Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सृजन का बीज हूँ मिट्टी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सृजन का बीज हूँ मिट्टी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सृजन का बीज हूँ मिट्टी.

Stories related to सृजन का बीज हूँ मिट्टी

Praveen Jain "पल्लव"

#Likho मिटेगा डॉलर मिट्टी में

read more
पल्लव की डायरी
धमकियों का खामियाजा
प्रतिबन्ध लगाकर भुगत चुके हो
नुकसान उठाकर
चरणवन्दन भारत का कर चुके हो
अरमानो को जरा ठंडा करके चलो
वरना चौधरी बनने का भूत उतर जायेगा
मिटेगा डॉलर मिट्टी में
फिसड्डी अमेरिका हो जायेगा
                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #Likho मिटेगा डॉलर मिट्टी में

Shreyansh Gaurav

#Beautiful_Eyes #आँखो का गुनहगार हूँ poetry

read more
"आँखो का गुनहगार हूँ मैं"


अगर मैं गुनहगार हूँ तो सिर्फ इन आँखो का 
कितना इन्हें परेशां कर रखा हूँ.!
बहुत झेलती है यें मुझे 
कभी गाली भी देती होगी तो सुनुँगा 
सोने नहीं देता हूँ,जगा कर रखा हूँ.!
ख़ुद में क्या यें दोनों भी 
इक़ दूसरे से बातें करतीं होगी 
बताओ किसके यहाँ फ़स गयीं है यें.!
शुक्रगुजार हूँ मैं इन दोनों का 
सोचता हूँ कभी ऐसा हो 
बारी बारी से इन्हें बन्द करता मैं..!
इक़ सोकर आराम करतीं 
फ़िर दूसरी उठकर खुलती रहतीं.!
मुआफ़ करना तुम दोनों 
ख़ुद तो जागता हूँ,तुम दोनों को जगा रखा हूँ.!!

©Shreyansh Gaurav #Beautiful_Eyes 
#आँखो का गुनहगार हूँ 
#poetry

Anukaran

#Thinking बदला नहीं हूँ, बस थोड़ा सहम गया हूँ, रुका नहीं हूँ, बस थोड़ा थक गया हूँ। continue...

read more
White बदला नहीं हूँ, बस थोड़ा सहम गया हूँ,
रुका नहीं हूँ, बस थोड़ा थक गया हूँ।
continue...

©Anukaran #Thinking 
बदला नहीं हूँ, बस थोड़ा सहम गया हूँ,
रुका नहीं हूँ, बस थोड़ा थक गया हूँ।
continue...

Ashok Verma "Hamdard"

मिट्टी से जुड़ा हुआ हूं मैं

read more
White अभी मिट्टी से जुदा हुआ नहीं हूँ,
थका हूँ पर कहीं रुका नहीं हूँ।

गिराया वक्त ने, संभलता गया मैं,
हारा जरूर हूँ, मगर झुका नहीं हूँ।

तेरी राहों का राही बनूं कैसे,
मैं कारवां हूँ, मगर रास्ता नहीं हूँ।

बिखरने की सज़ा वक्त ने दी है,
मगर ख़ुद में मैं अब तक मिटा नहीं हूँ।

पिता का अक्स हूँ, पहचान यही है,
पर अब तक खुद को तराशा नहीं हूँ।

मंजिल मेरी भी होगी एक दिन,
सफ़र में हूँ, पर अभी ठहरा नहीं हूँ।

भूखा हूँ पर गैर का लूटूं ये मुमकिन नहीं,
मैं मेहनत का हूँ, सौदा सस्ता नहीं हूँ।

तुम संग हूँ, पर दिल से दूर हूँ शायद,
खुद का भी हूँ, तेरा भी पूरा नहीं हूँ।

अशोक वर्मा "हमदर्द "

©Ashok Verma "Hamdard" मिट्टी से जुड़ा हुआ हूं मैं

Shalini Nigam

#मिट्टी #yqdidi #yqbaba Love Life Poetry #poem

read more
मिट्टी होने से पहले, "क्यूं ख़ाक होना"
जब ~अन्त~ पता है.. "सबको" 
जलना है.!_ 
"~खुश~ रहना सिखो.!!"

©Shalini Nigam #मिट्टी #Nojoto #yqdidi #yqbaba #Love #Life #Poetry #poem

Parasram Arora

खिलौना मिट्टी का

read more
White ये देह तो  एक मुट्ठी 
धूल से बना हुआ 
खिलौना हैँ 
इस खिलोने से.
थोड़ी देर खेल लेना 
क्योंकि टूटने का 
खतरा मंडरा.
रहा हैँ सिर पर

©Parasram Arora खिलौना  मिट्टी का

Bachan Manikpuri

बीज

read more
Unsplash दिमाग दिमाग मनुष्य का पृथ्वी है वह जमीन है वह मिट्टी होती है जहां पर हम अपनी सोच रूपी बीजों को बोते हैं जिस तरह का बीज हम अपने दिमाग में बोते हैं उसी  तरह से हमारा जीवन का निर्माण होता है इसलिए अपने दिमाग में वही बीज बोए जो आपके लिए अच्छा है जो आपकी उन्नति के मार्गों को खोलती है

©Bachan Manikpuri बीज

theABHAYSINGH_BIPIN

#बार-बार कोशिशें की मैंने, हर बार चोट मैं खाता हूँ। फिर भी हिम्मत है इतनी, जीत की कसम मैं खाता हूँ। लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है, मेहनत से

read more
White बार-बार कोशिशें की मैंने,
हर बार चोट मैं खाता हूँ।
फिर भी हिम्मत है इतनी,
जीत की कसम मैं खाता हूँ।

लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है,
मेहनत से मैं ना घबराता हूँ।
हुंकार भरूंगा फिर से मैं,
संकल्प का फल मैं पाता हूँ।

वचन ही मेरा शस्त्र बना,
हर कदम पर धार लगाता हूँ।
हिम्मत मेरी कभी ना टूटे,
महादेव का ध्यान लगाता हूँ।

पक्की करती जीत मेरी,
जब ईश्वर का गुण गाता हूँ।
लक्ष्य से परे नहीं अस्तित्व मेरा,
संघर्षों का मैं आदि हूँ।

थकूंगा नहीं बिना जीत के,
विजयी विश्व का वासी हूँ।

©theABHAYSINGH_BIPIN #बार-बार कोशिशें की मैंने,
हर बार चोट मैं खाता हूँ।
फिर भी हिम्मत है इतनी,
जीत की कसम मैं खाता हूँ।

लक्ष्य नए नहीं, ये संकल्प है,
मेहनत से

श्रद्धा - एक गहरा समुन्दर

सारे पुराने धर्मों ने ईश्वर का भय सिखाया है!
और जिसने भी ईश्वर का भय सिखाया है, उसने पृथ्वी पर अधर्म के बीज बोए हैं। क्योंकि भयभीत आदमी धार्मिक हो ही नही सकता। भयभीत आदमी धार्मिक दिखाई पड़ सकता है।

©श्रद्धा - एक गहरा समुन्दर #अधर्म #धार्मिक #“भयभीत”  #ईश्वरीयशक्ति  #पृथ्वीलोक  #बीज #आदमीकाकिरदार
#6thdec/12/24 #panchmi_shuklapaksha #margshish #11_12

Praveen Jain "पल्लव"

#WorldEnvironmentDay असभ्यताओ के बीज विषरूप में बो रहे है

read more
पल्लव की डायरी
वैज्ञानिकों की कारगुजारियों के चलते
मौसम रंग बदल रहे है
बायु प्रदूषण में  केमिकल्स और वाहनों के
अंधाधुंध प्रयोग शामिल हो रहे है
कैसे पनपे कोई स्वस्थ्य बीज पौधा बनकर
यूरिया और कीटनाशक मिट्टी के कण कण में पनप रहे है
जहरीला हर खाद्यान्न भोजन के रूप में है
केंसर के रूप में विश्वभर के लोगो को लील रहै है
सभ्यताओं के विकास में पागलपन इतना बढ़ गया
जीवन हम सब अपना बीमारियों के रूप में ढ़ोह रहे है
चिंता शुद्व हवा पानी की करते करते
असभ्यताओ के बीज विषरूप में बो रहे है
                                                         प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #WorldEnvironmentDay असभ्यताओ के बीज विषरूप में बो रहे है
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile