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Alpha_Infinity
शुभ रामनवमी।। ©0 जय श्री राम।। जय राजा राम।। रघुपति राघव राजा राम।। ❤️🥰🌹 #राम #सीताराम #0 #प्रभुश्रीराम #जन्मदिन #Nojoto Bhanu Priya Ek Alfaaz Shayri वंदना
Ak.writer_2.0
आज फोन नही उठाया मोहतरमा ने मेरा, आज रविबार है, शायद उसका पती आज घर होगा..! 😊 «M....» ©Ak.writer_2.0 आज फोन नही उठाया मोहतरमा ने मेरा आज रविबार है, शायद उसका पती आज घर होगा..! #waiting #shayaari #lovethoughts #callthoughts #Akwriter Munni
Ak.writer_2.0
White ये दिल भी कितना अजीब है आता भी है तो , उस पर जो पहले से ही रिलेशनशिप में हैं..!🙂 ओए ईद मुबारक तुम्हें... M.... 🌙🫰 ©Ak.writer_2.0 ये दिल भी कितना अजीब है आता भी है तो उस पर जो पहले से ही रिलेशनशिप में हो..! #eidmubarak #shayairi #Akwrites #lovethoughts Munni Jai Mata
प्रशांत की डायरी
Ranjit Kumar
Kamal Vishwakarma
Men walking on dark street तुम हो..!! मुकम्मल हू तो तुम हो, अधूरा हू तो तुम हो..।। शब्र हू तो तुम हो, बेशब्र हू तो तुम हो..।। सर्द रात हू तो हो, गर्म एहसास हू तो तुम हो..।। रंग चुन लू मै नीला, और लिबाज-ए-लाल मे तुम हो..।। ©Kamal Vishwakarma #Emotional तुम हो #SAD #Emotional #sayari #No_caption #Nojoto #nojoto❤ #nojotohindi Sethi Ji Arshad Siddiqui Suresh Gulia Praveen Storytell
harsha mishra
दीपा साहू "प्रकृति"
दरकते प्रेम की पीड़ा, निःसंदेह, हृदय से निकलती है। लाल रक्त धमनियों से होता हुआ, पीड़ा को समाहित कर, मस्तिष्क के उस भाग पर पहुँचता है, जहाँ, उस प्रेम की तस्वीर बनी है। हाँ रंगीन है ,सुहानी है, आकर्षक है, पर प्रेमाघात की पीड़ा से, ज्यों ही रगें फटती हैं, सारा दर्द बिखर कर, उस तस्वीर पर छिटक जाता है, और वो तस्वीर, दर्द से भीग जाती है, उसको छूते ही,दरक जाती है, भीगे कागज की तरह, हम उसे गर्म साँसों से सुखाने , की कोशिश करते हैं, सूख तो जाती है, पर सिकुड़ जाती है....... हमेशा के लिए......…. दुबारा वो पहले जैसी नहीं होती। ©दीपा साहू "प्रकृति" #sugarcandy #Prakriti_ #deepliner#poem #Photography #love #SAD #Nozoto दरकते प्रेम की पीड़ा, निःसंदेह, हृदय से निकलती है। लाल रक्त धमनियों
हरवंश हृदय
आदमी बेकार होता जा रहा है बहुत लाचार होता जा रहा है हाल मत पूछिए हृदय का फकत बेजार होता जा रहा है इश्क इबादत हुआ करता था अब कारोबार होता जा रहा है कभी घर था जो बसर के लिए बड़ा बाजार होता जा रहा है राज जो राज था कल तलक आज अखबार होता जा रहा है अंदाज हुनर सलीका रखे रहो पैसा किरदार होता जा रहा है जंगल मिट रहे जमीन से आंगन अश्जार होता जा रहा है कत्ल हो सकते हो कभी भी हुस्न हथियार होता जा रहा है – हरवंश हृदय बांदा ©हरवंश हृदय #हरवंश #हरवंशहृदय # vishwa Deep mansi sahu Navya Navedita Anupriya Vandana Mishra