण मिटाए तेरे आशीष से प्रेम नेह मर्यादा के हैं गुण पाए भटके हुए राही को , मैं सत्य पथ की राह दिखाऊँ हे हंसवाहिनी माँ ! तेरे कमल चरणों में शीश नवाऊँ हे शारदे माँ! माँ .... कर्म पथ पर मैया , तूने ही चलना सिखाया धर्म मार्ग दिखाकर ,। मुझे धार्मिक बनाया वेद-वाणी की ज्ञानवाणी को बरसाकर के संस्कृति संस्कारों का तूने अमृत पिलाया मैं घर - घर विद्या का हर दिवस दीप जलाऊँ तेरी कृपा से मैया हर उर से अंधकार मिटाऊँ हे शारदे माँ! माँ .... १५/०१/२०२२ 🌷👰💓💝 ...✍️ कमल शर्मा‘बेधड़क’ ©Pnkj Dixit 🌷 हे शारदे माँ! माँ .... हे शारदे माँ ! माँ सरस्वती तुम्हें हृदय से ध्याऊँ ज्ञानदायिनी माँ वीणाधारिणी तेरी महिमा सुनाऊँ ज्ञान की देकर
Rahul Ashesh
आशीष दो हे भारती कर्तव्य पथ पर हम चलें जो भी मिले हमको यहाँ सब मुस्कुराकर हम सहे लाखों निराशाएँ यहाँ आकर है हमको घेरती जितनी भी है खुशियाँ सभी अब हमसे मुँह है फेरती हे शारदे वरदान दो इन पर विजय हम पा सके हम ज्ञान से विज्ञान से हम ध्यान से अनभिज्ञ है हम धर्म से हम कर्म से तेरे मर्म से अनभिज्ञ है वागेश्वरी वरदान दो तम से कभी हम न डरे ©Rahul Meena हे शारदे...
HANAMANT YADAV (कवीराज)
हे शारदे... हे शारदे ओज ईश्वरी। कृपा करी मजवरी। विस्कटलो गुरफटलो। अंधार्या या सागरी ।।धृ।। उसळू दे शब्दसूमने । जणू आसमानी तारांगणे । जिंकूनी सारी मने। प्रकाशूदे हे वाघेश्वरी ।।१।। वीना तुझी वाजू दे। डंका असा वाजू दे । शब्द माझे पेटू दे । या जगीच्या वाचेवरी ।।२।। कवीराज हे शारदे....
Pradyumn awsthi
हे शारदे मां , हे शारदे मां अज्ञानता से हमें तार ते मां ©"pradyuman awasthi" #हे शारदे मां