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Bhupendra Singh Solanki
Alone जब उम्मीद की कोई गुंजाइश ना हो, तो सब कर्म, भाग्य पर छोड़ देना चाहिए। ©Bhupendra Singh Solanki #१०१ #alone
somnath gawade
जेंव्हा केंव्हा माहिती तंत्रज्ञानाच्या खाणीचे उत्खनन होईल तेंव्हा सोनू, पिल्लू, जानू, बाबू यांचा शोध लागेल तेंव्हा मात्र संशोधक हसून-हसून बेजार होतील.☺️😊 #संशोधन
गौरव दीक्षित(लव)
*ज़िंदगी से सिकवा था की उसने गम का आदि बना दिया* *गिला तो उनसे हैं जिन्होंने रोशनी की उम्मीद दिखा के दिया ही बुझा दिया* *कल का वह भी याद है कि जहां जन्म लिया उन्होंने ही ठुकरा दिया* *शुक्रिया ये हिंदुस्तान तेरा जिस ने हर हिंदू को हिंदुस्तानी बना दिया* *नागरिक संशोधन बिल* *|('}_* *|(_/\\__G@ur@v ______✍🥀* *🌚!! शुभ रात्रि !!🌚* *🚩!! जय श्री राम !!🚩* संशोधन बिल
गौरव दीक्षित(लव)
*ज़िंदगी से सिकवा था की उसने गम का आदि बना दिया* *गिला तो उनसे हैं जिन्होंने रोशनी की उम्मीद दिखा के दिया ही बुझा दिया* *कल का वह भी याद है कि जहां जन्म लिया उन्होंने ही ठुकरा दिया* *शुक्रिया ये हिंदुस्तान तेरा जिस ने हर हिंदू को हिंदुस्तानी बना दिया* *नागरिक संशोधन बिल* *|('}_* *|(_/\\__G@ur@v ______✍🥀* *🌚!! शुभ रात्रि !!🌚* *🚩!! जय श्री राम !!🚩* संशोधन बिल
MUKESHKumarRAJPUT57
Vibha Katare
इतिहास में संशोधन असंभव है.. फिर भी राजनीति कोशिश करती है बार बार.. और रचती है अवांछनीय इतिहास और एक बार.. #yqdidi #challenge #संशोधन
Narayan Datt Tiwari
जीवन पथ पर आगे बढ़नें को क्यों ना हम सब ,कुछ कर जाएं जो राह बिछें हैं कांटों से कुछ पल उन पर हम चल जाएं सत्य जहां झूठलाया जाता बन छल डंठ के थपेड़ों से जहां धैर्य भी कर नतमस्तक बैठी छोटे-मोटे भिरूओं से जहां चाह लिए हो रामराज मन रावण को सब बैठा कर खुद की करनी का दोष किसी सज्जन के मांथे चढ़वा कर जहां सोमरस की इच्छा पर सब कार्य कराए जाते हों जो जीवन हम तुम दें ना सके पल भर में उड़ाऐ जाते हों जहां शर्मसार मानवता की पगडंडी बांधी जाती हो इनके चरणों में फूल चढ़ा गुड़गान आरती गाई जाती हो हे शिव पान करो यह सब फिर सत्य सुहानी लग जाए जो कर बैठे घमंड इस जीवन का उनके मुख गुरबाणी लग जाए.. ©"Narayan" @@संशोधन अपेक्षित🙏
Er.Mahesh
महान विद्वान डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान में सुधार के लिए जनता के लिए विकल्प दिया गया है फिर किसी धर्म में कुरीतियों को सुधारने की कोई नियमावली क्यों नहीं है वो भी तो किसी व्यक्ति की विचार धारा होती है इसका परिणाम यह हो रहा है कुछ विशेष लोग इन्ही कुरीतियों का फायदा उठाकर एवम लोगों को आपस में बांटकर सत्ता पर बैठ जाते है जो पवित्र संविधान के सही नियमों से छेड़छाड़ करते हैं जिसका प्रभाव सीधे देश की जनता पर पड़ता है यदि आप अपनी मानसिकता में मानवता ले आओगे तभी आप हमारे पवित्र ग्रंथ संविधान का असली फायदा ले सकते अतः हमें संविधान दिवस पर संविधान की अस्मिता को बचाने के लिए मानव धर्म एवम मानवता में विश्वास का संकल्प लेना होगा ताकि फिर कोई सांप्रदायिक ताकत आपकी विचार धारा का फायदा उठाकर संविधान को गलत उपयोग में नही कर सके आप सभी को संविधान दिवस की हार्दिक सुबकमनाए ©Er.Mahesh #हैप्पी संविधान # संविधान