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Pragya Karn
White एक घर में बचपन बीता ,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है , मां ,भाई ,बहन ,पापा का प्यार जाने कब दायरे में सिमट जाता है , उस घर आंगन भी जाने को सबसे इजाज़त लेना पड़ता है ,, एक हाथ से कई रिश्ते छूटे, दूजा हाथ कई रिश्तों के लिए बढ़ाना पड़ता है ,, कभी मन से कभी बेमन सारे रिश्ते निभाने पड़ते है , किसी एक शख्स के खातिर पूरी जिंदगी बदलनी पड़ती है , एक घर में बचपन बीता ,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है ..... एक घर में बचपन बीता,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है ...... ©Pragya Karn #nojoto #poem #writing g #poetry
Love T
White नन्हीं सी किरन आई सुबह की, सपनों में रंग भरने। जीवन की राहों में हर पल, खुशियों का संजीवनी। बादलों के बीच चांदनी, प्यार की मिठास लिए। हर दिल की धड़कन में बसी, उम्मीद की आस लिए। ©Love T #g
Love T
White सुनहरी धूप में खिली है आशा, सपनों की बगिया में सजी है भाषा। मधुर गीतों की रागिनी है जीवन, हर पल में बसी है खुशियों की रवानी। प्रेम और स्नेह की बुनाई है अनमोल, हर दिल में बसा है सुकून का मोल। जीवन के हर रंग में, प्यार की है धारा, सपनों की उड़ान में, उमंगों का सहारा। ©Love T #g
Kanchan Sarkar
শীতকে বিদায় জানিয়ে বসন্তের ঘাড়ে থাবা বসিয়ে ময়দানে নেমে পড়েছে গ্রীষ্ম লক্ষাধিক মশা সৈন্য নিয়ে জন জীবন নাজেহাল হে ত্রাতা রক্ষা করো এক্ষুদ্র দানব দের হাত থেকে। ©Kanchan Sarkar g
g #Life
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