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Neema Pawal
White तू कितनी अनमोल है, मां, ये तो मैं जानती हूं। पर तेरे जाने के बाद , अहसास हुआ, की तेरी कीमत, दुनिया की बदलती नज़रें, हर पल मुझे, बताती हैं। ©Neema Pawal #mothers_day मां की की कीमत।
Yashpal Sharma &J.K
White शतरंज कि चालो का खोफ तो उनहे होता हैं, जो सियासत करते हैं, हम तो भगवान परशुराम के बंशज है ना हार की फिक्र और ना जीत का जिक्र। ©Yashpal Sharma &J.K #akshaya_tritiya_2024 शतरंज कि चालो का खोफ तो उनहे होता हैं, जो सियासत करते हैं, हम तो भगवान परशुराम के बंशज है ना हार की फिक्र और ना जीत का
Kavi Himanshu Pandey
꧁ARSHU꧂ارشد
काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर , फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ ... ©꧁ARSHU꧂ارشد काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर , फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ ... Anshu writer Ritu Tyagi Anupriya Ishika Kalpana Ko
हिमांशु Kulshreshtha
सियासत अब झूठ, फ़रेब मक्कारी का पर्याय हो गई है भूखे पेट का ज़िक्र नहीं थाली और हाथ में क्या है ये चर्चा की बात हो रही है बात बेरोजगारी, बदहाली को मिटाने की नहीं विपक्ष को निपटाने की हो रही है विडम्बना है, जो सर्वज्ञ है, सार्वभौम और सनातन है उसे हाथ से पकड़ लाने की बेतुकी, बात हो रही है आख़िरी मौक़ा है देशवासियों के लिए जीत, अहंकार की कपट और छल की या लोकतंत्र और ज़न मन गण की होगी ©हिमांशु Kulshreshtha सियासत...
Anuj Ray
सुबह की चाय की चुस्की" एक तुम्हारी चाह जैसे, सुबह की चाय की चुस्की बना देती है दिन मेरा, किरण हो जैसे सूरज की। बिना मांगे ही मिल जाते , अनमोल सागर के खिले मोती काश ! छू करके तुम्हें ,महसूस कर पाता, असल की ज़िन्दगी होती। ©Anuj Ray सुबह की चाय की चुस्की"
संगीत कुमार
धरती है इतिहासों की धर्म ,ज्ञान के भंडारों की विद्वानों की महानायक की वीरों और बलवानों की भाषा की संस्कृति की अधिकारियों की कर्मवीरों की बिहार है पहचानों की ऋषियो की भगवानों की धर्म और विचारों की धरती है बलिदानो की बिहार तो है सबके सम्मान की ©संगीत कुमार #HappyRoseDay धरती है इतिहासों की धर्म ,ज्ञान के भंडारों की विद्वानों की महानायक की वीरों और बलवानों की भाषा की संस्कृति की अधिकारियों की क
Deepak Ghazipuri
वो जिस सियासत की बात सुनकर चराग़-ए-उल्फ़त बुझा रहे हैं, वो ही सियासत तुम्हारे घर को वीराॅं न कर दे तो मुझसे कहना ©Deepak Ghazipuri #Politics #सियासत #चराग़_ए_उल्फ़त