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Babli Gurjar
शायर R k जी अनुवाद सही से समझिए जनाब गृहिणी को देखते ही ग्रहण भी हो जाता है फरार कृपया सभी को अपने जैसा ना समझे आप बबली गुर्जर ©Babli Gurjar गृहिणी
गृहिणी #शायरी
read moreAvinash lad
गृहिणी... ------------------ हळव्या मनातून आपलेपणा देते, सुखदुःखाचा डाव सोबतीने मांडते...! रंगीबेरंगी नाती नकळत बांधते, शब्दांच्या खेळातून संसारात गुंतते...! मांडतेय बाजार ही घरची गृहिणी, प्रसन्न होऊनिया लक्ष्मी घरात राणी...! थकवा ना रुसवा साद देते मायेची, दुःखास विसरूनी जिद्द ठेवी मनाची...! संसाराच्या व्यापात शोधें वाट सुखाची, दुःखाच्या डोहातून शर्यत जगण्याची...! नाचे फुलपाखरू देउनी घरपण, तिच्यामुळे हासते तुळशीवृंदावन...! ------------ श्री.अविनाश लाड राजापूर-हसोळ मोब,९९३०६१८३७५ गृहिणी..
गृहिणी.. #poem
read moreAmit Singhal "Aseemit"
गृहणी को ख़ुद को क्यों साबित करना पड़ता है? क्यों लड़नी पड़ती है अपने अस्तित्व की लड़ाई? जबकि उसे घरेलू समस्याओं से लड़ना पड़ता है, वह हल खोजती है जो परिवार पर विपत्ति आई। ©Amit Singhal "Aseemit" #गृहणी
Deepak Sharma
गृहणी होना क्यों नहीं भाता गृहणी को कोई क्यों नहीं समझता जो घर मे रहकर गृहणी बनती हैँ वो घर कि अर्थव्यवस्था को संभालती हैँ!! बढ़ती महंगाई घटती कमाई का तालमेल बनाती हैँ फिर भी बुरे समय के लिए पैसे बचा लेती हैँ ना मिलती उसको छुट्टी हैँ बस लगी रहती सबकी सेवा मे वो ही तो गृहणी हैँ © Deepak Sharma #गृहणी
Vikas Sharma Shivaaya'
✒️📇जीवन की पाठशाला 📖🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की विश्वास और घमंड में बहुत महीन फ़र्क़ है , मैं यह कर सकता हूँ मेरा विश्वास है और यह मैं ही कर सकता हूँ मेरा घमंड है ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो भी कुछ आपको आसानी से हासिल हो जाता है अमूमन इंसान उसकी क़द्र नहीं करता चाहे वो किसी इंसान का ही मिलना हो -समय हो -सफलता हो या कुछ ओर ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हर घर की गृहणी अपना तन जला कर हर हालात में रोटियां पकाती है और बच्चे तथा हम कभी सब्जी पर तो कभी अचार पर रूठ जाते हैं ,इनके लिए तो संडे भी नहीं आता और आता भी है तो डबल काम लेकर ..., आखिर में एक ही बात समझ आई की शायद अब मैं धीरे धीरे समझने लगा हूँ की क्यों कोई भी इंसान अचानक पंखे से लटक जाता है ,आसान नहीं होता ,उस एक मौत को गले लगाने के लिए सैंकड़ों बार मरना पड़ता है ,...उम्मीद मत छोड़िये ..हर रात के बाद सुबह होनी ही है ...! बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा 🙏सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरुरी ...! 🌹सुप्रभात🙏 स्वरचित एवं स्वमौलिक "🔱विकास शर्मा'शिवाया '"🔱 जयपुर-राजस्थान ©Vikas Sharma Shivaaya' गृहणी
गृहणी #समाज
read moreYashpal singh gusain badal'
गृहणी हया के रंग में लाल हुयी तुम ; कितनी सुंदर लगती हो । दिल में क्या कुछ-कुछ होता है ; कुछ हमको भी बतलावो ना । कौन सा जादू घोल के डाला; इन आँखों के सागर में ; जो झांके हो जाये पागल ; है क्या राज बतावो ना । सुबह -शाम तुम प्यार बांटती ; ना रुकती ना थकती हो ; लाती हो इतना प्यार कहाँ से , जरा हमको भी बतलाओ ना । यशपाल सिंह बादल ©Yashpal singh गृहणी #SuperBloodMoon
गृहणी #SuperBloodMoon #कविता
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