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N S Yadav GoldMine
धर्म शास्त्रों में यह बताया गया है, कि किस देवी या देवता को क्या चढ़ाना सही होता है और क्या नहीं जरूर पढ़िए !! 📜📜 {Bolo Ji Radhey Radhey} महादेव को अर्पित 8 तरह के पत्ते:- 🌻 हिंदू धर्म शास्त्रों में अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा पाठ को लेकर कुछ विशेष नियम और विधान बताए गए हैं। धर्म शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि किस देवी या देवता को क्या चढ़ाना सही होता है और क्या नहीं। माना जाता है कि पूजन के दौरान यदि सही विधि विधान से भगवान की आराधना की जाए, तो वह प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना अवश्य पूरी करते हैं। 🌻 ऐसे में यदि बात की जाए भगवान भोलेनाथ की, तो भगवान शिव के पूजन से जीवन के सभी दुख दूर होते हैं। धर्म शास्त्रों में भगवान शिव को अर्पित की जाने वाली बहुत सी चीज़ों के बारे में बताया गया है। इन्हें भगवान शिव को अर्पित करने से वे अपने भक्तों से प्रसन्न रहते हैं। पीपल के पत्ते:-🌻 यदि सोमवार के दिन भगवान शिव को चढ़ाने के लिए आपके पास बेलपत्र नहीं है। तो आप भगवान शिव को पीपल के पत्ते भी अर्पित कर सकते हैं। सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पत्तों से भगवान शिव का पूजन करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। अपामार्ग:-🌻 अपामार्ग जिसे चिरचिटा के पौधे के नाम से भी जाना जाता है। इस पौधे के पत्ते को भी शिवलिंग पर अर्पित कर सकते हैं। माना जाता है, कि अपामार्ग के पत्तों को शिवलिंग पर चढ़ाने से जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है। धतूरा:-🌻 धतूरे का फल और इसके पत्ते दोनों ही भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है, यदि आपके पास भगवान शिव को चढ़ाने के लिए धतूरे का फल नहीं है तो आप इसके पत्ते भी शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। भांग:-🌻 भगवान भोलेनाथ के अभिषेक में भांग का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा आप शिवलिंग पर भांग के पत्तों को भी अर्पित कर सकते हैं। दूर्वा:-हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार दूर्वा अमृत के समान होती है, यदि आप शिवलिंग पर दूर्वा घास चढ़ाते हैं. तो आपको दीर्घायु होने का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। बांस के पत्ते:-🌻 मान्यताओं के अनुसार यदि आप भगवान शिव को पूजन के दौरान बांस के पत्ते चढ़ाते हैं। तो ऐसा करने से आपको संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है। शमी के पत्ते:-🌻 शिव पुराण में बताया गया है कि भगवान शिव को शमी के पत्ते अत्यंत प्रिय है। माना जाता है कि शमी के पत्ते शिवलिंग के साथ-साथ भगवान गणेश को भी चढ़ाए जाते हैं। महादेव को शमी के पत्ते अर्पित करने से व्यक्ति की सभी समस्याएं दूर होती हैं, साथ ही शनि दोष भी कम होता है।। ©N S Yadav GoldMine #thepredator धर्म शास्त्रों में यह बताया गया है, कि किस देवी या देवता को क्या चढ़ाना सही होता है और क्या नहीं जरूर पढ़िए !! 📜📜 {Bolo Ji Radhe
कृष्णा वाघमारे, जालना , महाराष्ट्र,431211
Ravendra
Ritu Yadav
Bharat Bhushan pathak
धरा पर जीव जो जिन्दा,सुनें कारण,यहाँ पौधे। हरी जब तक,यहाँ धरती,तभी तक प्राण है कौंधे।। कटे जो एक भी पौधे,सुनो तब नष्ट सब जीवन। सँभालो प्रेम से इसको,लगे सुन्दर,तभी उपवन।। ©Bharat Bhushan pathak #2023Recap धरा पर जीव जो जिन्दा,सुनें कारण,यहाँ पौधे। हरी जब तक,यहाँ धरती,तभी तक प्राण है कौंधे।। कटे जो एक भी पौधे,सुनो तब नष्ट सब जीवन।
Shubham Bhardwaj
दिल की जमींं पर,रिश्तों की पौध लगाकर तो देखो। मोहब्बत की दुनिया है यहाँ, गुलशन सजाकर तो देखो।। ©Shubham Bhardwaj #umeedein #दिल #की #जमींं #पर #रिश्ते #पौधे #लगा #करके
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
कुण्डलिया छन्द :- चित्र-चिंतन विधिवत रोपण हो रहा , खुश है आज किसान । माप-माप कर धान के , पौधे लगा जवान ।। पौधे लगा जवान , यही उम्मीद हमारी । करे कृपा भगवान , कि अबकी भरे बखारी ।। शीश झुकाऊँ नाथ , आप हो जायें सहमत । पूर्ण सभी हो काज , देख लो फिर तो विधिवत ।। २३/०९/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया छन्द :- चित्र-चिंतन विधिवत रोपण हो रहा , खुश है आज किसान । माप-माप कर धान के , पौधे लगा जवान ।। पौधे लगा जवान , यही उम्मीद हम
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
वीणादण्ड़ छन्द 121 112 122 222 मना मत करो बनाओ साथी भी । कभी न रहता अकेला हाथी भी ।। घड़ा भर गया चलो पानी दे दो । लगे मधुर वो इन्हें वाणी दे दो ।। न मुर्छित पड़े कभी पौधे छोटे । तना न मजबूत देखो है मोटे ।। मिला मनुज रूप है देखो प्राणी । विचार कर कर्म हो मीठी वाणी ।। २१/०९/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR वीणादण्ड़ छन्द 121 112 122 222 मना मत करो बनाओ साथी भी ।
Neena Jha
विषय...ग्रीष्म ग्रीष्म ऋतु असहनीय, शीत न मुझे गंवारा, वर्षा चिप चिप करे, है कौन ऋतु भली? पंखा भी अलसा जाए, लू, आँधी और तूफ़ान पकड़े तेज़ रफ़्तार, है ग्रीष्म मायाजाल चार दिन शेष अब, आया आषाढ़ महीना, लाये उमस कहर, करे मुश्किल जीना। है कुछ का हाल बुरा, हर ऋतु से शिकायत हर माह लगे सज़ा, वो कैसे रहें ज़िन्दा! आर्थिक स्थिति बढ़े, जब ए. सी. बिक्री घटे, तापमान स्व घटे, तो गर्मी कैसे बढ़े! ज़्यादा से ज़्यादा बढ़े खेतीबाड़ी, पेड़-पौधे, किसान का मान बढ़े, देश का गौरव भी। नीना झा संजोगिनी ©Neena Jha #Sukha #Neverendingoverthinking #नीना_झा #जय_श्री_नारायण #संजोगिनी जय माँ ज्ञानदात्री 🙏 विषय...ग्रीष्म ग्रीष्म ऋतु असहनीय, शीत न मुझे गंवा