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दिल्ली दंगो और हिंसा से किसका फायदा हुआ फायदा उनका जिन्हें कोई फ़र्क नहीं पड़ता, फ़ायदा उनका जिनका अपना कोई दुनिया से अलविदा नहीं हुआ, जिन्हें कोई शारीरिक मानसिक पीड़ा नहीं हुई....जिन लोगों पर बीती हैं वहीं जानते हैं ये दर्द...हम तो बस महसूस कर सकते हैं☹️☹️#ज़िया #दिल्ली #हिंसा
Ajay Kumar Dwivedi
और भाई सेक्युलर हिन्दूओं कहो जबाब कहाँ से लाओगे। हेड कांस्टेबल रतनलाल की मौत का जिम्मेदार किसे बताओगे। क्या अब भी मोदी को गाली दोगे या अमित शाह को कोसोंगे। तुम रतनलाल के रोते बीबी बच्चों को कैसे समझाओगे। अजय कुमार व्दिवेदी #अजयकुमारव्दिवेदी दिल्ली हिंसा
#अजयकुमारव्दिवेदी दिल्ली हिंसा #शायरी
read more(तरूण तरंग)तरूण.कोली.विष्ट
ना हिंदू लड रहे है ना मुसलमान लड रहे है ये तो आतंकवाद लड रहे है जिनका कोई धर्म नही ©®तरूण #दिल्ली #हिंसा #nojoto #nojotohindi #poetry# #hindu #muslim
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दिल्ली दंगो और हिंसा से किसका फायदा हुआ फायदा उनका जिन्हें कोई फ़र्क नहीं पड़ता, फ़ायदा उनका जिनका अपना कोई दुनिया से अलविदा नहीं हुआ, जिन्हें कोई शारीरिक मानसिक पीड़ा नहीं हुई....जिन लोगों पर बीती हैं वहीं जानते हैं ये दर्द...हम तो बस महसूस कर सकते हैं☹️☹️#ज़िया #दिल्ली #हिंसा
गौरव दीक्षित(लव)
तेरी मौत पर कोई आंसू नहीं बहायेगा, ना ही तेरी मौत के चर्चे होंगे, क्युकी... तेरी कोई जात जो नहीं थी 😔 दिल्ली हिंसा
दिल्ली हिंसा
read moreAjay Kumar Dwivedi
उत्तरी पूर्वी दिल्ली को श्मशान बनाने वालों। गोद में जिसके खेलें थे घर उन्हीं का जलाने वालों। क्या लगता है हुड़दंग मचाने से सीएए हट जाएगा। शूरवीर रतनलाल को मौत की नींद सुलाने वालों। तीन महीने से तुमने रस्ता रोक कर रख्खा है। धरने के नाम पर तुमनें मजाक बना कर रख्खा है। जो नौकरी पेशे वालें है और जो पढ़ने वालें बच्चे है। उन सबको तुम लोगों ने बंधक बना कर रख्खा है। क्या समझते हो तुम की हम डर कर चुप रह जाते हैं। अरे तुमको अपना मानते हैं हम इसीलिए समझाते हैं। हमारी इस खामोशी को कमजोरी नहीं समझना तुम। अरे हम हिन्दू है आदत है हमारी हम सर्पों को दूध पिलाते हैं। शाहीन बाग के मंच से प्रतिदिन आग उगलते रहते हो। हम पंद्रह करोड़ सौ करोड़ पर भारी ऐसी बातें कहतें हो। पूरी दिल्ली को क्या अपनी खाला का घर समझा है। जहाँ भी देखों धरने पर तुम रोड़ जाम कर बैठें हो। देखों ये सब ठीक नहीं ये देश तुम्हारा भी तो है। सीएए में क्या गलत है सीएए एनआरसी ठीक तो है। तुम तो भारत के वासी हो सीएए से तुम्हें कोई नुकसान नहीं। कोई आतंकी हमारे घर में न आये ये फैसला ठीक तो है। हम ईद तुम्हारे साथ मनाएं तुम होली के दिवाली साथ रहो। यदि तुम्हें कुछ कहना है तो सही ढंग से अपनी बात कहो। सरकार सुनेगी हम भी सुनेंगे बात तुम्हारी ध्यान से। किसी से कुछ कहने के लायक तुम कम से कम इंसान बनों। अब और नहीं समझा सकता मैं समझाने की एक सीमा है। मैं शीष नहीं झुका सकता हूँ मेरी भी एक गरिमा है। अगर समझ गए तो अच्छा है वरना अंजाम खुद भोगोगे। ये तो तुम्हारी मर्जी है तुम करों तुम्हें जो करना है। अजय कुमार व्दिवेदी #अजयकुमारव्दिवेदी दिल्ली हिंसा
#अजयकुमारव्दिवेदी दिल्ली हिंसा #कविता
read moreशब्दांचेअवजार
वो हमें रोकने के कोशिश में थे, जब हमें गुसा आया था, वो हमारे ऊपर देशद्रोही होने का मुक़दमा चला रहे थे, तब हमें कई चुनौती का सामना करता पड़ता था. @शब्दांचेअवजार दिल्ली हिंसाचार को रोखो भाई #शब्दांचेअवजार
दिल्ली हिंसाचार को रोखो भाई #शब्दांचेअवजार
read moreAjay Kumar Dwivedi
जल रही है पूरी दिल्ली अब कब घर से निकलोगे। क्या दिल्ली को कश्मीर बनाकर 370 लगवाना है। कुत्ते राज करें शेरों पर क्या ऐसा दिन भी लाओगे। अब गीदड़ों के हाथों क्या सिंहों को मर जाना हैं। अजय कुमार व्दिवेदी #अजयकुमारव्दिवेदी दिल्ली हिंसा
#अजयकुमारव्दिवेदी दिल्ली हिंसा #शायरी
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