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Rakesh frnds4ever
Men walking on dark street आंखों के द्वार पार जाने क्यों आंखें झांक लेती हैं उस पार जानें क्यों बुद्धू सी बुद्धि के तार भांप जाते हैं औरों के विचारों के आर पार,,,..... ©Rakesh frnds4ever #Life_Experiences #आंखों के #द्वार पार जाने क्यों आंखें #झांक लेती हैं उस पार
Shivkumar
" तेरे जाने के बाद से घर के आइनो पर धूल चढ़ी है, वह अख़बार, वह गुलाब, वह किताबें, सब वहीँ वैसी ही रखी हैँ ,, वह चाय का कप और हिसाब की किताब, बिस्तर के सरआने पर बिलकुल वैसी ही अधूरी रखी हैँ ,, जहाँ बिताए थे कुछ पल बैठकर साथ अब वहां धूल चढ़ी है, जहाँ चलते थे दो कदम साथ वहां अब दूब बढ़ गयी है ,, तेरे जाने के बाद से वह हमारी तस्वीर अब अधूरी रह गयी है, रंग सब सूख गए हैँ और तस्वीर में रंग की जगह खाली रह गयी है ,, तेरे गिटार के तार अब टूट गए हैँ तेरी आधी पढ़ी कहानी की किताब अभी वहीँ पड़ी है, उन गीतों का क्या होगा जिसकी धुन अभी आधी बनी है ,, घर की चाबी अभी भी उस दराज़ में तेरे छल्ले के साथ मैंने रखी है, वह पर्दे जो जो लगाए थे कमरों में रंग भरने उन पर अभी कुछ धूल चढ़ी है ,, वह कमरा जहाँ बिताए थे पल यादगार, वीरान हो गया है, वह कंघा, वह आइना, अभी भी तेरे टूटे बाल, तेरी बिंदिया के निशान खोज रहा है ,, वह कमरे की खिड़की अभी भी आधी खुली है, कुछ छनी धूप वहां से झाँक रही है ,, वह खुश्क़ चादर अपनी अब भी कोने में पड़ी है, तेरी टूटी हुईं चूड़ियाँ भी मैंने वहीँ सहेज कर रखी है ,, ~शिवकुमार बर्मन ✍🥀 ©Shivkumar #aaina #आइना #दर्पण #Nojoto #nojotohindi #कविता " तेरे जाने के बाद से घर के आइनो पर धूल चढ़ी है, वह अख़बार, वह गुलाब, वह किताबें, सब वहीँ
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- तेरा मेरा यार मिलन कल हो जायेगा । फिर तो सुख जीवन में हर पल हो जायेगा ।। धक-धक करती धड़कन मुझसे क्या कहती है। तू उसके पैरों की पायल हो जायेगा ।। उनकी बात न पूछो तुम हम दीवानो से । एक नज़र देखे जिसको घायल हो जायेगा ।। उनसे मिलने को जो इतना तड़प रहा है । मुझको लगता है वो पागल हो जायेगा ।। मत छेड तार इस दिल के आज अदाओ से । ये तेरी चाहत का क़ायल हो जायेगा ।। मुरझाती फसलों से क्या उम्मीद करेंगें । कौन यहाँ पे है जो बादल हो जायेगा ।। बात प्रखर की मानेगा जब तू जीवन में । सच कहता हूँ तू भी निश्छल हो जायेगा ।। ०९/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- तेरा मेरा यार मिलन कल हो जायेगा । फिर तो सुख जीवन में हर पल हो जायेगा ।। धक-धक करती धड़कन मुझसे क्या कहती है। तू उसके पैरों की पायल
bhim ka लाडला official
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
दोहा :- चंचल चंचल मन की जो कभी , सुनते आप पुकार । दौड़े आते साजना , प्रियतम के ही द्वार ।। च़चल मन की वो खुशी , देख सके क्या आप । मन ही मन खिलता रहा , सुनकर ये पदचाप ।। चंचल मन ने बाँध ली , आज प्रेम की डोर । कैसे निकलेंगे सजन , नैना है चितचोर ।। चंचल दिखती है पवन , छेड़े मन के तार । आने वाले हैं सजन , लायी खत इस बार ।। चंचल मन वैरी हुआ , करके उनसे प्रीति । सुधि भी वह लेता नहीं , निभा रही मैं रीति ।। २७/०२/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- चंचल चंचल मन की जो कभी , सुनते आप पुकार । दौड़े आते साजना , प्रियतम के ही द्वार ।।
Anjali Singhal
Instagram id @kavi_neetesh
“या देवी सर्वभूतेषु शारदा रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।“ बसंत पंचमी की घड़ी सुहानी आ रही है, सरस्वती रूप में मां भवानी आ रही है। भोलेनाथ शिव शंकर तुम भी आ जाना, कृपा करना, डमरू डम डम बजा जाना। बसंत पंचमी की घड़ी………. जब छुएगी मैया अपनी वीणा का तार, सारे जग में गूंजेगा, ज्ञान का झंकार। ज्ञान का भंडार कभी नहीं खाली होगा, भवानी से मिलकर कैलाश लौट जाना। बसंत पंचमी की घड़ी……….. ©Instagram id @kavi_neetesh #Sunhera भक्ति गीत : बसंत पंचमी में भोलेनाथ *ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय* “या देवी सर्वभूतेषु शारदा रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्
Aacky Verma
आज कुछ समझ नही आ रहा क्या लिखूँ वो तार नही पकड़ पा रहा यही सोच के असमंझ मै हु की आज मेरा दिल क्यौ कुछ नही चाह रहा insta: @aackyshayari www.aackyshayari.in ©Aacky Verma आज कुछ समझ नही आ रहा क्या लिखूँ वो तार नही पकड़ पा रहा यही सोच के असमंझ मै हु की आज मेरा दिल क्यौ कुछ नही चाह रहा insta: @aackyshayari www.
DrUsha Kushwaha