Find the Latest Status about महाराणा प्रताप का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, महाराणा प्रताप का.
Ishan Ambasta
Ravindra Singh
महाराणा प्रताप का जीवन परिचय और रोचक तथ्य Interesting Facts about Maharana Pratap in Hindi http://yehaiindia.in/interesting-facts-about-maha
Divyanshu Pathak
पक्षधर हो चुके अधर्म और अनीति के जो पैरों तले उनके ज़मीन हिला देता मैं चलो आज अन्याय और अधर्म के ख़िलाफ़ अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करते है। मैंने दो पंक्ति आपको सौंप दी हैं अब आप की बारी .... ..आओ कॉलेब्रेशन करें
ashutosh anjan
मातृभूमि के ऋण चुकाने आया एक मतवाला था, आत्म स्वतंत्रता की परिभाषा गढ़ पिया विष का प्याला था। चलता था चेतक सवार जब मुग़लो का मान-मर्दन करने वाला था, कहते है जितने वजन का अकबर था,उससे ज्यादा तो महाराणा का भाला था। आप सभी को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में
Anita Saini
एक राजपूत योद्धा जिसने हार कभी न मानी थी, जिसको मुग़लों की न करनी कभी ग़ुलामी थी। अकबर की जिसने सारी अकड निकाली थी, स्वाभिमान के रक्षक ने, मर्यादा दी अपनी कुर्बानी थी मातृभूमि की रक्षा हेतु, युद्ध में हल्दीघाटी अपने लहू से रंग डाली थी। हे! महाराणा, आपकी वीरगति ने, अकबर की आँख नमकर डाली थी। आप सभी को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में
Divyanshu Pathak
आपकी कसम यदि आज आप सोती नहीं नीबुओं सा शस्त्रु दल को निचोड़ देता मैं चलो आज अन्याय और अधर्म के ख़िलाफ़ अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करते है। मैंने दो पंक्ति आपको सौंप दी हैं अब आप की बारी .... ..आओ कॉलेब्रेशन करें
A J
हर इक रण में अमर हो गया तेरे रण कौशल का परताप धन्य धरा राजपूताना हो गई जो आया राणा प्रताप ध्वजवाहक अबलो का था वो था जुल्मियो का सन्ताप गुजर गई सदिया मिटी नही अब तक हल्दी घाटि पे छाप भाला खद्ग्धारि काल सम राणा संग चेतक की पदचाप करते रहे है करते रहेंगे हम सबके दिल पर राज आप सभी को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में
arrey.oh.chachu
चेतक महाराणा प्रताप का सबसे प्यारा और प्रसिद्ध घोडा था। उसने हल्धि घटी के युद्ध के दौरान अपने प्राणों को खो कर बुद्धिमानी, निडरता, स्वामिभक्ति और वीरता का परिचय दिया। चेतक की वह बात भी बहुत यादगार है जिसमे उसने मुगलों को पीछे आते देख महाराणा प्रताप की रक्षा करने के लिए बरसाती नाले को लांघते समय वीरगति की प्राप्ति हुई। Na Ab Woh Maalik Rahe Na Woh Wafadaari Rahee. Kahaan Gaye Woh Deen #KahaanGayeWohDeen आप सभी को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में