Nojoto: Largest Storytelling Platform

New रैशनल नंबर का हिंदी मीनिंग Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about रैशनल नंबर का हिंदी मीनिंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रैशनल नंबर का हिंदी मीनिंग.

Stories related to रैशनल नंबर का हिंदी मीनिंग

    LatestPopularVideo

Real Foundation Guru

Sanjit.Rajbhar

प्याज टमाटर की मीनिंग #कॉमेडी

read more

Manju Bahuguna

# सबके चश्मे का नंबर #शायरी

read more

Dharminder Dhiman

एक नंबर का झूठा

read more
एक नंबर का झूठा,"हाँ" सही सुना।
एक नंबर का झूठा हूं..."मैं"...?
मेरी बातों में मत आना....
हाँ सच..,एक बात और,
कल मैंने कहा था ना,
कि तुम बहुत सुंदर हो....! एक नंबर का झूठा

Savita Nimesh

होस्टल का रूम नंबर 13 #हॉरर

read more
मैं कॉलेज हॉस्टल में न्यू आई थी वहां पता लगा मेरा रूम नम्बर 13  है ।
वहा खड़े कुछ स्टूडेंट के चेहरे का रंग उड़ गया था वो आखों ही आखों में ना जाने क्या बात कर रहे थे, खैर मैंने अपना सामान उठाया और अपने रूम की तरफ जाने लगी सभी मुझको बहुत अजीब सी नज़रों से देख रहे थे।
मैं अपने रूम में आई और अपना सामान लगाने लगी।
क्लास शुरू होने ही वाली थी मैने जल्दी से काम खत्म किया और क्लास में पहुंच गई। मैडम ने मेरा परिचय पूरी क्लास से कराया और सबने अपना परिचय मुझसे कराया, मुझे बहुत अच्छा लगा।
लेकिन क्लास खत्म होने के बाद मैंने सबसे अपना पेंडिंग वर्क मांगा तो सबने को न कोई बहाना बना के मना कर दिया।
तब मैं निराश सी होकर एक एकांत कोने में जा बैठी ।
तभी एक लड़की मेरे पास आई और बोली  तुम क्लास में काम मांग रही थी ना, ये लो मेरा वर्क काम होने के बाद वापस कर देना।
मेरे चेहरे पर एक तरफ खुशी थी तो दूसरी तरफ एक सवाल था कि ये लड़की क्लास में तो थी नहीं फिर इसको ये सब कैसे पता, पर खैर मुझे क्या मुझे तो वर्क मिल गया था
मैं जैसे ही उसका नाम पूछने के लिए मुड़ी वो वहां नहीं थी।
मै जब शाम को अपने रूम में पहुंची और पेंडिंग वर्क कंप्लीट करने में लग गई, 12 बज गए मेरा वर्क होने में, अचानक आंधी चलने लगी मेरे रूम की खिड़की बहुत तेज तेज बजने  लगी।
आसमान में बिजली कड़कने और बादल गरजने की आवाज से में सिहर गई , ऊपर से लाइट भी चली गई।
मैंने मोबाइल टॉर्च जला के मोमबत्ती ढूंढ के जलाई , तभी मेरा डोर किसी ने बजाया
ठक्क ठक्क ठक्क ठक्क्क
मैं मोमबत्ती हाथ में लिए दरवाज़ा खोलने लगी दरवाजा अपने आप झटके से खुल गया और हवा के झोंके से मोमबत्ती बुझ गई
मुझे कुछ भी साफ साफ नहीं दिख रहा था बस एक लड़की की परछाई दिखी मैने पूछा कौन हो इतनी रात गए क्या काम है मुझसे, अचानक मेरे पीछे की खिड़की फिर हवा से बजने लगी मैं खिड़की की तरफ बढ़ी तो लाईट भी आ गई, मैने जैसे ही पीछे मुड़कर दरवाज़े की तरफ देखा तो वहा कोई नही था।
अगले दिन सुबह मैंने अपने आस पास के सभी रूम की लड़कियों से पूछा की क्या कल तुम मेरे रूम पर आई थी पर सभी ने मना कर दिया,खैर फिर मैं इस बात को भूल गई और अपने में व्यस्त हो गई।
मैं वो सभी नोट्स वापस करने के लिए उस लड़की का इंतजार किया पर वो शायद आज आई ही नहीं थी।
तभी मैंने कुछ लड़कियों को आपस में बाते करते सुना की कल फिर से रूम नम्बर 13  की सुधा फिर से होस्टल में घूमती हुई कुछ लोगो ने देखी, ये सब सुनते ही मुझे सब समझ आ गया और मैं वही बेहोश हो गई।

©Savita Nimesh होस्टल का रूम नंबर 13

Savita Nimesh

होस्टल का रूम नंबर 13 #हॉरर

read more
मैं कॉलेज हॉस्टल में न्यू आई थी वहां पता लगा मेरा रूम नम्बर 13  है ।
वहा खड़े कुछ स्टूडेंट के चेहरे का रंग उड़ गया था वो आखों ही आखों में ना जाने क्या बात कर रहे थे, खैर मैंने अपना सामान उठाया और अपने रूम की तरफ जाने लगी सभी मुझको बहुत अजीब सी नज़रों से देख रहे थे।
मैं अपने रूम में आई और अपना सामान लगाने लगी।
क्लास शुरू होने ही वाली थी मैने जल्दी से काम खत्म किया और क्लास में पहुंच गई। मैडम ने मेरा परिचय पूरी क्लास से कराया और सबने अपना परिचय मुझसे कराया, मुझे बहुत अच्छा लगा।
लेकिन क्लास खत्म होने के बाद मैंने सबसे अपना पेंडिंग वर्क मांगा तो सबने को न कोई बहाना बना के मना कर दिया।
तब मैं निराश सी होकर एक एकांत कोने में जा बैठी ।
तभी एक लड़की मेरे पास आई और बोली  तुम क्लास में काम मांग रही थी ना, ये लो मेरा वर्क काम होने के बाद वापस कर देना।
मेरे चेहरे पर एक तरफ खुशी थी तो दूसरी तरफ एक सवाल था कि ये लड़की क्लास में तो थी नहीं फिर इसको ये सब कैसे पता, पर खैर मुझे क्या मुझे तो वर्क मिल गया था
मैं जैसे ही उसका नाम पूछने के लिए मुड़ी वो वहां नहीं थी।
मै जब शाम को अपने रूम में पहुंची और पेंडिंग वर्क कंप्लीट करने में लग गई, 12 बज गए मेरा वर्क होने में, अचानक आंधी चलने लगी मेरे रूम की खिड़की बहुत तेज तेज बजने  लगी।
आसमान में बिजली कड़कने और बादल गरजने की आवाज से में सिहर गई , ऊपर से लाइट भी चली गई।
मैंने मोबाइल टॉर्च जला के मोमबत्ती ढूंढ के जलाई , तभी मेरा डोर किसी ने बजाया
ठक्क ठक्क ठक्क ठक्क्क
मैं मोमबत्ती हाथ में लिए दरवाज़ा खोलने लगी दरवाजा अपने आप झटके से खुल गया और हवा के झोंके से मोमबत्ती बुझ गई
मुझे कुछ भी साफ साफ नहीं दिख रहा था बस एक लड़की की परछाई दिखी मैने पूछा कौन हो इतनी रात गए क्या काम है मुझसे, अचानक मेरे पीछे की खिड़की फिर हवा से बजने लगी मैं खिड़की की तरफ बढ़ी तो लाईट भी आ गई, मैने जैसे ही पीछे मुड़कर दरवाज़े की तरफ देखा तो वहा कोई नही था।
अगले दिन सुबह मैंने अपने आस पास के सभी रूम की लड़कियों से पूछा की क्या कल तुम मेरे रूम पर आई थी पर सभी ने मना कर दिया,खैर फिर मैं इस बात को भूल गई और अपने में व्यस्त हो गई।
मैं वो सभी नोट्स वापस करने के लिए उस लड़की का इंतजार किया पर वो शायद आज आई ही नहीं थी।
तभी मैंने कुछ लड़कियों को आपस में बाते करते सुना की कल फिर से रूम नम्बर 13  की सुधा फिर से होस्टल में घूमती हुई कुछ लोगो ने देखी, ये सब सुनते ही मुझे सब समझ आ गया और मैं वही बेहोश हो गई।

©Savita Nimesh होस्टल का रूम नंबर 13

Nova Changmai

दर  क्या है??? एक लंबा हट्टा कट्टा आदमी उसी आवाज से बात कर रही है,  
और तुम सुनकर डर रही हो, उसको को दर नहीं बोलता है। 
जो बीते हुए कल है उससे शिक्षा लो, और जो आज करने वाले हो उसे किया नया क्या कुछ कर सकते हो उसके बारे में सोचो ,और डरो उस समय के लिए जो भविष्य में तुम्हारे जीवन को सुनहरी अक्षर में लिखकर जीवन को बदल सकता है। #सीखना #शायरी#कविता#रोमांस#मीनिंग #Motivational #Good #evening

Ek Alfaaz Shayri

सहेली का भी नंबर चाहिए इनको #anamikaamberlovers #शायरी

read more

komal yadav

नंबर देने का तरीका 🙏🙏🙏 #Shayari

read more

Manoj Bhatt

#हिंदी का विकास

read more
(हिन्दी का उद्भव और विकास)

हिंदी  से मैं पढ़ा लिखा  
हिंदी की बात बताता हूं,
हिंदी     है     मां     मेरी 
में उसकी गाथा गाता हूं।

संस्कृत है जननी उसकी  
उर्दू   कि  वो  बहन  बनी,
पांचों को फिर गोद लिया 
       ना जाने कितनों का रूप बनी।

तुलसी का वो मानस है  
सुर-मीरा का गीत बनी,
वीरों   का  वो   रासो  है 
  जन-जन का संगीत बनी।

 अ  अज्ञानी से  शुरू  हुई
      ज्ञ  ज्ञानी बना कर छोड़ा है,
ऐसी   है   वो  मां  हिंदी 
       जिसने सबका दिल जोड़ा है।

ऐसी  हिंदी  की  गाथा  
कैसे   तुम्हें   बताऊं   मैं,
 चंद  शब्दों  में  कैद  कर  
 महिमा   कैसे  गाऊ में ।।
                     (m.bhatt)

©Manoj Bhatt #हिंदी का विकास
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile