Find the Latest Status about जिम्मेदारियों का बोझ कविता तिवारी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जिम्मेदारियों का बोझ कविता तिवारी.
Khan Sahab
दर्द में डूबे हुए नग्मे हज़ारों हैं मगर, साज़-ए-दिल टूट गया हो तो सुनायें कैसे... बोझ होता जो ग़मों का तो उठा भी लेते, ज़िंदगी बोझ बनी हो तो उठायें कैसे...! ©Khan Sahab #जिंदगी बोझ बनी हो तो....
#जिंदगी बोझ बनी हो तो....
read moreDeepak Kumar 'Deep'
Girl quotes in Hindi ज़मीन भी थक गई है, पापियों का बोझ उठाते-उठाते! शर्म तुमको ऐ मुर्ख इंसान, फिर भी नहीं आती!! ✍️ ©Deepak Kumar 'Deep' #बोझ
niharika nilam singh
बेटियां बोझ नहीं हैं बल्कि सारे संसार का बोझ उसके कन्धों पर है ... my cutee #cutebaby #GirlChild #मोटिवेशनल
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी पत्थरो से दिल है पर्वत पहाड़ो के फिर भी जगह पेड़ पौधों को देते है सन्तुलन प्रकृति का बना रहे सहयोग बढ़चढ़कर देते है मानव ही ऐसा दुर्लभ प्राणी है सब कुछ उजाड़ने में लगा है चिंता करके पर्यावरण के नाम पर जुर्माना वसूल कर मस्त पड़ा है आने वाली पीढ़ियों का नही बचेगा स्वास्थ्य विकृत शरीर और मन का बोझ लिये घूमेगा प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #short_shyari विकृत शरीर और मन का बोझ लिये मानव घूमेगा #nojotohindi
#short_shyari विकृत शरीर और मन का बोझ लिये मानव घूमेगा #nojotohindi #कविता
read moreHARSH369
White सब कुछ करना पड़ता है जिम्मेदारी के बोझ मे हर वक़्त से निपटना पढ़ता है जिम्मेवारी के बोझ मे नीच से नीच काम हो,या काम हो जोखिम भरा, खारे समुन्द्र से भी गुजरना पढ़ता है जिम्मेदारी के बोझ मे..! कुछ लोग युं हि सो सो कर जिन्दगी बरबाद करते हैं फिर बुढ़ापे मे रो रो कर जिन्दगी से बात करते हैं क्यूं दि हमको हि इतनी दुख तकलीफ सारी दुनिया कि आस लिये कि गुजर जाये जिन्दगी यही दुवा करते हैं.. गुजरना तो सभी को पढ़ेगा चाहे जी जी कर या मर कर इसे ही तो जीवन कि कढ़ी कहते हैं सब कुछ करना पढ़ता है जिम्मेदारी के बोझ मे..!! ©HARSH369 #जिम्मेदारी के बोझ तले
#जिम्मेदारी के बोझ तले #विचार
read moreArora PR
White मेरे हिस्से की जवानी क़ो ये बुढ़ापा पूरी तरह पी गया है अब इस बुढ़ापे का बोझ इतना भारी हैँ कि मुझसे उठाये नहीं उठता ©Arora PR बोझ
बोझ #कविता
read moreAlok Ranjan
White आपके आस पड़ोस, परिवार या जाननेवालों में से कुछ ऐसे भी लोग होंगे जो, समाज के अनकहे शब्दों के बोझ से थककर या किसी अन्य कारणों से, अंतर्मन की पीड़ा को समेटकर खामोश, मौन, चुप रहना ही बेहतर समझते होंगे ! इस तरह से... खामोश, मौन, चुप... रहने की वजह... उनकी समझदारी माना जाए, मजबूरी समझा जाए या शब्दों की कमी... ये तो ईश्वर जाने...! परन्तु, भागमभाग के इस दौर में वे शायद एकांत-शांत जीवन जीना चाहते होंगे ! लेकिन, यह तय है कि उनकी खामोशियाँ, कुछ कर गुज़रने के लिए उसके हृदय, मस्तिष्क में बेहद शोर करती होंगी, कोलाहल मचाती होंगी... उन्हें अवश्य झकझोरती भी होंगी ! 😊 ©Alok Ranjan #nightthoughts #पड़ोस, #परिवार #समाज #अनकहे #बोझ #अंतर्मन #बोझ #खामोशी #मौन
Koyes Ali
करो दिल से सजदा,इबादद बनेगी! करो मां _बाप का इबादद,अमानत बनेगी! क्युकी जैसे करनी ओयेसे भर ना परेगी! ©Koyes Ali ##मां बाप का बच्चे बोझ नहीं होते! मां बाप बच्चे का बोझ होते🥲🥲##
##मां बाप का बच्चे बोझ नहीं होते! मां बाप बच्चे का बोझ होते🥲🥲## #Motivational
read more