Find the Best समझता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutसमझता नहीं है, कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है, कोई बादल समझता है, समझता है, समझता meaning in english,
Rakesh frnds4ever
White समझाने को ,,,,,,,,, सब लगे पड़े हैं समझता ,,,,,,,, ,,,,,,,,, कोई नहीं है सुनाने को ,,,,,,,,,,,,, सब उतावले हैं सुनने वाला ,,,,,,,, ,,,,,,,,,,,,, कोई नहीं """"""कुछ तो लोग कहेंगें,,, लोगों का काम है कहना"""" ,,,,,,,इस झूठी दुनियादारी में मेरा अपना कोई भी है ना,,,,, ©Rakesh frnds4ever #समझाने को ,,,,,,,,, #सब लगे पड़े हैं #समझता ,,,,,,,, ,,,,,,,,, कोई नहीं है #सुनाने को ,,,,,,,,,,,,, सब उतावले हैं सुनने वाला ,,,,,,,, ,,,,,,,,,,,,, कोई नहीं
gousiaĥ
White #__इंसान की हर सांस उसको "मौ'त" की #तरफ ले जा🍁 रही है और इंसान #समझता है कि वो "जी" रहा है...! ❤ . . Gousia Begum ✍🏻🖤 ©gousiaĥ #SunSet #Nojoto #nojotostreaks #nojotostory #FridayFeeling #Morning
#SunSet #nojotostreaks #nojotostory #FridayFeeling #Morning
read morePooja Bagal
ऐसा लगता था सब मुझे समझते है। पर वक्त के साथ पता चला, कोई नहीं समझता मुझे। ©Pooja Bagal #वक्त #समझता
Silent Love Hitesh
कितना नादान हैं ये, #दिल... समझ कर भी, समझता ही नहीं, मरता भी तो उसी पर है, जो इसे कुछ, #समझता ही नहीं!!! ©Silent Love Hitesh #DilWaliSubah
vijay pareek
#असल में #वही, जीवन की #चाल #समझता है ,जो #सफ़र की #धूल को...#गुलाल #समझता#है!! #युवा_ हूँ #नासमझ_ नहीं
ZAK
मेरा यार तो था ही पर उसे भाई समझता था | हर मुश्किल हालातों में उसे परछाईं समझता था | .......... ZAK #bhaithamera
N Kumar
ये रातो के अँधेरो को, तो बस जुगनु समझता है। ये दूरी की तड़प है क्या? तेरा मजनू समझता है। मेरा हर लफ्ज मोहब्बत है, दिल-ए-पैगाम है लेकिन, करू इजहार मोहब्बत तो, शरारत तू समझता है... #समझता_है
N Kumar
तू मेरे पास है लेकिन, जो दूरी है समझता हूं! जो मेरी है वही तेरी भी, मजबूरी है समझता हूं! निगाहे जो समझती है! जिसे लब कह नही पाते, वही इक बात को कहना, जरूरी है समझता हूं... #I_understand
Shree Ganesh yadav
*कोई "हालात" को नहीं समझता, तो कोई "जज़्बात" को नहीं समझता।* *ये तो बस अपनी-अपनी "समझ" है.* *कोई "कोरा कागज़" भी पढ़ लेता है, तो कोई पूरी "किताब" नहीं समझता।*
Sushmita singh uff guggu
हे पुरुष तु अपने आप को मर्द समझता है अरे थू है तेरी ऐसी मर्दानगी पर जो एक औरत की इज्जत ना कर सके जो राह में चलते अकेली लड़की को नहीं छोड़ता अरे तु तो इतना गीर गया है कि 3 महिने की मासुम को भी नहीं छोड़ता बस तु इतना बता दे औरत के जीस्म से नीकलता है तु औरत के पेट में पलता है तु औरत की जवानी भी खाता है तु और तु अपने आप को मर्द कहता है जो औरत अपनी सुंदरता तयाग देती है तुझे इस दुनिया में लाने के लिए तु उसी कोख को गाली देता है हे पुरुष तु अपने आप को मर्द समझता है अरे तेरी कया औकात है अगर औरत ना होती तु कया तेरा नामों निशान भी नहीं होता __ by ritusingh ##poem #are #thu #hai #teri
#poem are thu hai teri
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