Find the Latest Status about सोचता हूँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सोचता हूँ.
Nitin Diwan
सोचता हूँ रोज़ बारे में तुम्हारे, देखता हूं रोज़ ख्वाब तुम्हारे कुछ और नही आता ज़हन में, ना दिल मे कोई और सिवा तुम्हारे.... ©Nitin Diwan सोचता हूँ...
Bhuwanesh Gaur
सोचता हूँ ये पहाड़ चढ़ जाऊँ सोचता हूँ मैं जाग जाऊँ सोचता हूँ कुछ कर जाऊँ जिन्दगी में मैं भी तरक्की मगर शर्दी की मार से सोचता हूँ क्यों न रजाई ओड़ जाऊँ सोचता हूँ
Arora PR
मै सोचता था हमारे व्यथित व्याकुल प्रेम क़ी कहानिया किसी दिन दंत कथाओं मे परिवर्तित जरूर होंगी अफसॉस ऐसा नहीं हो सका फिर भी मै आश्वासत हूँ हमारी खूबसूरत अनुभूतिया हमारे अंत तक रंगीन बनी रहेगी ©Arora PR मै सोचता हूँ
Pahadi Munda143
खुद कमाता हूँ तो एक शर्ट लेने में 10 बार सोचता हूँ, पापा कमाते थे तो जहाज लेने का मन करता था..!! ©Pahadi Munda143 सोचता हूँ.... #SunandMe
Ajamil vyas
किसी को शुक्रिया कहने में जब आपको कोई उलझन न हो और आपकी ज़बान न लड़खड़ाये तब समझ लीजिये आप आप तहज़ीब याफ्ता हो चुके हैं । # अजामिल ©Ajamil vyas मैं सोचता हूँ #Music
Ajamil vyas
#MessageOfTheDay सिर्फ आपकी बुराइयां ही आपके दुश्मन नहीं बनाती, आपके सद्गुण भी आपके दुश्मन बनाते हैं... *अजामिल ©Ajamil vyas #मैं सोचता हूँ... #Messageoftheday
DEVENDRA KUMAR
Propose day quotes सोचता हूँ किस दिन मैं उनसे, अपनी इस मोहब्बत का इज़हार करूँ, पहले मैं उनसे दिल की बात कहूँ, या उनके कुछ कहने का इंतज़ार करूँ । यूँ इस तरह बहुत समय बीतता जा रहा है, अब करूँ भी तो मैं क्या करूँ, सोचता हूँ पहले मैं ही खुद जाकर, उनसे अपना हाल-ए-दिल बयाँ करूँ । - देवेंद्र कुमार # सोचता हूँ किस दिन
manpreet manu
मैं खुद भी सोचता हूँ... मैं खुद भी सोचता हूँ ये क्या मेरा हाल है; जिसका जवाब चाहिए, वो क्या सवाल है; घर से चला तो दिल के सिवा पास कुछ न था; क्या मुझसे खो गया है, मुझे क्या मलाल है; आसूदगी से दिल के सभी दाग धुल गए; लेकिन वो कैसे जाए, जो शीशे में बल है; बे-दस्तो-पा हू आज तो इल्जाम किसको दूँ; कल मैंने ही बुना था, ये मेरा ही जाल है; फिर कोई ख्वाब देखूं, कोई आरजू करूँ; अब ऐ दिल-ए-तबाह, तेरा क्या ख्याल है। -:manpreet manu मैं खुद सोचता हूँ ।।
Anand Mishra
कभी कभी सोचता हूँ, नोचता हूँ जिंदगी की पोथी को मैं, कभी कभी सोचता हूं!! क्या हर ज़िन्दगी के पास किताबें ही है, कुछ सीखने को, क्या हर ज़िन्दगी पर कलम ही है, कुछ लिखने को, अक्सर इन विचारों को मैं लोगों के पास भेजता हूँ, कभी कभी सोचता हूँ!! क्या सिर्फ खेल रहा हूँ खेल मैं, किताबों की अपनी दुनिया बनाकर, त्याग रहा हूँ मन-रंजन का रेल मैं! सिर्फ किताबें-किताबें ,किताबों का संसार, लगा रखा है मैने किताबों का दरबार! तेरे इश्क़ में कहीं फीके पड़ गए, ज़िन्दगी के पल, इन पलों को ठेले पर ले जाकर बाजार में बेंचता हूँ, कभी-कभी सोचता हूँ! #NojotoQuote कभी-कभी सोचता हूँ!