Nojoto: Largest Storytelling Platform

New वने समानार्थी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about वने समानार्थी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वने समानार्थी.

Stories related to वने समानार्थी

    LatestPopularVideo

DrRavikirti Didwania

#ravikirtikikalamse #SelfishWorld #yqdidi #yqbaba #nazariya_badlo_janab #phishing #paraya #waqthitujebatayega द्विअर्थी समानार्थी शब्द प्रय

read more
Sound Similar but 
Meaning Different Challenge


People Become Too "Sel-fish"
Sailing Somewhere else and
 Phishing Someone else...  #ravikirtikikalamse #selfishworld #yqdidi #yqbaba #nazariya_badlo_janab #phishing  #paraya #waqthitujebatayega
द्विअर्थी समानार्थी शब्द प्रय

brijesh mehta

प्यार, प्रेम, विश्वास, भरोसा सब समानार्थी शब्द है। 💞💞 #मंमाधन #brijeshmehta #manmadhan #lovequotes #lifequotes #LoveStory

read more
तेरे और उनके प्रेम में जमीन आसमान का फर्क है
तेरे प्यार में शक है, वहम है,  भरोसा नहीं है।
तेरा प्यार तुझे बहुत रुलाएगा, बहुत तड़पाएगा।

— % & प्यार, प्रेम, विश्वास, भरोसा सब समानार्थी शब्द है।
💞💞

#मंमाधन #brijeshmehta #manmadhan #lovequotes #lifequotes #lovestory

Rameshkumar Mehra Mehra

# कमाल की मोहब्बत थी उसे मुझसे,उसे किसी और का भी होना था,और मेरा भी वने रहना था..... #Quotes

read more

poetdiary.in

शैले शैले न माणिक्यं। मौक्तिकं न गजे गजे॥ साधवाः न हि सर्वत्रं। चन्दनं न वने वने ॥ आर्थ- वास्तव में इस संसार में अच्छे लोग या वस्तुएँ कहीं #Society #Dark

read more
सत्य वचन

शैले शैले न माणिक्यं।
मौक्तिकं न गजे गजे॥
साधवाः  न हि  सर्वत्रं।
चन्दनं  न  वने   वने ॥

आर्थ-  वास्तव में इस संसार में अच्छे लोग या वस्तुएँ कहीं-कही और बहुत कम मिलते है  ।

©poetdiary07
  शैले शैले न माणिक्यं।
मौक्तिकं न गजे गजे॥
साधवाः न हि सर्वत्रं।
चन्दनं न वने वने ॥

आर्थ- वास्तव में इस संसार में अच्छे लोग या वस्तुएँ कहीं

Shayar

और',' एवं',' तथा,' व' शब्दों में क्या अंतर है? अर्थ की दृष्टि से तीनों शब्दों में कोई अन्तर नहीं है। ये समानार्थी शब्द हैं किन्तु भाषाई दृष

read more
और',' एवं',' तथा,' व' शब्दों में क्या अंतर है?

अर्थ की दृष्टि से तीनों शब्दों में कोई अन्तर नहीं है। ये समानार्थी शब्द हैं किन्तु भाषाई दृष्टि से तीनों शब्द अलग हैं।

जहां ‘एवं’ और ‘तथा’ शब्द संस्कृत भाषा के हैं, तो ‘और’ शब्द हिन्दी भाषा का।

‘व’ एक देशज शब्द है ।

आशा है आप समझ गए होंगे। और',' एवं',' तथा,' व' शब्दों में क्या अंतर है?

अर्थ की दृष्टि से तीनों शब्दों में कोई अन्तर नहीं है। ये समानार्थी शब्द हैं किन्तु भाषाई दृष

yogesh atmaram ambawale

Challenge-94 #collabwithकोराकाग़ज़ 30 शब्दों में अपनी रचना लिखिए और आपकी रचना नोटपैड से बाहर नहीं जानी चाहिए :) #समझौताशब्दोंका #कोराकाग़ज़ #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine

read more
समझौता शब्दो का,
अक्सर 
शब्दो के साथ ही होता है.
किसीं रचना मे,
कोई शब्द अगर 
किसीं कारण खटकता है,
तो बदले मे उसके,
दूसरा समानार्थी शब्द
आ जाता है. Challenge-94 #collabwithकोराकाग़ज़ 

30 शब्दों में अपनी रचना लिखिए और आपकी रचना नोटपैड से बाहर नहीं जानी चाहिए :)

#समझौताशब्दोंका #कोराकाग़ज़

Sunil Zarikar

सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों आजचा विषय आहे पाणी. त्याचे काही समानार्थी शब्द खाली दिले आहेत त्याचा उपयोग करुन तुम्ही यावर काही लिहा. पाण्या #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #उदक

read more
आता उरले आहे कुठे पाणी..
ज्यांच्या कडे आहे त्यांना किंमत नाही,
ज्यांच्याकडे नाही ते फिरतात घोट भर पाण्यासाठी अनवाणी..
शहरात अंघोळीसाठी दोन दोन तास वाया घालतात पाणी..
गावाकडे अन्नदात्याच्या जमीनी पडल्यात कोरड्या अन दिसते फक्त डोळ्यांत पाणी..
पैशासाठी अडवतात गरीबाचे पाणी, अन
शहराकडे वळवतात तेच पाणी हे राजकारणी..
शहरात मद्य बनवण्यासाठी आहे भरपुर पाणी,
पण गावाकडे मृत्यूनंतर दोन थेंब पाजण्यासाठी मिळत नाही पाणी..
आपनच सर्व माणूसे जबाबदार या असंतुलनाला, 
चला आपल्या उज्ज्वल भविष्यासाठी झाडे लावु सर्वांनी..  सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों
आजचा विषय आहे पाणी.
त्याचे काही समानार्थी शब्द खाली दिले आहेत त्याचा उपयोग करुन तुम्ही यावर काही लिहा.
पाण्या

i am Voiceofdehati

★लेखन★ इस लेखन की दुनिया में जितने भी लोग विचार व्यक्त करते हैं,वे विचार किसी न किसी रूप में किसी न किसी के द्वारा पहले से ही लिखें जा चुके #writing #yqbaba #MyThoughts #yqdidi #विचारधारा #मेरीक़लमसे #voiceofdehati #विचार_और_मानसिकता

read more
इस लेखन की दुनिया में जितने भी लोग विचार व्यक्त करते हैं,वे विचार किसी न किसी रूप में किसी न किसी के द्वारा पहले से ही लिखें जा चुके हैं, हम बस पहले से ही मौजूद विचारों को अपने शब्दों में छोटे या बड़े रूप में लिख देते हैं।
 बस समानार्थी शब्दों के प्रयोग से सभी विचार अलग अलग प्रतीत होते हैं।
आप जो लिखते हो उसके अगर सार को देखोगे, समझोगे तो आपके विचार पहले से व्यक्त किए गए विभिन्न लोगों के विचारों से मेल खा ही जाते हैं।
वास्तव में किसी भी विचारों के उद्देश्य या अर्थ नहीं बदलते बल्कि उसके बोल या शब्द बदल जाते हैं। ★लेखन★

इस लेखन की दुनिया में जितने भी लोग विचार व्यक्त करते हैं,वे विचार किसी न किसी रूप में किसी न किसी के द्वारा पहले से ही लिखें जा चुके

yogesh atmaram ambawale

शुभ प्रभात लेखक मित्र आणि मैत्रिणींनो कसे आहात? आज जागतिक कविता दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा... आजचा विषय आहे कवितेचा जन्म... #कवितेचाजन्म #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai

read more
कुणाला तरी लिहिताना पाहीले मी जिथे,
माझ्या कवितेचा जन्म झाला तिथे.
गुंतूनी विचारात शब्द नि शब्द जोडत होते,
लिहायचे काही तर काही खोडत होते.
बसलो मी बाजूला,त्यांच्या लिखाणाकडे लक्ष होते,
एकाच शब्दाला ते अनेक समानार्थी शब्द लावत होते.
लिहिली एक ओळ की वाचून बघायचे,
वाचता वाचता मध्येच कुठेतरी शब्द बदलायचे.
असे त्यांचे लेखन पाहता,मला ही लिहावे वाटले,
निघून येता तिथून,मी ही हाती वही पेन घेतले.
सुरुवात फक्त दोन ओळींनी झाली,
ती ही प्रथम त्या कवींना दाखविली.
आवडली त्यांना त्यांनी प्रोत्साहन दिले,
आपण ही कविता लिहू शकतो ह्यावर शिक्कामोर्तब झाले. शुभ प्रभात लेखक मित्र आणि मैत्रिणींनो
कसे आहात?
आज जागतिक कविता दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा...
आजचा विषय आहे
कवितेचा जन्म...

#कवितेचाजन्म

Rishika Srivastava "Rishnit"

सुहावन आज राम जन्म की बेला है घर घर में विश्वास भाव का मेला है राम रहे सदैव कर्तव्य समर्पित कर्म पथ रहा राम का अलबेला है #Poetry #nojotowriters #रामनवमी #जयश्रीराम🚩🙏🚩 #जयमातादी🙏

read more
सुहावन आज राम जन्म की बेला है, घर घर में विश्वास भाव का मेला है
राम रहे सदैव कर्तव्य समर्पित, कर्म पथ रहा राम का अलबेला है
बाल रूप जन जन नयन निहारे, शैशव मे ही निशाचर अति संहारे
शिव धनुष भंग कर जनक सुता से व्याहे, राजमहल ऐश्वर्य छोड़,वन गमन सिधारे
विप्र,धेनु सुर, संत हित वचन उचारे, निषाद राज शबरी का सम्मान किया,
खर दूषण मारे
स्वर्ण मृग मोह हुआ सीता को,श्रीराम ने मारीच सहित अन्य असुर उद्धारे
छद्म रूप धारण किए दशानन खड़ा हुआ था द्वारे
लक्ष्मण रेखा लाॅ॑घ शक्ति ने , किया सुनिश्चित रावण वध था
जटायु, सुग्रीव,अंगद, हनुमान, विभीषण के राम वने सहारे
सभी दुष्ट दानवों का दर्प हरा,जो थे रावण को अति प्यारे
राम हमारी मर्यादा हैं, राम सदा हमारे आदर्श रहे
श्वांस श्वांस में राम समाये, राम नाम का रुधिर बहे

           जय जय श्री राम

©Rishnit सुहावन आज राम जन्म की बेला है

घर घर में विश्वास भाव का मेला है

राम रहे सदैव कर्तव्य समर्पित

कर्म पथ रहा राम का अलबेला है
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile