Find the Latest Status about my hobby poem from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, my hobby poem.
Vijay Vidrohi
White सब रिश्ते नाते हवा हो गए जज्बात न जाने कहां खो गए करते थे एक दूजे की केयर निस्वार्थ अपनेपन के भाव अब धुआं हो गए होता था जिनका परिवार भरा-पूरा आज वो मां-बाप तन्हा हो गए रहते हैं सब अपने अकेले कमरे में संयुक्त परिवार कब के तबाह हो गए घुमाते हैं कुत्ते बिल्लियां गोद-गाड़ी में पर इंसान इंसानियत से खफा हो गए खूब होते थे; हंसी-ठठे गली-कूचे अब मोबाइल पर सबसे वास्ता हो गए करते थे जो कदर हर एक इंसान की वो इंसान न जाने कहां खो गए। 😟😟🙏🙏🙏🌎 ©Vijay Vidrohi #Smile #परिवार #Apne #viral #my #my #poem #Poetry #Love #PARENTS
Vijay Vidrohi
🏚🔨⚒️🪠🪓⚒️🔏🔏 जो लाचार होता है वह गरीब होता है बदहाली तंगहाली के करीब होता है। जो मजबूर होता है वहीं मजदूर होता है शोषण उसकी मेहनत का जरूर होता है। 🔏⚒️🪓🪠🔨🏚✍️ 1 may labour's Day ©Vijay Vidrohi #antichildlabourday #Labourday #viral #my #Poetry #poem #shayri
Kuldeep Singh
रुकना नहीं है झुकना नहीं है बस भीड़ है डरना नहीं है ©Kuldeep Singh Read poem on my blog, for link check my profile
DEV SHUKLA
बड़ा वक्त लगा एक बात परखने में पूरी जिंदगी गुजर गई एक राज समझने में और एक शख्स बोलता की है कुछ भी लिखो यार मुझे फर्क नहीं पड़ता आपके बिखरने में 🥺 ©DEV SHUKLA #trafficcongestion my hobby my pen
kiriti Shetty
लोगों ने रोज ही नया कुछ माँगा खुदा से, एक हम ही हैं जो तेरे ख्याल से आगे न गये। ©pkShayari41 #Holi #Hobby #Holi #holikadahan
Anil Kumar Singh
दिल में आग लगी है बुझाऊं कैसे, हर एक चीज का नशा है अपने आप को समझाऊं कैसे, सोशल मीडिया का दौरा मेरी जिंदगी में इसके सिवा ना कुछ और है, पैसा ना मिले कोई गम नहीं, शौक पूरा हो गई यह कोई खुशियों से कोई कम नहीं ✍️ ©Anil Kumar Singh #hobby#reading#Khushi#my#laif#stori#vlog/@Rashidul Hoque
Poonam Archana Singh
shivam chandra
मुझे अब जाना होगा, मुझे अब जाना होगा.. अगर मगर अब कुछ नहीं, कुछ तो बनके दिखाना होगा, मुझे अब... कर्तव्य पथ से भटक गए, न जाने किस किसमें अटक गए.. मूर्छित मन को त्याग कर, कर्तव्यनिष्ठ बन जाना होगा, मुझे अब... मन कुंठित है सहे शूल -भाल, हंसकर ये भी सह जाना होगा.. उम्मीदों के ठहरे आंचल, छोड़ आगे बढ़ जाना होगा, मुझे अब... है धैर्य परीक्षा है ज्ञात तुम्हें, फिर मिलें कितने भी आघात तुम्हें.. अग्नि में लोहा जैसे तपता है, वैसे ही तप जाना होगा, मुझे अब...! ©shivam chandra #aim #decipline #obsession my own written poem