Find the Latest Status about हम कितना भी होते हैं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हम कितना भी होते हैं.
Nidhi
हम इंसान भी कितना अजीब होते है ना, जीते जी कभी हाल तक नहीं पूछा जिसका, मरने के बाद उसको देखने के लिए तरस जाते हैं!! ©Nidhi हम इंसान भी कितने अजीब होते हैं ना💔
हम इंसान भी कितने अजीब होते हैं ना💔
read moreGopal Lal Bunker
अपनी मेहरबानियां याद रखते हैं दूसरों के एहसान भी भूल जाते हैं जाने कैसे कैसे लोग होते हैं! अपना किया सबको बतलाते हैं दूसरों के किए पर पानी फेरते हैं जाने कैसे कैसे लोग होते हैं! दूसरों की मुस्कुराहट भी चुभती है और खुद अट्टहास लगाते हैं जाने कैसे कैसे लोग होते हैं! खुद कुछ करते नहीं ना दूसरों को कुछ करने देते हैं जाने कैसे कैसे लोग होते हैं! खुद तड़पते हैं तो शोर मचाते हैं दूसरों की तड़प को बहाना बताते हैं जाने कैसे कैसे लोग होते हैं! बिगड़ ना जाए कुछ खुद का दूसरों का कुछ, बिगड़े तो बिगड़े जाने कैसे कैसे लोग होते हैं! लोग ऐसे भी होते हैं लोग वैसे भी होते हैं, अपनी मेहरबानियां याद रखते हैं दूसरों के एहसान भी भूल जाते हैं जाने कैसे कैसे लोग होते हैं! लोग ऐसे भी होते हैं लोग ऐसे भी होते हैं
लोग ऐसे भी होते हैं लोग ऐसे भी होते हैं
read moreLokesh Mishra
कुछ लोग रंगविहीन होते हैं, कितना भी रंग भरने की कोशिश करते हैं, कहां सुधरते हैं, बचके रहना,लोग ये थोड़ा भटके और संगीन होते हैं, कुछ लोग रंगविहीन होते हैं, कितना भी रंग भरने की कोशिश करते हैं,✍️✍️
कुछ लोग रंगविहीन होते हैं, कितना भी रंग भरने की कोशिश करते हैं,✍️✍️
read moreAsif B. Pathan
बेकद्र हो के भी उनकी कद्र करते हैं, हम ही जानते हैं हम कितना सब्र करते हैं ...💞 बेकद्र हो के भी उनकी कद्र करते हैं हम ही जानते हैं हम कितना सब्र करते हैं ...💞
बेकद्र हो के भी उनकी कद्र करते हैं हम ही जानते हैं हम कितना सब्र करते हैं ...💞
read moreAnupam kumar singh
हम कौन होते हैं तुम्हारे प्रश्नों के उत्तर देने वाले नियति तुम्हारे प्रश्नों के उत्तर स्वयं दे देगी तुम इंतजार करोगे ना... अनुपम कुमार सिंह हम कौन होते हैं #LostInNature
हम कौन होते हैं #LostInNature #विचार
read moreankita bhatt
अकेले बैठकर जब उस वक़्त को, मैं याद करती हूँ , न जाने कितने इल्जा़म , अपने नाम करती हूँ रुठना मनाना, रोना और मुस्काना, सब कुछ मैं, अपने साथ करती हूँ। यादों के भंवर में खुद को फँसाकर, आँसू का हरेक कतरा, तुम्हारें नाम करती हूँ नींद की झपकी कभी, जब मुझें आती है ये आँखें उस पल भी सपनों में तुम तक, मुझे ले आती है़ं। फिर हँसना मुस्कुराना, हम साथ करते हैं, सपनों की ही सही, पर उस दुनियाँ में हम -तुम, साथ होते हैं। साथ होते हैं। # हम तुम साथ होते हैं
# हम तुम साथ होते हैं #poem
read more