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Ravi Gupta
वो जो हर रोज़ नये ख्वाब सजाता है मेरे वो नहीं जानता की नींद में डर जाता हूं मैं जिस कहानी को बड़े शौक से पढ़ते हो ना तुम उस कहानी के तो आखिर में मर जाता हूं मैं ©Ravi Gupta #कहानी#
Anuj shakya
White घर में चाहे कितने भी लोग नहो अगर माॅं न दिखे तो घर सुना सुना सा लगता हैं किस किस ने महसूस किया है कमेंट जरूर बताएं और अपने दोस्तों को शेयर करें ©Anuj shakya #mothers_day माॅं के बगैर सारांश सुना सुना सा लगता है
अज्ञात
White उम्मीद जैसी चिड़िया होती नहीं जहाँ में उम्मीद रखना सबसे ख़ुद से है बेईमानी.. कोई नहीं किसी का ठोकर लगे तो जाने मतलब का हाट है ये मतलब की हर रवानी.. मंजिल की फ़िक्र है तो ख़ुद को बुलंद कर ले बिन मोल तो जहाँ में मिलता नहीं है पानी.. फिर ख़ाक से उठे हैं फिर ख़ाक में मिलेंगे ये गुलबदन जलेगा तब क्या रहे निशानी.. कुछ भी नहीं है अपना ये फलसफ़ा पुराना थोड़ी सी कश्मोकश है फिर खत्म है कहानी.. ©अज्ञात #कहानी
Neeraj Kanwar
भूल गई वह स्त्रियां, अपनी ख्वाहिश .......। दूसरो की मर्जी है, सुनते-सुनते और निभाते निभाते....। ©Neeraj Kanwar #dhoop #स्त्री #कहानी #अपनी #कहानी #मन #की
Vikas sharma
Blue Moon कोई कह दे तो कह दे..कि मुस्काने से मिला इस बार भी ये दर्द ..ख़ुद को समझाने से मिला यूँ तो तोड़ आया था .रीति-रिवाजों की बंदिशे वो शख्स भी ज़माने की तरह.बहाने से मिला कहीं उतरता है. तो कहीं चढ़ जाता है रंग हथेली पे ये नाम तो.मेहंदी को मिटाने से मिला धरती और आसमान भी मिलते होते होंगे कहीं ये कैसा चाँद है जो..अमावस के आने से मिला हक़ीक़त मे टूट ही जाता है ख्वाबों का दर्पण जिंदगी का ये सबक..ग़ुलाब को पाने से मिला स्याही भी कलम की अब खत्म होने को जो है इस कहानी का अंत तो,इल्ज़ाम ख़ुद पे लगाने से मिला @विकास ©Vikas sharma #bluemoon कहानी
Bhawana dixit
Autumn अनकही सी कहानी है; ना राजा है ना रानी है! ©bhavna trivedi #कहानी
Shahab
तकिया भीग गया मेरा खारे पानी से जब से किरदार अलग हुआ है कहानी से और यहां मैं किसी लड़की से नजरें भी नहीं मिला पा रहा उधर वो मिला रही है अपना लहंगा किसी शेरवानी से ©Shahab #कहानी
Deepak Bisht
जो नींद चुराते है वो कहते है की सोते क्यों नहीं, जब इतनी ही चिंता है तो हमारे होते क्यों नहीं। ©Deepak Bisht अधुरी कहानी