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Yadav Raj
अगर आपके काम का साख( क्रेडिट) किसी और को मिल रहा है, तो घबराइए मत क्योंकि इतिहास गवाह है - सदियों से घी और बाती जलते आ रहे हैं परंतु लोग कहते हैं कि दीया जल रहा है। Give me super thanks please follow me ©Yadav Raj #moonnight#काम का साख #यादवराज
'दीपक' अवस्थी
साख से बिछड़ते, पत्तो को नही पता होता दुबारा मिलना उनका हो नही पाता। फिर भी हवा के चलने पर फड़फड़ाते रहते हैं। #साख
Amit Singhal "Aseemit"
किसी कारण से जो मिट गई आपकी साख, वापस नहीं मिल पाएगी जतन कर लें लाख। कई वर्षों की कड़ी तपस्या से जो बन पाती है, एक गलती की चिंगारी से राख़ बन जाती है। ©Amit Singhal "Aseemit" #साख
Ajitesh_Mishra
प्रिय Ex दिल टूटने की तो बात छोड़ो, साहब इसका एक टुकड़ा तो तुम्हे जगह देने में टूट गया #दिल #साख
Naveen Mahajan
"साख" सब तेरी गलतियों को, सही-हाल कर दिया पहले लिया जवाब, फिर सवाल कर दिया. ये सवाल सारे मेरा, शुकराना कर रहे हैं ऐसे मिले जवाब, बस निहाल कर दिया. वर्क अनछुए से तुझसे, थे ज़र्द हो चले तेरा नाम लेके चूमा, और लाल कर दिया. प्यासी वो रात अमावस, मानी नहीं तो मैंने चिलमन से की गुज़ारिश, जवाल* कर दिया. पहले अदब था आया, या तू शुरू से था इतना लुग़त* से पूछा, निढाल कर दिया. जो ग़ज़ल कही थी तूने, तारों में मैंने रख दी नुक़्ता था जो जुदा सा, वो हो चला खुदा सा, सब नुक़्ताचीनों का यों, बुरा हाल कर दिया. नुक़्ते-सवाल-गलतियां, अमावस की स्याह रात रह-रह के पढ़ रहे हैं, मेरी शान में कसीदे जो आशिकी हो सीखनी, सीखो 'निशब्द' से साख उनकी यों बचाई, के कमाल कर दिया. #NaveenMahajan (जवाल_दोपहर लुग़त_शब्दकोश) साख #MoonHiding
Diwan G
कि यह दौलत और यह शोहरत, सिर्फ इंसान के शौक बदलता है। परम सुख भी, उसे ही मिलता है, जो चरम दुख से निकलता है। भोजन सभी करते हैं जमाने में, खाने का मजा भूखे को मिलता है। चमकता है वही इस जमाने में, जो संघर्ष की आग में जलता है। नियत भी साफ रखना ऐ दोस्त, अच्छा वक्त भी बेशक बदलता है। बात इतनी सी है, आग में पिघलता है, तब जाके सोना, सांचे में ढलता है। कि वक्त की भी अपनी साख है यारो, वक्त, वक्त पे अक्सर वक्त बदलता है। ©Diwan G #वक्त #साख
Babli Gurjar
सुर्ख़ियो को समेटकर रखा है हमनें तल्ख़ियों से निकाल के पेश आते थे अजनबी से वो रहते हैं अब पहचान निकालते बबली गुर्जर ©Babli Gurjar सूरज साख पे
Naveen Mahajan
"साख" सब तेरी गलतियों को, सही हाल कर दिया पहले लिया जवाब, फिर सवाल कर दिया. ये सवाल सारे मेरा, शुकराना कर रहे हैं ऐसे मिले जवाब, बस निहाल कर दिया. वर्क तुझसे अनछुए से, जो ज़र्द हो चले थे तेरा नाम लेके चूमा, और लाल कर दिया. वो रात अमावस की, तेरी इक झलक की प्यासी मानी नहीं तो मैंने, चिलमन से की गुज़ारिश, जवाल कर दिया. जो ग़ज़ल कही थी तूने, तारों में मैंने रख दी सब नुक़्ताचीनों का यों, बुरा हाल कर दिया. नुक़्ते-सवाल-गलतियां, अमावस की स्याह रात रह-रह के पढ़ रहे हैं, मेरी शान में कसीदे जो आशिकी हो सीखनी, सीखो 'निशब्द' से साख उनकी यों बचाई, के कमाल कर दिया. #NaveenMahajan साख #RaysOfHope sahi