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save trees
main to bs ek perchai hoon, hath kbhi na kisi k ayi hoon, mere piche daudna vyarth hai, vakt k sath mit ti bnti ayi hoon... ab ek smile please ☺️🫴🏻 ©save trees #outofsight ,#nojoto,#nojotohindi,#shayri,#poems
Ezha Valavan
White timeless poems by rabindranaththakur...😇🙃 ©Ezha Valavan #timelesstruth #poems #Emotional
Teरa PरeeT Saकshi
White पहले आदतें डाल देते हैं फिर मुँह फेर लेते हैं प्यार करती हूं तुमसे रह नही पाती बातें किए बिन तुमसे कह कर दिल को भरमा लेते हैं जब बात आती है फेर साथ देने की घर वालों को बना मोहरा बनाए रिश्ते को तोड़ देते हैं अगर जान देने की बात करे प्रीत कहदे तो सेल्फिश हो तुम मेरे भी ख़ाब हैं कहकर हुस्न वाले हाथ छोड़ देते हैं जिनको आदत हो जगह जगह मुंह मारने की उनको कोई फर्क नही पड़ता यहां इक तरफा प्यार में पता नही हर रोज़ कितने दम तोड़ते हैं,,, 💔 ©Teरa PरeeT Saकshi #tutadil💔 #Pain # Neel Tiwari Anshu writer Dr Ashish Vats poemspa Shikha Sharma
swati soni
"चलो अब कुछ और बड़े हो जाते हैं " समाज के दायरों और सोच के आगे , थोड़ा अलग ढल ही जाते हैं , चलो बचपन की शरारतों व बातों को पीछे छोड़कर सब और बड़े हो जाते हैं कितने पावन मोहक थे वो दिन , जिसमें मगरूर रहकर बस खुश थे सभी , आज उन बातों को भुलकर फ़िर से ,दुनियाँ में कुछ कदम खो जाते हैं , नहीँ खेलते वो खेल जो , हारने पे भी हँसा जाते हैं , ऐसा कुछ करेंगे जो सिर्फ जीतना सिखाये , खुद के साथ दूसरों को हँसाने का अनूठा राज ढूँढ़ लाते हैं , चलो अब कुछ और बड़े हो जाते हैं न करेंगे किसी रस्म रिवाज़ की परवाह जीवन की आपाधापी में सभी अवांछित रिवाजों को भुला देते हैं , चलो अब कुछ और बड़े हो जाते हैं । @स्वाति की कलम से.... ©swati soni #aaina #swatikiqalumse✍🏻 #poemsofnojoto प्रशांत की डायरी Hema Shakya Abhishek tyagi Internet Jockey Rounak kumar Satyaprem Upadhyay Anshu
साहित्य संजीवनी
क्यों तकल्लुफ करें ये कहने मे, जो भी खुश हैं हम उससे जलते हैं। -जॉन एलिया ©साहित्य संजीवनी #oddone #Shayari #Shayar #poems
Amit Verma
Amit Verma
'जीवन कम पड़ गया' यूँ तो मैं समंदर पार कर गया एक पल में चंद कदमों की दूरी को एक जीवन कम पड़ गया यूँ तो छू लिया नभ का भी अंतिम छोर उसका हाथ छूने को एक जीवन कम पड़ गया देख लिया धरा की गहराई को नापकर उसकी आँखों कि गहराई नापने को एक जीवन कम पड़ गया चूम लिया पर्वत की सबसे ऊंची चोटी को उसका माथा चूमने को एक जीवन कम पड़ गया लगा लिया जीवन के हर ख्वाब को गले उसे गले लगाने को एक जीवन कम पड़ गया ✍️ ~ अमित वर्मा ©Amit Verma #amitverma #Khayaal #vibes #poem #poemsociety #trendingtopic