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शून्य(ब्राह्मण)
प्रेम प्राप्त नहीं किया जा सकता.. प्रेम कभी आश ,उम्मीद नहीं करता.. प्रेम पाबन्दियों को सामने नहीं रखता.. प्रेम शरीर से कोई स्वार्थ नहीं रखता.. प्रेम आत्मा को आत्मा से मिलाता है.. प्रेम तपस्या की भांति ही ईश्वर को मिलाता है! #Krishna#प्रेम #अर्थ#परिभाषा
Sunil Singh
"नवदुर्गा के नव स्वरूप"स्त्री के सम्पूर्ण जीवन को आलोकित करनेवाले नव बिम्ब हैं। 1. जन्म के साथ स्त्री को प्राप्त कन्या रूप *"शैलपुत्री"* स्वरूप है । इसीलिए सभी वर्ग सभी जाति की कन्याओं का हम इसी रूप में कन्या पूजन करते हैं। कन्या पूजन में किसी जाति या वर्ग की कन्या में किसी प्रकार का कोई भेद नहीं किया जाता। हर कन्या देवी का पहला रूप है। 2.कन्या जब ब्रह्म अर्थात ज्ञान अर्थात वेद अर्थात शिक्षा की चर्या करने लगती है पढ़ने लगती है तब उसका यह पवित्र रूप ही देवी का *"ब्रह्मचारिणी"* स्वरूप है ! 3. पूर्ण चंद्र के समान विद्या और यौवन की आभा से दमकता मुखमण्डल ,मदालसा मधुमती चाल में बज रहे नूपुर की मधुर मधुर ध्वनि में अविवाहिता में विवाह के आमंत्रण सा , औऱ वधू में घर के सभी प्राणियों को नव नव स्नेह के उल्लास सा हो रहा घंटा नाद ही प्रफुल्लित पावन मना युवती देवी *"चंद्रघंटा"* स्वरूप है ! 4. नव जीवन को धरती पर उतारने के लिए गर्भ धारण कर यह सृष्टि की सर्जिका नारी ही देवी *"कूष्मांडा"* है । 5. संतान को जन्म देकर अपने स्तनपान के साथ उसके लालन पालन में तन्मय वही स्त्री देवी *"स्कन्दमाता"* है । 6. कुटुम्ब को अपने संयम व साधना से धारण करने वाली सभी कुटुम्बी जन का कष्ट हरण करती हुई, जीवन को उल्लसित करती स्त्री ही माँ *"कात्यायनी"* स्वरूपा है । 7. अपने संकल्प और शक्ति से अपनी संतानो, पति औऱ कुटुम्ब की रक्षा के लिए यह मृत्यु से भी लड़ जाने वाली देवी *"कालरात्रि"* है । 8. कुटुंब के साथ ही अतिथियों का सत्कार करती ,दुखियों पर दया करती , लोक हित में संलग्न यह देवी *"महागौरी"* हो जाती है । 9 धरती को छोड़कर स्वर्ग प्रयाण करने से पहले संसार मे अपनी सेवा में रत संतानों को समस्त सुख-संपदा का सदासिद्ध आशिर्वाद देने वाली सती साध्वी वृद्धा स्त्री ही देवी *"सिद्धिदात्री"* हो जाती है । दुर्गा सप्तशती में नारी में विद्यमान देवी के इन नव रूपों का स्मरण इस प्रकार से है प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी। तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम्।। पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च। सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्।। नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा: प्रकीर्तिता:। उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना। ©Sunil Singh # सनातन संस्कृति संवाद एवं
Sunil Singh
महत्वपूर्ण सूचना आज दिनांक 17/12/22 को रात्रि नौ बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम का लखनऊ उत्तर प्रदेश से सीधा प्रसारण जरुर देखें। क्रीड़ा भारती के मार्गदर्शन में यह सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रस्तुति करण होगा। आप सभी महानुभाव इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के लखनऊ से सीधा प्रसारण का भरपूर आनंद ले सकते हैं। ©Sunil Singh # सनातन संस्कृति संवाद एवं परिचर्चा
Sunil Singh
सनातन संस्कृति संवाद एवं परिचर्चा --------------------------------------------- सनातन का वास्तविक अर्थ सनातन में कितने देवी देवता और इनकी पूजा की व्यवस्था क्यों। मूर्ति पूजा का आधार क्या है। दिनांक - 13/10/2022 गुरुवार को रात्रि 10::30 बजे से है। कृपया भाग लें परिचर्चा करें। समझें और समझाएं ------------------------------------------- मित्रों आप सबों का स्वागत है। सनातन संस्कृति संवाद एवं परिचर्चा में शामिल होकर आप अपने विचार रखें। आप सनातन पर एक परिचर्चा करें।आप सभी स्वस्थ्य चर्चा करें। आप के मन में कोई प्रश्न हो तो समाधान पा सकते हैं। इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है कि सनातन की वास्तविकता क्या इसे साधारण रूप समझना और समझाना। ©Sunil Singh #सनातन संस्कृति संवाद एवं परिचर्चा
Sunil Singh
*कक्षा आरम्भ हो चुकी है* *हर घर संस्कृत-पण्डित योजना* *दो मिनट ध्यान पूर्वक सूचना अवश्य पढ़ें* *निःशुल्क पढ़िए धाराप्रवाह संस्कृतसंभाषण और लेखन* बोलिए, *अहम् अपि संस्कृतं पठिष्यामि* ( मैं भी संस्कृत पढूँगा) *शेयर कीजिए* *अपने परिचित मित्रगण तक पहुंचाइए* *Free free free*100%* *एक लाख लोग लाइव एकसाथ संस्कृत पढ़ने के लिए अधिक से अधिक शेयर कर संस्कृत प्रचार प्रसार में सहयोग प्रदान कीजिए।* *निःशुल्क 100% * 12 से 100 वर्ष तक के लिए* 🚩आज ( 19/09/2022 सोमवार ) रात 7:00 बजे से जीरो लेवल से संस्कृत सीखने के लिए "देववाणी संस्कृतम्" यूट्यूब चैनल पर स्मार्ट बोर्ड पर लाइव क्लास आरम्भ हो चुकी है। यह कक्षा प्रत्येक सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को इसी समय होगी। किन्तु आप इस कक्षा को अपने समय की अनुकूलतानुसार कभी भी , कहीं भी , कैसे भी पढ़ सकेंगे। ✔🚩अपने परिचित मित्रगण को भी सूचित कीजिए। । WhatsApp No 95821 04261 लाइव प्रसारण https://youtu.be/TsroQGQscCE सब्स्क्राइब कर घण्टी को ऑन अवश्य कर लीजिए कक्षा का नोटिफिकेशन प्राप्त करने के। देववाणी संस्कृतम् यूट्यूब चैनल 👇 https://www.youtube.com/channel/UC_GCTK6v1eIIpyfXyVsKz-g ©Sunil Singh #सनातन संस्कृति संवाद एवं परिचर्चा