Find the Latest Status about नवांकुर पत्रिका from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नवांकुर पत्रिका.
Rajesh rajak
हम क्या कर रहे हैं,रोज जीने की आस में तिल तिल मर रहे हैं, आओ कुछ नया करें,हम भी क्यों जिएं मरने के लिए, जीने के लिए तो सभी मर रहे हैं, बो कर जाएं कुछ बीज अच्छाइयों,केजिनसे निकलें,नवांकुर के फूल नफ़रत तो सभी बो रहे हैं,, नवांकुर
Mohan Sardarshahari
रात भर इक चांद का साया रहा मैं उसके साये में जैसे नहाता रहा तारों में चंचल चमक आकाश गंगा जैसे चांदी का खनन रात की कोमलता जैसे रेशमी आंचल यही है वजह जिससे रात में फूटते हैं नवांकुर।। ©Mohan Sardarshahari फूटते हैं नवांकुर
VINOD VANDEMATRAM
राजस्थान पत्रिका में बधाई संदेश, शोक, व्यावसायिक सहित सभी प्रकार के विज्ञापनों के लिए संपर्क करें: विनोद त्रिवेदी निखार पब्लिसिटी पालोदा। मो: 9929794894 ©VINOD VANDEMATRAM #vTp राजस्थान पत्रिका
Aaradhana Anand
“भारतस्य प्रतिष्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा” यानी भारत की दो प्रतिष्ठायें हैं पहली संस्कृत व दूसरी संस्कृति..... “संस्कृताश्रिता संस्कृति:” यानि भारत की संस्कृति संस्कृतभाषा पर ही आश्रित है। चित् तरंगिणी पत्रिका
Aaradhana Anand
करके साधु की हत्या , मिला कौन सा मान । कुकर्मो से मानव न सुधरे , कैसे बसा ये अभिमान ।। नमन करो तो ज्ञान मिले , मिले धर्म का ध्यान । साधु की हत्या करे जो, न हो कभी कल्याण ।। मानव की बुद्धि भ्रष्ट हुई , यहां पापी बने महान । दुनिया मे हाहाकार मचा , ये ही कर्मो का परिणाम ।। चित् तरंगिणी पत्रिका