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Shashi Ranjan Pratap Singh
#दिल 💓#में_हो_रहीं_हैं #उसकी👩 #यादों_की #रैलियां..🌿💞🌿 ......#मोहब्बत_की_26_जनवरी से #गुजर_रहा_हूँ_मैं..!! 🌠Pratap🌠 #दिल 💓#में_हो_रहीं_हैं #उसकी👩 #यादों_की #रैलियां..🌿💞🌿 ......#मोहब्बत_की_26_जनवरी से #गुजर_रहा_हूँ_मैं..!! 🌠Pratap🌠
#दिल 💓में_हो_रहीं_हैं उसकी👩 #यादों_की #रैलियां..🌿💞🌿 ......#मोहब्बत_की_26_जनवरी से #गुजर_रहा_हूँ_मैं..!! 🌠Pratap🌠
read moreMANJEET SINGH THAKRAL
खुद सरकारी आंकड़ो के हिसाब से 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों में से सिर्फ 20 लाख मजदूरों को ही मिल पाया मुफ्त राशन यानी 3 % से भी कम लोगों तक पहुच
खुद सरकारी आंकड़ो के हिसाब से 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों में से सिर्फ 20 लाख मजदूरों को ही मिल पाया मुफ्त राशन यानी 3 % से भी कम लोगों तक पहुच #nojotophoto #Life_experience
read moreHarshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #jazzbaat कहीं घरोंदो की नीलामी हुए। सड़को पर रैलियां निकाली। कहीं जिस्मं खरीदें गए। कहीं मोहब्बत नीलाम हुए। कहीं ज़मीर बेचे गए। कमाल का कारोबार है जनाब। कहीं सुकूनं की नीद बिकं रही हो। तो इतला कर देना। #heart #mythoughts #yqdidi #yqbaba #yqhindi #thoughtoftheday Written by Harshita ✍️✍️ #jazzbaat कहीं घरोंदो की नीलामी हुए। सड़को पर रैलियां
#Heart #MyThoughts #yqdidi #yqbaba #yqhindi #thoughtoftheday Written by Harshita ✍️✍️ #jazzbaat कहीं घरोंदो की नीलामी हुए। सड़को पर रैलियां
read moreArun Nagar
शहर की रैलियां ठंडी पड़ गई हैं इस पहर अलाव में आग नहीं जलाई जाती सब परित्यक्त प्रेमी हो गए हैं नशेड़ी सो रहे हैं,जाग रहे हैं बचे खुचे उदास कविता को खा रहे हैं बचे खुचों से बचे हुए मैं और तुम प्रिय सड़कों पर रोमांस रोमांस चिल्लाते भाग रहे हैं अपने ईश्वर की जानिब। ©Arun Nagar शहर की रैलियां ठंडी पड़ गई हैं इस पहर अलाव में आग नहीं जलाई जाती सब परित्यक्त प्रेमी हो गए हैं नशेड़ी सो रहे हैं,जाग रहे हैं
Dr Jayanti Pandey
सबकी जान को खतरा बता रहे हो सबको अपने पास मिलने भी बुला रहे हो इतने मासूम तो आप नहीं हो जनाब बेचारी जनता को इतना क्यों बरगला रहे हो न रैलियां बंद हो रही हैं,न मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा न किसान आन्दोलन हटा, न ही भीड़ सर तन से जुदा देते नारा जो चपेट में आ रहा है,बस
न रैलियां बंद हो रही हैं,न मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा न किसान आन्दोलन हटा, न ही भीड़ सर तन से जुदा देते नारा जो चपेट में आ रहा है,बस #yqbaba #YourQuoteAndMine #yqquotes #scribbles #wrscribblezone #jayakikalamse #राजनीति_का_खेल_है_सारा #wsbrainidea
read moreMohammad Arif (WordsOfArif)
झूठी तस्ललिया लोगों को अब देते फिर रहे है लोगों को समझाने के लिए अब रैलियां कर रहे है झूठ भी देख लें इनको तो शरमा जाए वो भी फिर गलत कानून लागू करके भाषण कर रहे है हर बात पर जाने क्यूं हिन्दू मुस्लिम करते है डर लग रहा है इसलिए गलत बयान कर रहे है मुसीबतें धीरे धीरे छट जायेगी बस लगे रहना उन्हें डर लग रहा है मुकाबले की बात कर रहे है डर के मारे कोर्ट भी अब टाइम मांगने लगा है जज भी अब सुरक्षित नहीं है जो उनसे डर रहे है मामला दिन ब दिन बिगड़ता जा रहा है हर तरह आरिफ लगता है माहौल कुछ लोग खराब कर रहे है झूठी तस्ललिया लोगों को अब देते फिर रहे है लोगों को समझाने के लिए अब रैलियां कर रहे है झूठ भी देख लें इनको तो शरमा जाए वो भी फिर गलत कानून ल
झूठी तस्ललिया लोगों को अब देते फिर रहे है लोगों को समझाने के लिए अब रैलियां कर रहे है झूठ भी देख लें इनको तो शरमा जाए वो भी फिर गलत कानून ल
read moreRajesh Raana
Silence दास्तां परिंदो की (Read in Caption) परिंदो , तुमने कभी शिकायत नही की , कि हवा जहरीली है , झील का पानी खारा है , रहने को पेड़ कम बचे है , अब हमारा क्या गुजारा है । परिंदो ,
परिंदो , तुमने कभी शिकायत नही की , कि हवा जहरीली है , झील का पानी खारा है , रहने को पेड़ कम बचे है , अब हमारा क्या गुजारा है । परिंदो , #poem
read moreविरोधी अभिमान्शु
जब चुनाव आ जाते हैं .....! (Read in caption) गांव की पगडंडियों से लेकर शहर की गली और चौराहों तक हर घर, हर मकान, बिजली के खंभे बैनर से सज जाते हैं जब चुनाव आ जाते हैं.....! गांव के
गांव की पगडंडियों से लेकर शहर की गली और चौराहों तक हर घर, हर मकान, बिजली के खंभे बैनर से सज जाते हैं जब चुनाव आ जाते हैं.....! गांव के #भ्रष्टाचारी #आम_चुनाव #vote_for_change
read moreशुभी
कुम्बा-ए-मशरिक़ से फिर रंजिश निकाली है, वाकई दिल्ली बड़ी दिल वाली है. (check caption) तितली के परों को कुचल, फिर उसकी इज़्ज़त उतारी है, वाकई दिल्ली बड़ी दिल वाली है. अनसुना कर उसकी गुहार, फिर मानवता को लात मारी है, वाकई दिल
तितली के परों को कुचल, फिर उसकी इज़्ज़त उतारी है, वाकई दिल्ली बड़ी दिल वाली है. अनसुना कर उसकी गुहार, फिर मानवता को लात मारी है, वाकई दिल #Delhi #yqbaba #Dimri #riseabovereligion #yqdidi #yqbhaijan #sarcasm #yopowrimo #कटाक्ष
read moreSachin Ratnaparkhe
सच को देखने के लिए आंखे खुली होनी चाहिए, बंद आंखों से महज़ अंधेरा ही नज़र आता है। यह बात उनके लिए है जो शाहीन बाग़ का बिना उनके इरादे को समझे खुलकर समर्थन कर रहे है। ऐसा क्या व्यवस्था है कि वहां लोग 2 महीने से ज्यादा बैठ
यह बात उनके लिए है जो शाहीन बाग़ का बिना उनके इरादे को समझे खुलकर समर्थन कर रहे है। ऐसा क्या व्यवस्था है कि वहां लोग 2 महीने से ज्यादा बैठ
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