Find the Latest Status about उर्वशी poem from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उर्वशी poem.
Capital_Jadon
क्या करोगे यूँ रातों को गुफ़्तगू तो कर रहे हो हमसे, जो दिल लगा बैठे तो क्या करोगे मानता हु कि अभी हम कुछ नहीं तुम्हारे, मगर जो हमे कुछ मान बैठे तो क्या करोगे यूँ रातों को गुफ़्तगू तो कर रहे हो हमसे, जो दिल लगा बैठे तो क्या करोगे ये प्यार की बातें किताबों में रहने दो, हकीकत में दिल लगा बैठे, तो उजड जाओगे कहते है फिर दुबारा नहीं बसा करते,उजड़े हुए दिल जो हमारे होगये ,तो क्या करोगे यूँ रातों को गुफ़्तगू तो कर रहे हो हमसे, जो दिल लगा बैठे तो क्या करोगे क्या कर पाओगी यकीन फिर से इश्क़ पे, या ज़माने के डर से बिछड़े तो न जाओगे बन्झर से दिलों के इस बीरान सफर में ताउम्र साथ चल पाओगे क्या कह पाओगे ज़माने को की फिर से इश्क हुआ है, या डर के ज़माने से फिर भागा जाओगे ©Capital_Jadon #poem
Aarti Sirsat
वक्त शायद जख़्मो को भर भी दे, मगर जाओं... जिंदगी से पूछकर आओं... क्या वोह मेरी उम्र की भरपाई कर पायेगी....! ©Aarti Sirsat #poem
Kartik Choure
जगता एवढं आचरा फक्त , स्वाभिमानाचा मान ठेवा आठवूण चेहरा स्वप्नांचा कष्ट सुद्धा गहाण ठेवा ... स्वप्न एवढी मोठी विचारा सूर्यालाही तहान लागेल , जिद्द एवढी साठवून ठेवता की सागरालाही घाम फुटेल ... कित्येक काटे बोचले जरी मेहनतीला आपला सार्थी करा अलगद त्यांना सरकावून बाजूला विजयाची समशेर आसमंती धरा..... -कार्तिक ©Kartik Choure #poem
Priya Chaturvedi
Sad love quotes in Hindi खुद से शिकायत है किसी से क्या गिला है बांटी थी खुशियां मैंने सूनापन मिला है बस इतनी सी ही सौगात मेरे हिस्से में आई है खालीपन, अकेलापन, आंसू हैं, तन्हाई है ©Priya Chaturvedi #poem
Sunil Nagar 'srgm'
कà¥à¤¯à¤¾ लिखूठमैं ज़िंदगी में शामिल, हूँ कौन पढ़ लेना। मैं चुप रहूँ लेकिन , तुम मौन पढ़ लेना।। ©Sunil Nagar 'srgm' #poem
HintsOfHeart.
"इन्द्र का आयुध पुरुष जो झेल सकता है, सिंह से बाँहें मिलाकर खेल सकता है, फूल के आगे वही असहाय हो जाता , शक्ति के रहते हुए निरुपाय हो जाता। विद्ध हो जाता सहज बंकिम नयन के बाण से जीत लेती रूपसी नारी उसे मुस्कान से !" ©HintsOfHeart. #रामधारी_सिंह_दिनकर -'उर्वशी' से।
Kartik Choure
बांगडीची कीन कीन नी मोगऱ्याचा गंध शब्दात भिजवतो आहे... डबडबुन डोळे दुःख प्रेमाने सोसतो आहे आठवणींणा तुझ्या मी सरनावरती ठेवतो आहे... सरकावुन रक्ताळलेले गुलाब नी शब्दसारे, अर्धवट कवीतांना मुठमाती देतो आहे ... रुसले सारे पत्र जरी त्यास पत्रावळी करतो आहे भिजलेले हृदय सुखावण्यास स्वप्न माझे जाळतो आहे आठवणींणा तुझ्या मी सरनावरती ठेवतो आहे.... ©Kartik Choure #poem
Kartik Choure
बांगडीची कीन कीन नी मोगऱ्याचा गंध शब्दात भिजवतो आहे... डबडबुन डोळे दुःख प्रेमाने सोसतो आहे आठवणींणा तुझ्या मी सरनावरती ठेवतो आहे... सरकावुन रक्ताळलेले गुलाब नी शब्दसारे, अर्धवट कवीतांना मुठमाती देतो आहे ... रुसले सारे पत्र जरी त्यास पत्रावळी करतो आहे भिजलेले हृदय सुखावण्यास स्वप्न माझे जाळतो आहे आठवणींणा तुझ्या मी सरनावरती ठेवतो आहे.... ©Kartik Choure #poem