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सूरज
Unsplash अगर आदमी स्त्री को प्रेमिका की नजर से न देखे तो , स्त्री से बेहतर दोस्त इस दुनिया में कोई नहीं ।💓 ©सूरज #स्त्री
Anuradha T Gautam 6280
#पुरुष स्त्री पर बरस पड़ता है, जबकि #स्त्री चाहती है बून्द-बून्द जमा हो उसके तन पर! ♥️♥️♥️ ©Anuradha T Gautam 6280 #पुरुष स्त्री पर बरस पड़ता है, जबकि #स्त्री चाहती है बून्द-बून्द जमा हो उसके तन पर! ♥️♥️♥️
Anamika Raj
किसी का दिल ना दुखाओ, क्योंकि तुम भी दिल रखते हो ©Anamika Raj किसी का दिल ना दुखाओ, क्योंकि तुम भी दिल रखते हो
किसी का दिल ना दुखाओ, क्योंकि तुम भी दिल रखते हो
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White यूहीं बात क्यों ना करते तुम, जज़्बात जाहिर क्यों ना करते तुम। रोज़ सपनों में आकर मुस्काते हो, हक़ीक़त में पास क्यों ना आते तुम। जब दिलरुबा तुम मेरी ही हो, नज़रों से क्यों ना इशारे करते तुम। मेरी हर खुशी से जुड़े हो जो, फिर मुलाक़ात क्यों ना करते तुम। तुम्हें पता है, तुमसे मोहब्बत है, फिर मुझपर ऐतबार क्यों ना करते तुम। माना कि दुनिया साथ नहीं देती, लेकिन खुद को क्यों हार मानते तुम। दिल की बातें जो तुम समझते हो, अपने जज़्बात क्यों छुपाते तुम। तुम मेरे जहां का हिस्सा हो, फिर करीब आकर क्यों ना रहते तुम। बंदिशें तोड़ने का हौसला रखो, इस दिल के अरमान क्यों रोकते तुम। जिंदगी संग गुजारने का ख्वाब है, फिर साथ में क्यों ना चलते तुम। दुनिया के डर को भूलो ज़रा, अपने सपनों को उड़ान क्यों ना देते तुम। सिर्फ तुम्हारा ही नाम है लबों पर, फिर मेरा हिस्सा क्यों ना बनते तुम। ©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_quotes यूहीं बात क्यों ना करते तुम, जज़्बात जाहिर क्यों ना करते तुम। रोज़ सपनों में आकर मुस्काते हो, हक़ीक़त में पास क्यों ना आते तुम।
#sad_quotes यूहीं बात क्यों ना करते तुम, जज़्बात जाहिर क्यों ना करते तुम। रोज़ सपनों में आकर मुस्काते हो, हक़ीक़त में पास क्यों ना आते तुम।
read moreParasram Arora
Unsplash बादलों से टूट कर एक बार मै समुन्दर की गहराई मे सिमट गई थीं ज़ब मुझे ढूढ़ने तब मेरा पितृपुरुष वो बादल अपने घर से निकला ©Parasram Arora पितृ पुरुष बादल
पितृ पुरुष बादल
read morePRIYA SINHA
White 🫂"बस तुम हो" 🫂 जीवन के गीत में ; हार या जीत में ; बस तुम हो ! सूनेपन की भीत में ; प्रहार या प्रीत में ; बस तुम हो ! समर्पण के रीत में ; बेकार या कृत में ; बस तुम हो ! प्रिया सिन्हा 𝟑𝟎. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒. (शनिवार). ©PRIYA SINHA #बस #तुम #हो
Urmeela Raikwar (parihar)
White तुम ना सही अब खुद को ही सुन लेती हूँ wrote by Urmee ki Diary ©Urmeela Raikwar (parihar) #good_night तुम ना सही
#good_night तुम ना सही
read moreनवनीत ठाकुर
White बात न करना तो बहाना है, सबसे क्यों छिपते फिरते हो। आज कर दो ऐलान, के सच में तुम उससे डरते हो।। ख़ामोशी में छुपी इक चीख़, हर सांस में दबी है कहीं, अब और क्यों खुद को छलते हो। मान लो, तुम वाक़ई डरते हो।। क्यों न गिरा देते झूठ का पर्दा, बनाए हुए है जो दिल पर बोझ, डर के आगे भी एक जहां है, जहां सच बोलना आसां है। एक कदम बढ़ाओ, खुद को आइने में कभी तो देखो, सच के साए में चलना सिखो। ©नवनीत ठाकुर #तुम उससे डरते हो
#तुम उससे डरते हो
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