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CA Vinit Jaluka
शीर्षक- हमने देखा।। क्रिकेट के 20-20 का खेल नहीं, पर साल 20-20 का खेल हमने देखा, इंसानो को कैद घरो में, और पशुओं को आज़ाद घूमते हमने देखा, रेलो को बेजान पड़े, और हवाई अड्डो को वीरान हमने देखा, शहरों में संपूर्ण लॉकडाउन, और बाज़ारो को सुनसान हमने देखा, ताला मंदिर-मस्जिद में, और अस्पतालों में खुदा को सबकी रक्षा करते हमने देखा, शिक्षा के केंद्रों में सन्नाटा पसरे, और बिना परिक्षा बच्चो को पास होते हमने देखा, चेहरे पे मास्क, हाथो में सैनिटाइजर, और सबको आपस में सामाजिक दुरी बनाते हमने देखा, सभी को अपने कर्तव्यों का पालन करते, और एकदूसरे में प्यार बाटते हमने देखा, लोगो को अपने अंदर छुपी कला दिखाते, और पूरे परिवार को एकसाथ वक़्त बिताते हमने देखा, अमीरो को दान करते, और गरीबो को भूख से बेहाल हमने देखा, प्रदूषण के अकड़ को टूटते, और प्रकृति को फिरसे खिलखिलाते हमने देखा, बड़े बड़े देशो को बेबस, और अपने देश को डटकर इस संकट से लड़ते हमने देखा, सभी राजनेतिक दलों को मिलकर काम करते, और खाखी वर्दी वालों को अपना बलिदान करते हमने देखा, अंत में ख़ुशी तो बस इस बात की है, अब तक के इन् 60 दिनों के कठिन संघर्ष में, फिरसे अपना पहले वाला हिंदुस्तान हमने देखा।। -विनीत जालुका(Soch) #corona #lockdown #Life #Poetry #Nojoto #nojotohindi #Hindi #Quotes #Quote #India शीर्षक- हमने देखा।। क्रिकेट के 20-20 का खेल नहीं, पर सा
Subhasish Pradhan
मैं समाज हूँ ! सुबह से लेकर शाम तक शाम से लेकर सोने तक सोने से लेकर सूरज उगने तक ये जो भी घटना दुर्घटना यहाँ घटता रहता है वो सब प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से
music r.d Ranva Dilip
हमारे जिस्म पर लगी खाकी वर्दी पूरी दुनिया की दौलत सें ज़्यादा मायने रखती हैं। - music r.d ( Ranva Dilip ) खाखी वरदी
खाखी वरदी
read moreRahul Tirole (radhe)
"इतनी भी सस्ती नही होती , वर्दी एक -एक धागे की कीमत जानता है फ़ौजी " #वर्दी
Radha Chandel
सरहद में फर्ज निभाना है। वर्दी का कर्ज चुकाना है। मा तेरी आवाज़ जो सुनते । आंसू रुक ना पाते है। पापा कहते है मेरा शेर है तू। ये सुन कर चुप हो जाते है। कन्धे में टंगी बंदूक देख कर। बचपन याद आ जाता है। दिल करता है घर जा कर। दादी को गले लगाने का। बाबा की साइकिल में बैठ कर। फिर से वहीं सुकून पाने का। माना कि मै फौजी। पर घर मुझे भी याद आता है। पर आंखो की नमी छुपाना है। मुझे वर्दी का फर्ज निभाना है....... ©Radha Chandel #वर्दी
Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"
वो कहतें हैं ना कि मुल्ला की दौड़ सिर्फ मस्जिद तक है। वैसे ही मेरी हर सोंच सिर्फ़ और सिर्फ़ तूझ तक ही है। ए वर्दी! #ए वर्दी
#ए वर्दी
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