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Axar pathak
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी कैद जिंदगी अपनी ,चंद आकाओं के यहाँ हो गयी है बेहतरी अपनी हम कैसे लाये जाल में फँसाने की साजिशें हो गयी रहन सहन खान पान सब इनके अधीन तय उम्र भी इनके यहाँ पेटेंट हो ग़यी मरी पड़ी है मानवता इनके दाँबो से कई देशो की अखण्डता भंग हो ग़यी मानवता आयोग बना हथियार दादागिरी से संसाधन लूट कर जग में गरीबी फैलाने की आदत हो गयी वायरस बनाकर, गुलाम बनाने की शुरुआत हो गयी प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #humanrights तय उम्र भी अब पेटेंट हो ग़यी #nojotohindi
Praveen Jain "पल्लव"
World Cancer Day पल्लव की डायरी मानक खान पान के ,वैश्वीकरण ने बदल दिये है नेचुरलता का नाश कर केमिकल्स खाद्यय पदार्थो में भर दिये है दूध सोयाबीन,अन्न यूरिया के बनने लगे है केंसर भी दवाओं को बढ़ावा देने के लिये बाजार फलने फूलने लगे है जीडीपी के लिये कोरोना जैसे रोग विकसित होने लगे है स्वास्थ्य संगठन गुलाम है आकाओं का रोगों को नया नाम देकर पेटेंट का खेल करने लगे है जिंदा लाश है आज मानव रोगों से साजिशो का शिकार बनने लगे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #WorldCancerDay रोगों को नया नाम देकर पेटेंट का खेल खेलने लगे #nojotohindi
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी हथियार की तरह मानवता पर,हो रही कूरता हावी है स्वांग रचकर, फैला रही लाचारी है गरीबी कुपोषण के नाम पर,व्यापार जारी है समेट कर दौलत दवा और दान के नाम पर वायरस से दुनियाँ लूटने की तैयारी है स्वार्थो के नाम पर,पेटेंट दवा का कानून फिर भी मानव सेवा की दुहाई जारी है सेवा के नाम पर,ये कैसी कलंकित व्यवस्था हावी है लूट गये मर गये, कोरोना वायरस की आड़ में वेक्सीन से हो गये कितने कम्पनियों के बारे न्यारे है नाटकीय अंदाज के,भरोसे मानवता के तोड़ दिये अधिकार और राइट्स सारे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #humanrights स्वार्थो के नाम पर पेटेंट दवा का कानून है
Sangita Hazarika
अब बदल ही गए हो तो अच्छाई का नाटक मत करो, क्योंकि कुछ पल की ख़ुशियों से तो ग़म काफ़ी बेहतर है। माफ़ कर देने से दूसरे व्यक्ति का न सिर्फ़ मन जीत लिया जाता है बल्कि हम ख़ुद हल्के हो जाते हैं, आगे बढ़ने का रास्ता खुल जाता है। इसी विचार पर- #
S. Bhaskar
कपकपाती ठंड में भविष्य निर्वस्त्र घूमता है, जिसको धरती ने भी बख्शा अपना साया नहीं, परवाह किसी की नहीं ना कोई उसे सुनता हैं, वो तन्हा खो भी जाए तो कोई बात नहीं। सर्द रात में खबरों से लिपटे अनजान लेटा था, पर उन खबरों पर उसका ध्यान आया ही नहीं, किसी के बस चोट लगने पर एक हूजूम सा लगता था, पर उसके हिस्से में गम है तो कोई बात नहीं। वो भूखा रोता बिलखता दरवाजे से भी दुत्कारित है, मासूम से जाने क्यूं नफ़रत करते है सभी, जाने किसे पता कहां मिलता उसका अपना हित है, वो आज अकेला है तो क्यों कोई बात नहीं। आखिर ये है कौन और किसकी ये खता है, ईश्वर ने अलग से इनको तो भेजा ही नहीं, इनकी मां तो शर्मसार करती अपनी ही ममता है, इनकी चोट तो दूर मृत्यु पर भी कोई बात नहीं। माफ़ कर देने से दूसरे व्यक्ति का न सिर्फ़ मन जीत लिया जाता है बल्कि हम ख़ुद हल्के हो जाते हैं, आगे बढ़ने का रास्ता खुल जाता है। इसी विचार पर- #
Darshan Blon
इंसान ही न हैं हम हो जाती है गलतियाँ जाने अनजाने में कभी कर बैठते हैं हम नादानियाँ, कौन होता है भला सर्वगुण संपन्न? कर बैठता है हर कोई करतूतें फिजूल, चाहते नचाहते हुए भी हमसे हो जाती है कभी कबार भूल, विफल हुए जो एक दफा तो क्या? ज़िन्दगी हुई है ख्तम तो नहीं, गिर पड़े जो तुम चलते चलते तो उठ खड़े हो फिर क्या चलोगे नहीं?? शिकायत मुझे नहीं है तुमसे दिल मेरा तुझसे खफा नहीं हो जाती हैं गलतियाँ इंसानोसे ज़्यादा ना सोचो तुम, कोई बात नहीं!! माफ़ कर देने से दूसरे व्यक्ति का न सिर्फ़ मन जीत लिया जाता है बल्कि हम ख़ुद हल्के हो जाते हैं, आगे बढ़ने का रास्ता खुल जाता है। इसी विचार पर- #
CM Chaitanyaa
गर आज तुम ख़ुद से हार गए हो, क्या साँझ है क्या सुबह, तुम तो बेवक्त़ सँवार गए हो... माफ़ कर देने से दूसरे व्यक्ति का न सिर्फ़ मन जीत लिया जाता है बल्कि हम ख़ुद हल्के हो जाते हैं, आगे बढ़ने का रास्ता खुल जाता है। इसी विचार पर- #
_Ankahe_Alfaaz__
भुला दो जो हो गया , अब आगे बढ़ने का समय है , उदास हो कर कब तक रहोगे ऐ दोस्त , अब मुस्कुरा भी दो , फिर चल पड़ो उस उड़ान पर जिसके हम साथी थे ।। माफ़ कर देने से दूसरे व्यक्ति का न सिर्फ़ मन जीत लिया जाता है बल्कि हम ख़ुद हल्के हो जाते हैं, आगे बढ़ने का रास्ता खुल जाता है। इसी विचार पर- #
Rajnish Shrivastava
कोई बात नही जो हुआ उसे भूल जाओ एक नई राह पर अपने कदम बढ़ाओ गिरकर संभलना जीवन का हिस्सा है बेफिक्र मंजिल की दिशा मे बढ़ते जाओ माफ़ कर देने से दूसरे व्यक्ति का न सिर्फ़ मन जीत लिया जाता है बल्कि हम ख़ुद हल्के हो जाते हैं, आगे बढ़ने का रास्ता खुल जाता है। इसी विचार पर- #