ग़ज़लकार - फ़हमी बदायूंनी साहब
(आखिरी शेर गलती से गलत पढ़ा है-
सही शेर -
बताओ ना कि हम लगते थे कैसे*
तुम्हें तो याद है हंसना हमारा )
hind #nojotohindi#hindishayari
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Sonam Pandey
बेटी होना भी आसान बात नहीं है साहब बेटियां तो वह होती है जो अपने घर में भी पराई समझी जाती है 😔😔😔👩
#ChandSeBaatein