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Biikrmjet Sing

आंख मीच मग सूझ न जाई ताहें अनंत मिले किम भाई।। 2. एह नेत्रो मेरिओ हर तुम मैं जोत धरी हर बिन अवर न पेखो कोई नदरी हर निहालेया।।

अर्थ:- आंख बंद करके तो चलने वाले को रास्ता भी नहीं दिखता फिर आँख बंद करके ध्यान करने वाले को बिना देखे निराकार प्रकाश के दर्शन कैसे होंगे? 2. है मेरे नैनो में बसे मन इन शरीरिक नेत्रों में रब ने अपना प्रकाश यानी जोत भरी है इनके द्वारा तुम सिर्फ खाली स्पेस में बैठे निराकार प्रकाश को ही देखो और देख देख कर निहाल होते रहो।।

©Biikrmjet Sing #नेत्र

Nisha Sharma

नेत्र #विचार

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नेत्र केवल दृष्टि प्रदान करते है,
हम कहा क्या देखते है,यह हमारी मन की भावना पर निर्भर करता है...... नेत्र

Hiren. B. Brahmbhatt

हमारी भावनाओं पर ही ,
     सब निर्भर करता है,
कब किसमे हम क्या देखते हैं,
    नेत्र तो केवल दृष्टि प्रदान करते हैं .. #भावनाएं #नेत्र

Akash

हेल्लो फ्रेंड्स में नोजोटो में नया हूं 
 प्लीज़ सपोर्ट करो

©Akash #नेत्र 

#Mic

Ravi Shankar Vidyarthi

नेत्र संवाद

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PRAMYE27026

मैं उनसे बेहतर हूं जिनके घर में मेरे नाम के चर्चे होते हैं ,
क्योंकि हर घर में राम की फोटो लटकाई जाती है रावण की
 नहीं है ||

©PRAMYE27026 #Anger #नेत्र  #Najar

अविरल अनुभूति

दृष्टि #Quotes

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हम आधा ही देखते है, आधा सुनते है, आधा समझते है और आधा ही जीते है, हमारी दृष्टि सदा अपूर्ण ही रहती है।
पूर्ण मिदम🥰🙏🪷

©अविरल अनुभूति दृष्टि

kapil

"भाई स्वैग तो कबीर दास जी का था
जब तक जिये संस्थागत धर्मों की धुनाई की
और जब मरे तो इनके शरीर के लिए 
वही धार्मिक आपस में लड़ रहे थे।"

"कबीरा खड़ा बाज़ार में मांगे सब की ख़ैर
ना भक्तन से दोस्ती ना चमचन से बैर"

#कठोर_Liberal

©kapil #दृष्टि

Vivek

Biikrmjet Sing

सर्ब निधान जा की दृष्टि माहे।। पूर्ब लिखे का लहना पाहे।।

अर्थ- सम्पूर्ण नाम की विधि जिससे मन का बन्धनों से छुटकारा होना है! जिस गुरमुख की दृष्टि में परमात्मा डालता है यानी जिस मनरुह की दृष्टि खोलता है परमात्मा, ओर यह नाम=परमेश्वर=प्रकाश को ध्याने की दृष्टि यानी वह गुर व योगिक कला नेत्रों से निराकार को देखने व निहारने की वही लेता है जिसकी पहले जन्मो में इतनी भगती व गोबिंद मिलन की तड़प हो, वही लहना यानी लेने वाला यानी ऐसे नाम को लेने वाला परमात्मा से गुरमुखों द्वारा बनता है।।

©Biikrmjet Sing #दृष्टि
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