Find the Latest Status about केंद्र यांचे कीर्तन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, केंद्र यांचे कीर्तन.
Yogi Sonu
White कहते है बैठो पर अपनी चेतना को नाभी केंद्र पर टांग कर बैठो #yogisonu ©Yogi Sonu #Friendship कहते है बैठो पर अपनी चेतना को नाभी केंद्र पर टांग कर बैठो #yogisonu
Yogi Sonu
White योग का सारा सार जो ऊर्जा हमारे काम केंद्र पर संग्रहित है उस ऊर्जा को उठा कर शहस्त्रार तक लाना उस यात्रा का जो मार्ग है वह शून्य है इसी मार्ग से हमे यात्रा करनी है । एक तरह प्रकृति दूसरे तरफ परमात्मा । ©Yogi Sonu योग का सारा सार जो ऊर्जा हमारे काम केंद्र पर संग्रहित है उस ऊर्जा को उठा कर शहस्त्रार तक लाना उस यात्रा का जो मार्ग है वह शून्य है इसी मार्ग
Ramdhani Prajapati
amnewsnational
AM news national ©amnewsnational *IYC प्रेस विज्ञप्ति:* *विपक्ष को कमजोर करने के लिए टैक्स आतंकवाद का सहारा ले रही है भाजपा: श्रीनिवास बी वी।* *केंद्र सरकार अलग-अलग तर
Shivkumar
// एक से बढ़कर एक अजीब सा महसूस होता है // एक से बढ़कर एक अजीब होना, मेरे मन में मिश्रित भावनाएँ हैं । कई बार शर्मनाक और कई बार हास्यास्पद भी इन सबके ऊपर खास होने का एहसास भी है l आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा हर बार यादें इकठ्ठा करना l ©Shivkumar #oddone #nojotohindi #Nojoto // एक से बढ़कर एक #अजीब सा #महसूस होता है // एक से बढ़कर एक अजीब होना, मेरे मन में मिश्रित #भावनाएँ
अदनासा-
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} 🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अपने किसी देवता को, किसी गुरु को मानता है, तो वह उनकी कृपा भी चाहता है। वह चाहता है कि उसके ईष्ट, देवता हमेशा उसके साथ रहें, गुरु का उसे मार्गदर्शन मिलता रहे। इसी कृपा प्राप्ति के लिए जो भी साधन या कर्मकांड अथवा क्रियांए की जाती हैं, उन्हें पूजा विधि कहते हैं। धर्मक्षेत्र के अलावा कर्मक्षेत्र में भी पूजा का बहुत महत्व है इसलिये काम को भी लोग पूजा मानते हैं। 🎆 जिस प्रकार हर काम के करने की एक विधि होती है, एक तरीका होता है, उसी प्रकार पूजा की भी विधियां होती हैं, क्योंकि पूजा का क्षेत्र भी धर्म के क्षेत्र जितना ही व्यापक है। हर धर्म, हर क्षेत्र की संस्कृति के अनुसार ही वहां की पूजा विधियां भी होती हैं। मसलन मुस्लिम नमाज अदा करते हैं, तो हिंदू भजन कीर्तन, मंत्रोच्चारण हवन आदि, सिख गुरु ग्रंथ साहब के सामने माथा टेकते हैं, तो ईसाई प्रार्थनाएं करते हैं। इस तरह हर देवी-देवता, तीज-त्यौहार आदि को मनाने के लिए, अपने ईष्ट - देवता को मनाने की, खुश करने की अलग-अलग पद्धतियां हैं, इन्हें ही पूजा-पद्धतियां कहा जाता है। 🎆 जिस प्रकार गलत तरीके से किया गया कोई भी कार्य फलदायी नहीं होता, उसी प्रकार गलत विधि से की गई पूजा भी निष्फल होती है। जिस प्रकार वैज्ञानिक प्रयोगों में रसायनों का उचित मात्रा अथवा उचित मेल न किया जाये, तो वह दुर्घटना का कारण भी बन जाते हैं, उसी प्रकार गलत मंत्रोच्चारण अथवा गलत पूजा-पद्धति के प्रयोग से विपरीत प्रभाव भी पड़ते हैं, विशेषकर तंत्र विद्या में तो गलती की माफी नहीं ही मिलती। ये कर्म काण्ड है, और भगवान श्री कृष्ण की मन से की गई भक्ति सर्वोत्तम और सर्वोपरि तथा सर्वसश्रेष्ठ हैं।। ©N S Yadav GoldMine #bachpan {Bolo Ji Radhey Radhey} 🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अप
DM
Dhanraj Gamare
nsnsnsnsnsnsnsnsnsns ©Dhanraj Gamare *संगमेश्वरच्या सुपूत्राची* D.B.A.च्या ठाणे *जिल्हाध्यक्षापदी निवड* *मा.धनराज गमरे* यांचे *हार्दिक ! अभि