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Kailash Yede
जो खानदानी रइश है वो, मिजाज रखते है नर्म अपना... तुम्हारा लहजा, बता रहा है तुम्हारी दौलत नई -नई है.... ©Kailash Yede रहिस #bornfire
_Ram_Laxman_
ओखर आय के अगोरा मा, मोर जिनगी हा जुच्छा पोहावत हे । अऊ घर के जिम्मेदारी हा संगी, रतिहा मा अड़बड़ रोवावत हे । पहली तो ओखर सुरता मा मोला थोरकुन भी नींद नई आत रहिस, फेर अब, अपन बारे मा सोंचथो ता मोला नींद का चैन घलो नई आवत हे । ©_Ram_Laxman_ ओखर आय के अगोरा मा, मोर जिनगी हा जुच्छा पोहावत हे । अऊ घर के जिम्मेदारी हा संगी, रतिहा मा अड़बड़ रोवावत हे । पहली तो ओखर सुरता मा मोला थोर
ओखर आय के अगोरा मा, मोर जिनगी हा जुच्छा पोहावत हे । अऊ घर के जिम्मेदारी हा संगी, रतिहा मा अड़बड़ रोवावत हे । पहली तो ओखर सुरता मा मोला थोर #Hindi #शायरी #hindi_poetry #hindi_poem #motavitonal #hindisaidsayri
read moreVibhor VashishthaVs
Meri Diary#Vs❤❤ आस के खेत में बीज को बोन के, काज किये हम बंद हैं सारे..... भीतर ही भीतर हैं खुद से लड़त हम, परिणाम नहीं अबहू अच्छे हमारे..... आग लगी अब भीतर ऐसी कुछ ना बचा, जले जो हम सारे के सारे..... आस ना मो को अब कोनो रहिस से, हम तो हैं अब श्री रघुनाथ सहारे....... जो भी करैं श्री रघुनाथ महाप्रभु, स्वीकार प्रभु सभी निर्णय तुम्हारे..... तार दियो या फिर मार दियो प्रभु, तरफ से नहीं कोई किंतु हमारे देहली पे माथ टिका कर, करते हैं हम नित अनुराग तुम्हारे...... कीजो कृपा हे कृपानिधि मोरे, और दीजो चरनन में स्थान तुमहारे.... 🙏🚩🏵जय जय प्रभु श्री राम🏵🚩🙏 ✍️Vibhor vashishtha Vs Meri Diary#Vs❤❤ आस के खेत में बीज को बोन के, काज किये हम बंद हैं सारे..... भीतर ही भीतर हैं खुद से लड़त हम, परिणाम नहीं अबहू अच्छे हमारे.....
Meri DiaryVs❤❤ आस के खेत में बीज को बोन के, काज किये हम बंद हैं सारे..... भीतर ही भीतर हैं खुद से लड़त हम, परिणाम नहीं अबहू अच्छे हमारे..... #yourquote #yqdidi #shreeram #yqhindi #YourQuotes #yqquotes #yourquotedidi
read moreमुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
अमीर ने नींद से सवाल पूछा मेरे पास सब कुछ होक भी तू मेरे यहाँ क्यों नहीं आती आखिर ऐसा भी क्या हे उस गरीब की गली में जो तू हर रात वही जाती हैं तो नींद ने भी उसे बड़ी खूबी से जवाब दिया में आमिर और गरीब देख के नहीं आती में सुकून देख के आती हु में दिन भर के मेहनत का फल हु में अधूरे स्पनो से जुड़ने का पल हु में तराजू नहीं जो तुम मुझे तोल पाओ में कोई लकीर नहीं जो तुम मुझे भेद पाओ मेरी कोई कीमत नहीं जो तुम मुझे खरीद पाओ तुम रहिस हो या गरीब तुम्हरा बंगला हो या झोपडी मुझे फर्क नहीं पड़ता में तो वही जाती हु जहा सुकून हो मन में ना कुछ खोने का गम हो और नाही कुछ पाने की लालसा ©DEAR COMRADE (ANKUR~MISHRA) अमीर ने नींद से सवाल पूछा मेरे पास सब कुछ होक भी तू मेरे यहाँ क्यों नहीं आती आखिर ऐसा भी क्या हे उस गरीब की गली में जो तू हर रात वही जात
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat जो उड़ गए परिंदे उनका क्या मलाल करूं। आज कई तो कई पड़ोसियों की छातों पर चुगतें फिरते है। उड़ान सीखने वाले। ख़ुदा से रहमत की गुज़ारिश ही करते है। बचपन से जवानीं को महफूज़ रखने वाले क़ातिल कैसे हो सकते है। गुस्ताखियां नहीं की।बदसलूकी थी। काबिंल बन काफिर हुए। चार बीज़ क्या बो दिए। रहिसिंयत का घमंड आ गया। एक वो वक़्त भी था।उसी ज़मीन को बेचा गया। परवरिशं की खातिंर।आज तुम पहचाने से डरते हो। बालों में चांदी क्या बिखरी।बेजांर हो गए तुम। घर की दहलीज क्या लांगी।बेपरवाह हुए तुम। कुसूंर समाज का नहीं मातृत्व का हो गया। वासु देव कटंबकुम मूल संस्कार और उसपर उनकी विचारधारा बदलने वाले ख़ुद ही अपराधी होते है। संस्कार चाहे मूलमंत्र है । जो बचपन से जवानी को दस्तक देता है। गुरूंर का परिधान पहने बढ़पन् दिखते नज़र आते है। कमाल तो तब हुआ। जब अपने सपनों को उड़ान बच्चो को दिलाते हो। और पंख फैलातें ही वो अपनों को पहचान ने कतराते हो। #cinemagraph #quote #feelings #respect #yqbaba #yqdidi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat जो उड़ गए परिंदे उनका क्या मलाल करूं। आज कई तो क
_Ram_Laxman_
का होगे हे यार,,,,ओला 😟 मोर मयारु हा आज कल मोर से मिलत नई हे,,! बढ़ दिन होगे हावय ओह गांव मा दिखत नई हे,,! अंतस हा कलपत हावय यार ओखर से बात करे बर, फेर ओला मोर सुरता हे कि नई, मोर से बात करत नई हे,,! का होगे हे यार,,,,ओला 😣 मोर से बात करत नई हे,,,! मोर मयारु हा मोर से नाराज हे या फिर मोर से कुछु गलती होगे हावय,,, मोला तनिक भी समझ नई आवत हे यार.. मय का करव,,,! फेर यार मय सिरतोन कहत हव... मोला ओखर बिना अन पानी कुछु सुहावत नई हे,,! सुरता मा ओखर रतिहा मा मोला नींद आवत नई हे,,! का होगे हे यार,,,,ओला ☹️ मोर से बात करत नई हे,,,! ओला मोर कुछु फिकर नई हे तइसे लगथे यार,, काबर कि ओला मोर कहूं फिकर रहितिच ता ना ओह मोला पूछ डारथिस...कि का करत हे मोर मयारु हा कीके, तेन यार ओह तो मोला कुछु पूछत नई हे,,! फेर आज कल का होगे हे यार,,,ओला 🥺 मोर से बात करत नई हे,,,! अऊ यार कभू कभू मस्त अपन गोठे गोठ मा मोर हाल चाल अऊ मोर खयाल रख लत रहिस हे, तेन अब तो हाल चाल तो दूर के बात होगे संगवारी.. काबर कि ओह तो मोर करा फोन काल घलो करत नई हे,,! का होगे हे यार,,,ओला 😭 मोर से बात करत नई हे,,,! ©_Ram_Laxman_ का होगे हे यार,,,,ओला 😟 मोर मयारु हा आज कल मोर से मिलत नई हे,,! बढ़ दिन होगे हावय ओह गांव मा दिखत नई हे,,! अंतस हा कलपत हावय यार ओखर से बात
का होगे हे यार,,,,ओला 😟 मोर मयारु हा आज कल मोर से मिलत नई हे,,! बढ़ दिन होगे हावय ओह गांव मा दिखत नई हे,,! अंतस हा कलपत हावय यार ओखर से बात #Hindi #कविता #hindi_quotes #hindi_poetry #hindi_shayari #Cgsong #cgpoetry #cgsayri #cggazal
read more_Ram_Laxman_
नान पन के सुरता,,,😁🤞🏻 संगवारी हो,,,, जब दाई बाबू मन हा पहली धान मींजे बर, दऊंरी फांदे ना ता बेलन गाड़ी अऊ बईला के संग मा हमन हा पाछु पाछू उलान बादी अड़बड़ खावत रहेंन । अऊ कहुं लुका छुपई खेलना राहय ता धान के पैरा मा लुकावत रहेंन। फेर मजा तब आवय संगवारी, जब हमन हा घाम पियास मा खेलन अऊ धूर्रा माटी मा सनाय राहन ता, ओ समय हमर मन बर न निरमा लगे न साबुन, सिधा तरिया मा जाके जुच्छा पानी भर मा नहावत रहेंन । फेर अऊ जब हमन ला कहूं कोनो डहर जाना राहय ना, ता चाहे ओह कतनो दूरिहा राहय ओ डहर ले हमन चार पांच झन संगवारी अइसने घूम फिर के आवत रहेंन । अऊ हमन हा नान - नान रहे हन ता हमन एकदम ना समझ रहे हन यार,,,, तभे तो जब बाजा बजाय के मन करय ता तेल टिपा ला डंडा धर के बजावत रहेंन । अऊ का बतावव संगवारी....! नान पन के गोठ हा तो सबके अड़बड़ निराला रहिथे । वइसने हमरो मन के निराला रहिस हे..! काबर कि हमर मन के नान नान हाथ गोड़ राहय अऊ बड़े बड़े आमा अमली के पेड़, ता बस खाना राहय ता आमा खाय बर एक के ऊपर एक के कंधा मा चढ़के कच्चा पक्का आमा टोर के सुघ्घर खावत रहेंन । अऊ संगवारी जब हमन ला स्कूल हो या आंगन बाढ़ी, जाना राहय ता ना..ओ समय पहली बेग वेग कुछू नई राहय ता बस कलम अऊ पट्टी ला झोला मा डार के आँगन बाढ़ी अऊ स्कूल हलावत जावत रहेंन । फेर अऊ काला बतावंव संगवारी,,,😎 जब हमन हा नान कुन राहन ता जम्मों चीज मन के मजा ला पावत रहेंन । फेर अब संगवारी उही दिन, उही रात अऊ उही जगह मन के अड़बड़ सुरता आथे यार...☹️ फेर कास,,,, अऊ हमन ला हमर नान पन मिल पातिस संगी..! ता अऊ हमन ला दुबारा खेले कूदे के मौका मिलथिस..। लेकिन अइसे नई हो सकय यार,,, तेखरे सेतिक अपन नान पन के सुरता ला कभू कभू रतिहा म लमावत रहिथन यार..। ©_Ram_Laxman_ हमर नान पन के सुरता,,,😁🤞🏻 संगवारी हो,,,, जब दाई बाबू मन हा पहली धान मींजे बर, दऊंरी फांदे ना ता बेलन गाड़ी अऊ बईला के संग मा हमन हा पाछु पा
_Ram_Laxman_
नान पन के सुरता,,,😁🤞🏻 संगवारी हो,,,, जब दाई बाबू मन हा पहली धान मींजे बर, दऊंरी फांदे ना ता बेलन गाड़ी अऊ बईला के संग मा हमन हा पाछु पाछू उलान बादी अड़बड़ खावत रहेंन । अऊ कहुं लुका छुपई खेलना राहय ता धान के पैरा मा लुकावत रहेंन। फेर मजा तब आवय संगवारी, जब हमन हा घाम पियास मा खेलन अऊ धूर्रा माटी मा सनाय राहन ता, ओ समय हमर मन बर न निरमा लगे न साबुन, सिधा तरिया मा जाके जुच्छा पानी भर मा नहावत रहेंन । फेर अऊ जब हमन ला कहूं कोनो डहर जाना राहय ना, ता चाहे ओह कतनो दूरिहा राहय ओ डहर ले हमन चार पांच झन संगवारी अइसने घूम फिर के आवत रहेंन । अऊ हमन हा नान - नान रहे हन ता हमन एकदम ना समझ रहे हन यार,,,, तभे तो जब बाजा बजाय के मन करय ता तेल टिपा ला डंडा धर के बजावत रहेंन । अऊ का बतावव संगवारी....! नान पन के गोठ हा तो सबके अड़बड़ निराला रहिथे । वइसने हमरो मन के निराला रहिस हे..! काबर कि हमर मन के नान नान हाथ गोड़ राहय अऊ बड़े बड़े आमा अमली के पेड़ मन राहय, ता बस खाना राहय ता आमा खाय बर एक के ऊपर एक के कंधा मा चढ़के कच्चा पक्का आमा टोर के सुघ्घर बईठ के छईहां मा खावत रहेंन । अऊ संगवारी जब हमन ला स्कूल हो या आंगन बाढ़ी, जाना राहय ता ना..ओ समय पहली बेग वेग कुछू नई राहय ता बस कलम अऊ पट्टी ला झोला मा डार के आँगन बाढ़ी अऊ स्कूल हलावत जावत रहेंन । फेर अऊ संगवारी,,,😎 जब हमन हा नान कुन राहन ता जम्मों चीज मन के मजा ला पावत रहेंन । फेर अब संगवारी उही दिन, उही रात अऊ उही जगह मन के अड़बड़ सुरता आथे यार...☹️ फेर कास,,,, अऊ हमन ला हमर नान पन मिल पातिस संगी..! ता अऊ हमन ला दुबारा खेले कूदे के मौका मिलथिस..। लेकिन अइसे नई हो सकय यार,,, तेखरे सेतिक अपन नान पन के सुरता ला कभू कभू रतिहा म लमावत रहिथन यार..😐 ©_Ram_Laxman_ नान पन के सुरता,,,😁🤞🏻 संगवारी हो,,,, जब दाई बाबू मन हा पहली धान मींजे बर, दऊंरी फांदे ना ता बेलन गाड़ी अऊ बईला के संग मा हमन हा पाछु पाछू उ
नान पन के सुरता,,,😁🤞🏻 संगवारी हो,,,, जब दाई बाबू मन हा पहली धान मींजे बर, दऊंरी फांदे ना ता बेलन गाड़ी अऊ बईला के संग मा हमन हा पाछु पाछू उ #Hindi #कविता #hindi_quotes #hindi_poetry #hindi_shayari #Cgsong #cgpoetry
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