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Er.sonusitaram Dhanuk
चेहरे की सिलवटे,, बता रही है कि.. शख्स मौन होकर दहाड़ा बहुत है..। ©Er.sonusitaram Dhanuk चेहरे की सिलवटे,, बता रही है कि.. शख्स मौन होकर दहाड़ा बहुत है..। CR suman kadvasra
karishma Gujjar motivation quote
कल मैंने सभी लेखकों को प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए एक मैल लिखा नोजोटो टीम को उसे आप नीचे Coptaion में पढ़ें और नोजोटो टीम की उस मैल पर प्रक्रिया बहुत ही सराहनीय रही पुरा लेख पढ़ें। ©karishma Gujjar motivation quote नमस्कार नोजोटो टीम में करिश्मा जो की आपके हमारे प्रिय नोजोटो ऐप पर लिखते https://nojoto.page.link/JfSNv हुये मुझे एक साल से ऊपर का समय कब
वंदना ....
Secret Spiritual
White संसार में बहुत दुख हैं, बुरी है निराशा है, परंतु पौधो पर कांटे होने से फूलों की, उनके रंगो की, उन पर मंदरा रही तितलियों की, हवा में फेल रही सुगंध की सुंदरता कम नहीं होती... ©Secret Spiritual संसार में बहुत दुख हैं, बुरी है निराशा है, परंतु पौधो पर कांटे होने से फूलों की, उनके रंगो की, उन पर मंदरा रही तितलियों की, हवा में फेल रही
Mehfuza
White कितना अजीब सा रिश्ता बन गया तुमसे। ना मोहब्बत हो रही है! ना नफरत हो रही है! ©Mehfuza #mountain कितना अजीब सा रिश्ता बन गया तुमसे। ना मोहब्बत हो रही है! ना नफरत हो रही है!
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
चौपाई छन्द :- पीर पराई बनी बिवाई । हमको आज कहाँ ले आयी ।। मन के अपनी बात छुपाऊँ । मन ही मन अब रोता जाऊँ ।। चंचल नैनो की थी माया । जो कंचन तन हमको भाया ।। नागिन बन रजनी है डसती । सखी सहेली हँसती तकती ।। कौन जगत में है अब अपना । यह जग तो है झूठा सपना ।। आस दिखाए राह न पाये । सच को बोल बहुत पछताये ।। यह जग है झूठों की नगरी । बहु तय चमके खाली गगरी ।। देख-देख हमहूँ ललचाये । भागे पीछे हाथ न आये ।। खाया वह मार उसूलो से । औ जग के बड़े रसूलों से ।। पाठ पढ़ाया उतना बोलो । पहले तोलो फिर मुँह खोलो ।। आज न कोई उनसे पूछे । जिनकी लम्बी काली मूछे । स्वेत रंग का पहने कुर्ता । बना रहे पब्लिक का भुर्ता ।। बन नीरज रवि रहा अकाशा । देता जग को नित्य दिलाशा । दो रोटी की मन को आशा । जीवन की इतनी परिभाषा ।। लोभ मोह सुख साधन ढूढ़े । खोजे पथ फिर टेढे़ मेंढ़े । बहुत तीव्र है मन की इच्छा । भरे नहीं यह पाकर भिच्छा ।। राधे-राधे रटते-रटते । कट जायेंगे ये भी रस्ते । अपनी करता राधे रानी । जिनकी है हर बात बखानी । प्रेम अटल है तेरा मेरा । क्या लेना अग्नी का फेरा । जब चाहूँ मैं कर लूँ दर्शन । कहता हर पल यह मेरा मन ।। २४/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR चौपाई छन्द :- पीर पराई बनी बिवाई । हमको आज कहाँ ले आयी ।। मन के अपनी बात छुपाऊँ । मन ही मन अब रोता जाऊँ ।। चंचल नैनो की थी माया । जो कंच
Rameshkumar Mehra Mehra
समझ रही हो ना तुम...... ©Rameshkumar Mehra Mehra # किसी के लिए खुली किताब मत बनो तुम,टाईम पास का दौर है,पढ कर फैक जाओगी,समझ रही हो ना तुम.....
Devesh Dixit
किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लगातार मेरे कानों से, आकर अब भी टकरा रही थी। ढूँढा उसको मैंने, पर कहीं न पाया, आवाज़ ने उसकी, कहर बरसाया। ध्यान को केंद्रित भी नहीं कर पाया, इस कदर उसने मुझको भटकाया। ध्यान लगाया आवाज़ पर, तो पाया, हल्की सी दबी साँसों को सुन पाया। कहीं पर लगा था ढेर, किताबों का, जिस पर लगी धूल को मैं देख पाया। निकलने लगा मैं जब वहाँ से, बोली तभी किताब तपाक से। यूँ ही देख कर मुझे जा रहे हो, मुझे बिना सुने ही भाग रहे हो। सुन कर दुविधा में आ गया, रुका मैं इंसानियत के नाते। तब जाकर समझ में आया, कि किताबें करती हैं बातें। ......................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #किताबें_करतीं_हैं_बातें #nojotohindi #nojotohindipoetry किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लग
Poet Maddy
यूं नज़रे झुकाकर जो तुम मुस्कुरा रही हो, कसम खुदा की दिल में उतरती जा रही हो......... हमने इक नज़र तुम्हारी तरफ़ क्या देख लिया, तुम तो अपने दौलत-ए-हुस्न पर इतरा रही हो...... ©Poet Maddy यूं नज़रे झुकाकर जो तुम मुस्कुरा रही हो, कसम खुदा की दिल में उतरती जा रही हो......... #Smile#Eyes#Swear#God#Heart#Look#Boasting#Wealth#Beauty