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Das Sumit Malhotra Sheetal
karishma Gujjar motivation quote
कल मैंने सभी लेखकों को प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए एक मैल लिखा नोजोटो टीम को उसे आप नीचे Coptaion में पढ़ें और नोजोटो टीम की उस मैल पर प्रक्रिया बहुत ही सराहनीय रही पुरा लेख पढ़ें। ©karishma Gujjar motivation quote नमस्कार नोजोटो टीम में करिश्मा जो की आपके हमारे प्रिय नोजोटो ऐप पर लिखते https://nojoto.page.link/JfSNv हुये मुझे एक साल से ऊपर का समय कब
Shivkumar
White ये पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , तुम भी ऊँचे बन जाओ । ये सागर कहता तुम लहराकर , तेरे मन में जो गहराई सा उसको लाओ । तुम समझ रहे हो न वो क्या कहती है , तु उठ-उठ कर और गिर-गिर कर तटल तरंग सा । तु भर ले अपने इस मन में , तेरी मीठी-मीठी बोल और ये मृदुल उमंग सा ॥ पृथ्वी कहती के ये धैर्य को न छोड़ो , इस सर पर भार कितना ही हो । नभ कहता फैलो इतना कि , तुम ढक लो ये सारा संसार को ॥ ©Shivkumar #mountain #Mountains #Nojoto #कविता ये #पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , तुम भी #ऊँचे बन जाओ । ये #सागर कहता तुम लहराकर , तेरे मन में जो
Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda
White ❣️ कान्हा ❣️ जिन्दगी रहेगी या नहीं रहेगी पता नहीं ❣️पर जब तक रहेगी तब तक आपको पाने की ख्वाहिश रहेगी ❣️ राधे राधे मेरे कान्हा ❣️❣️❣️❣️करूँ तेरा #ज़िक्र या💞🥀 ❣️अहसासों में रहने दूँ,,,,,💕 करूँ तुझे #महसूस या💞🥀 ❣️धड़कन में बहने दूँ,,,,,💕 तुझे लफ्जों में करूँ बयां या💞🥀 ❣️इबादत” में रहने दूँ,, 💕💕💕अपने विचारों से लड़ने की कोशिश मत करो, उन्हें अपने ऊपर नियंत्रण दिए बिना आने और जाने दो। जब आप कुछ भी नहीं कर रहे होते,न शरीर से,न मन से, न बुद्धि से तब आप अपने साथ होते हैं...🙏🌹🌹 जय श्री कृष्ण 🌹 🎄 🌹 🎄 🎄 इंसान तीन ही अच्छे होते हैं 🌹 🌹 एक जो मर गया हो 🌹 🎄 दूसरा वो जो पैदा नहीं हुआ हो 🎄 🌹 तीसरा जिसे हम जानते ही नहीं🎄राधे-राधे🌹 ©Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda #SunSeअपने विचारों से लड़ने की कोशिश मत करो, उन्हें अपने ऊपर नियंत्रण दिए बिना आने और जाने दो। जब आप कुछ भी नहीं कर रहे होते,न शरीर से,न मन
Nojoto
नमस्कार दोस्तों, आपकी जानकारी हेतु हम बताना चाहेंगे कि क्रिएटर के लिए कुछ नई योजनाओं के चलते Online Ticketing की Earnings में क्रिएटर का कमीशन 50 % कर दिया गया है। बचा 50%, टैक्स और नोजोटो कमीशन होगा। आशा करते है कि आपकी नोजोटो की यात्रा सुखद चलती रहेगी। किसी भी प्रकार की समस्या या सवालो के लिए आप हमे team@nojoto.com पर मेल कर सकते है। धन्यवाद ©Nojoto Important Information नमस्कार दोस्तों, आपकी जानकारी हेतु हम बताना चाहेंगे कि क्रिएटर के लिए कुछ नई योजनाओं के चलते Online Ticketing की Ear
बादल सिंह 'कलमगार'
लेखक ओझा
White कुछ जुगनू जल–बूझ रहे है फिर भी रात सुहानी है क्योंकि संघर्ष ही मेरी कहानी है।। ©लेखक ओझा #Night कुछ जुगनू जल बुझ रहे
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
चौपाई छन्द :- पीर पराई बनी बिवाई । हमको आज कहाँ ले आयी ।। मन के अपनी बात छुपाऊँ । मन ही मन अब रोता जाऊँ ।। चंचल नैनो की थी माया । जो कंचन तन हमको भाया ।। नागिन बन रजनी है डसती । सखी सहेली हँसती तकती ।। कौन जगत में है अब अपना । यह जग तो है झूठा सपना ।। आस दिखाए राह न पाये । सच को बोल बहुत पछताये ।। यह जग है झूठों की नगरी । बहु तय चमके खाली गगरी ।। देख-देख हमहूँ ललचाये । भागे पीछे हाथ न आये ।। खाया वह मार उसूलो से । औ जग के बड़े रसूलों से ।। पाठ पढ़ाया उतना बोलो । पहले तोलो फिर मुँह खोलो ।। आज न कोई उनसे पूछे । जिनकी लम्बी काली मूछे । स्वेत रंग का पहने कुर्ता । बना रहे पब्लिक का भुर्ता ।। बन नीरज रवि रहा अकाशा । देता जग को नित्य दिलाशा । दो रोटी की मन को आशा । जीवन की इतनी परिभाषा ।। लोभ मोह सुख साधन ढूढ़े । खोजे पथ फिर टेढे़ मेंढ़े । बहुत तीव्र है मन की इच्छा । भरे नहीं यह पाकर भिच्छा ।। राधे-राधे रटते-रटते । कट जायेंगे ये भी रस्ते । अपनी करता राधे रानी । जिनकी है हर बात बखानी । प्रेम अटल है तेरा मेरा । क्या लेना अग्नी का फेरा । जब चाहूँ मैं कर लूँ दर्शन । कहता हर पल यह मेरा मन ।। २४/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR चौपाई छन्द :- पीर पराई बनी बिवाई । हमको आज कहाँ ले आयी ।। मन के अपनी बात छुपाऊँ । मन ही मन अब रोता जाऊँ ।। चंचल नैनो की थी माया । जो कंच
Pinki love status
ओह मेरे प्यारे पतिदेव ये दिल हमेशा से आपका था और केवल आपका ही रहेगा ! लव यू डियर जिंदगी ! ©Pinki love status #Couple #love ओह मेरे प्यारे पतिदेव ये दिल हमेशा से आपका था और केवल आपका ही रहेगा ! लव यू डियर जिंदगी #nojoto #nojotohindi
Devesh Dixit
किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लगातार मेरे कानों से, आकर अब भी टकरा रही थी। ढूँढा उसको मैंने, पर कहीं न पाया, आवाज़ ने उसकी, कहर बरसाया। ध्यान को केंद्रित भी नहीं कर पाया, इस कदर उसने मुझको भटकाया। ध्यान लगाया आवाज़ पर, तो पाया, हल्की सी दबी साँसों को सुन पाया। कहीं पर लगा था ढेर, किताबों का, जिस पर लगी धूल को मैं देख पाया। निकलने लगा मैं जब वहाँ से, बोली तभी किताब तपाक से। यूँ ही देख कर मुझे जा रहे हो, मुझे बिना सुने ही भाग रहे हो। सुन कर दुविधा में आ गया, रुका मैं इंसानियत के नाते। तब जाकर समझ में आया, कि किताबें करती हैं बातें। ......................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #किताबें_करतीं_हैं_बातें #nojotohindi #nojotohindipoetry किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लग