Nojoto: Largest Storytelling Platform

New हिंसा का पर्यायवाची शब्द Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about हिंसा का पर्यायवाची शब्द from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हिंसा का पर्यायवाची शब्द.

    LatestPopularVideo

Parasram Arora

धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ

read more
कोई  पुरखो को   पानी  पहुंचा  रहा हैँ  कोइ गंगाओ मे  पाप  धो रहा हैँ   कोई  पथर की प्रतिमाओं  के सामने  बिना भाव  सर  झुकाये बैठा हैँ 
धर्म  के  नाम पर  हज़ार  तरह  की मूढ़ताएं  प्रचलन मे हैँ धर्म से  संबंध तो   तब होता हैँ जब  आदमी  जागरण की  गुणवत्ता  हासिल कर लेता हैँ  
जहाँ  जागरण  होगा  वहा अशांति  कभी  हो ही नहीं सकती  
क्यों कि  जाग्रत  आदमी  विवेकी  होता हैँ      इर्षा  क्रोध  की  वृतियो  से  ऊपर  उठ  चुका होता हैँ औदेखा  जाय तो  धर्म औऱ  शांति पर्यायवाची  शब्द  हैँ धर्म  औऱ  शांति...... पर्यायवाची  शब्द हैँ

Praveen Jain "पल्लव"

हिंसा का अधिकार #पल्लव_की_डायरी #कविता

read more
प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" हिंसा का अधिकार
#पल्लव_की_डायरी

मिथिलेश मुन्तज़िर

हिंसा का शाहिन बाग

read more
हर तरफ से उठ रही है चीखे , कुछ तो छिपा राज है
देश का दिल जल रहा है , किसने लगायी आग है ।
हमसे कोई पूछे तो , लालकिले की प्राचीर से बोलू
इस हिंसा का "वारिस" , दिल्ली का शाहिन बाग है ।।
कुछ लोग है इस मुल्क मे , जो बनते " धार्मिक सरताज" है
हिंसा की इन घटनाओं को , बताते फिरते जगेगी
ना कोई विधवा होगी , ना जलती तस्वीर दिखेगी ।
प्रगति के पथ पर चलता , कल और आज होगा
फिर ना कभी दिल्ली मे , इस कदर का शाहिन बाग होगा ।। हिंसा का शाहिन बाग

Parasram Arora

पर्यायवाची...... #शायरी

read more
खून को पानी का पर्यायवाची  मत मान. लेना
अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै 

उस बसती मे  सच  बोलने का रिवाज  नही है
यहां कोई भी  आदमी  सच.को  झूठ बना कर पेश कर सकता है

ताउम्र अपना  वक़्त   दुसरो की भलाई मे  खर्च करता रहा वो
ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही   सकता है

©Parasram Arora पर्यायवाची......

manoj kumar jha"Manu"

धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा। इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।

read more
धरती का दुःख क्यों, समझते नहीं तुम।
धरा न रही अगर, तो रहोगे नहीं तुम।।

सुधा दे रही है वसुधा हमें तो,
भू को न बचाया, तो बचोगे नहीं तुम।।

"भूमि हमारी माता, हम पृथिवी के पुत्र"*
वेदवाणी कह रही, क्या कहोगे नहीं तुम।।
(स्वरचित)
* माता भूमि: पुत्रो अहं पृथिव्या:
(अथर्ववेद १२/१/१२)

 धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा।
इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।

Durgesh Mishra

हिंसा का धर्म या धर्म की हिंसा 🇮🇳🇮🇳🙏🙏 #अनुभव

read more
इस भेड़ चाल में हम भी  चल रहे थे
मुख्य बिन्दुओ से हटकर हिन्दू मुस्लिम कर रहे थे
इंसायनियत पल पल हरपल मर रही थी 
हम लाशो से उसका धर्म पूछ रहे थे 

जो दोस्त कभी साथ बैठकर खाया करते थे
आज वो एक दूसरे की जान लेने के लिए घूम रहे थे
जो कभी एक तिरंगें के नीचे राष्ट्रगान गया करते थे
आज हरे में इस्लाम और केसरिया में हिन्दू ढूंढ रहे थे

पता नहीं किस दौर में हम खुद को ढकेल रहें थे 
आने वाली नस्लों को भी हिन्दू मुस्लिम की आग में झोंक रहे थे 
जल रहे थे घर दोनो के उस नफ़रत की आग में 
जिसे लगा कर हम सुनहरे भविष्य का सपना देख रहे थे

मुझे नहीं पता हम कब तक लड़ते रहंगे और कब तक सहेंगे
शायद इंसानियत के खात्मे तक हम एक दूसरे से लड़ते रहंगे हिंसा का धर्म या धर्म की हिंसा 🇮🇳🇮🇳🙏🙏

CK JOHNY

महिलाओं के खिलाफ हिंसा का उन्मूलन

read more

चुप थी मैं अब   चुप न रहुँगी
बहुत सहा अब और न सहुँगी।
गाली दी हाथ उठाया सब जुल्म सहा
छुप छुप के रोई कभी किसी से न कहा।
अपने हक की आवाज बुलंद करुँगी।
तेरी बन के रही तुझे रहना न आया
जहाँ कद्र नहीं मेरी वहाँ न रहूँगी।
ऐ पति तुझे परमेश्वर माना था
बहुत हुआ पैर की जूती न बनुंगी।
फख्त जिस्म में कैद नहीं वजूद मेरा
आजाद रुह हूँ आजाद ही रहूँगी।
तेरे लिए सोलह श्रृंगार किए
अब अपने लिए सजू संवरुंगी।
मेरी संभावनाओं को नजरअंदाज
करनेवाले
अपनी तकदीर की ईबारत खुद लिखूंगी।

चुप थी मैं अब   चुप न रहुँगी
बहुत सहा अब और न सहुँगी।

बी डी शर्मा चण्डीगढ़
  महिलाओं के खिलाफ हिंसा का उन्मूलन

Jogendra Singh writer

nojoto ka पर्यायवाची #Light

read more
आपके अनुसार Nojoto का पर्यायवाची  क्या है
Answer in comment section

©Jogendra Singh Rathore 6578 nojoto ka पर्यायवाची

#Light

md shadab

आज मेरा देश हिंसा की आग मै जल रहा है ,

ये हिंसा जिसने भी फ़ैलाई है वो घर बैठ कर मजे ले रहा है,
इस हिंसा मै हिन्दु मुस्लिम नहीं एक इंसान जल रहा है  ,
अगर गोर से देखो तो आपस का भाईचारा जल रहा  है, आज मेरा देश हिंसा की आग मै जल रहा है,
 ये हिंसा जिसने भी फ़ैलाई है वो घर बैठ कर मजे ले रहा है, 
इस आग मै सिर्फ़ और सिर्फ़ हमारे देश वासी जल रहे हैं, 
ना हिन्दु जल रहा है ना मुसलमान जल रहा है . #हिंसा

kapil

हिंसा

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile