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भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
तरुणा_शर्मा_तरु(मेरठी_कुड़ी)
भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
फिसल रही ज़िन्दगी धूल सी लम्हा लम्हा, कुछ पूर्ण तो कुछ अपूर्ण सी कोई जी रहा काल्पनिक ज़िन्दगी कोई हकीकत से नजरें चुरा रहा बिता रहा हर कोई अपनी उलझनों में फंसा ज़िन्दगी, कल की चिंता हर पल सताती आज को अपने हर कोई चिता समान तपिश में तप रहा,लम्हे कम ख़्वाब ज्यादा ज़िन्दगी को बड़ा बनाने की कोशिश हर कोई कर रहा, ©भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु हमारी स्वरचित चित्र रचनाये #तरुणा_शर्मा_तरु #Nojoto #nojotocommunity #Hindi #nojotohindi #Trending #hindiwriters ##indianwriter #Phisalt
भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
सुन रे पंछी...! सुन रे पंछी क्यूं इतना मायूस हुआ जाये रे, तेरे मन की व्यथा तू बता जा रे, नयन नीर क्यूं बरसायें रे, एक डाल पर बैठ कोने में क्यूं अकेला खुद को रखाये रे, सुन रे पंछी.. कारण मौनता का क्यूं इतना छुपाये रे, बोझ मन में क्यूं इतना तू अपने मन में बढ़ाये रे,सुन रे पंछी.. बहार फाल्गुन की ऋतु में तू क्यूं पतझड़ सा जीवन जीये जाये रे,सुन रे पंछी..! ©भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु हमारी स्वरचित चित्र रचनाये #तरुणा_शर्मा_तरु #Nojoto #nojotocommunity #Hindi #nojotohindi #Trending #hindiwriters ##indianwriter #पंछी #कवि
भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
तरु की शाख़ एक बेजान-सी तरु की शाख़ अपने उजाड़पन की जाने कैसी दास्तां सुना जाती है, सुन्दरता अपनी खोकर भी जीने की चाह रखकती है, अंधरुनी मंद मंद अश्रु बहाती है, जानें कितने पड़ावों को पार करती सुख दुख के अनुभवों को महसूस करती एक तरु शाख़ धरा पर अवतरित अपने अस्तित्व के ढ़लाव पर बस जीते चली जाती है बस जीते चली जाती है..! ©भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु हमारी स्वरचित चित्र रचनाये #तरुणा_शर्मा_तरु #Nojoto #nojotocommunity #Hindi #nojotohindi #Trending #hindiwriters ##indianwriter #Grayscale
भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु
गज़ल इश्क़ ए ख़्वाहिश हो गया इश्क़ हमें अपनी ही ख़्वाहिशों से कुछ इस कदर पैग़ाम ए इश्क़ हम भेजते है ख़्वाबों की दुनियाँ को इक गुज़ारिश है मिल जाये ग़र तिरी पनाह भूला देगें हकीकत के आगाज़ को इक तिरी से रूबरू होना अब रास आ गया। फ़ुज़ूल सी लगती है हक़ीक़त की दुनियाँ कुछ अधूरी सी कुछ कशमकश सी दिल के अल्फाज़ों में खामोशी सी छाई, फिर भी अपनी सी लगती है ख़्वाहिशों की दुनियाँ ऐ ख़्वाहिशों थाम लेना हमें ग़र हम जाग जायें , इक तिरी ही दुनियाँ में वफ़ा सी झलकी हक़ीक़त की दुनियाँ तो बेवफ़ा सी लगी, फ़रेबियत सी बसी हक़ीक़त में इक तिरी दुनियाँ में जन्नत सी झलकी, इक साथ मिले तो तिरा वरना हर शख़्सियत में फ़रेबियत सी बसती देखी, ©भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु हमारी स्वरचित चित्र रचनाये #तरुणा_शर्मा_तरु #Nojoto #nojotocommunity #Hindi #nojotohindi #Trending #hindiwriters ##indianwriter #candle #
Shailendra Anand
Men walking on dark street रचना दिनांक 6,,,4,,,2024,, वार शनिवार समयकाल,,,,सात बजे ्््््््शीर्षक ््छाया चित्र में भावचित्र खिंचती चली गई तस्वीर है,, सुर्य की प्रचण्ड अग्नि तत्व तेज रश्मि प्रभा से झुलसते हुए जनजीवन पर खासा असर पड़ता है ्््््् ्््््निजविचार है ्््् सिन्दूरी रक्त लालिमा से अच्छादित है प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरती नजर आ रही है,, प्रेम से ही इस रचना में मनोभाव और स्थापत्य कला संस्कृति साहित्य दर्शनीय है।। प्रेम गगन नारंग मण्डल में एक दर्शनीय स्थल सा कोणार्क सूर्य मंदिर कोणार्क मंदिर वास्तुकला और चरित्र चित्रण किया गया ईश्वर ने इतना सुंदर और चमकदार आकर्षक है ,, और यह सुखद अहसास हो प्यारा सा जीवन सैलानीयो से यह दर्शनीय स्थल रेस्त्रां और व्यवसाय में नगर और आसपास के लघु उद्योग हस्तकला खानपान पर ध्यान केंद्रित कर पर्यटन विभाग द्वारा संचालित मिशन नेशन विचार कामयाब हो सकते है ।। प्रदेश सरकार द्वारा और केन्द्रीय पर्यटन विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश से निर्मित निरन्तर प्रयास ही अच्छे परिणाम प्राप्त होते है ,, श्रद्धा में भावना से मन प्रसन्न हो ऐसे चले जाते है।। असंख्य यात्रियों का काफिला अपने सपने बुनते हुए,, जीवन के सपने लेकर चलते रहो जमाने में क्या रखा है।। नदी किनारे से हरियाली से आच्छादित वन जंगल परिक्षेत्र और रमणीय दृश्य दृषयावलोकन सौंदर्यता बिखेरती नजर आ रहे है,, वन्य जीव अभयारण्य में प्रवासी दुनिया के आनंद मौज मस्ती में एक अलग ही सुन्दर छबि मनोमय मनोरम दृश्य में अपनी दिशा लेकर चलते रहें ।। जस्बात पर जिंदगी के उतार चढ़ाव में ,, सच बोल का संवाद संदेश पर आपबीती चर्चा कर मन को शांति मिलती है।। यही सही समय पर जिंदगी की फिलासफी प्रेम शब्द की शिक्षा दीक्षा संस्कार परिवार से जुड़े हुए रहते है,, मन को शांति प्रदान करे मनोरंजन त्वमं नमामि देवेभ्यौ नमः आपका छायाचित्र ही सुन्दर छबि मनोमय प्यारी छायाचित्र कृति है।। और यह सुखद अहसास हो प्यारा सा जीवन में एक जीवंत कलाकृति होती है,, यही भाव से जन्मा विचार की मां शब्द से जन्मा मातृभूमि भारत में सबसे विश्वसनीय कर्मस्थली मापदण्ड सब धर्मों में समरुपता है।। ्््््््् ्््््कवि शैलेंद्र आनंद ््््् 6,,, अप्रैल,,,,2024,, ©Shailendra Anand #Emotional छाया चित्र में भावचित्र खिंचती मुखपृष्ठ स्क्रीन पर जिंदगी में यात्रियों का और पर्यटन स्थल आयना नजरिया आनंद ही आनंद है यही सुखद अह