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Best sadagise_mehek_dhaniyaki Shayari, Status, Quotes, Stories

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Poonam Suyal

टूटेते तारे जो मन्नत पूरी कर पाते, तो क्यों वो खुद टूट के ऐसे बिख़र जाते...!! #sadagise_mehek_dhaniyaki #YourQuoteAndMine Collaborating with drsimple Collaborating with Sunaina😊✍️ Collaborating with CGB #natashasays Collaborating with Natasha_ Singh Collaborating with CGB Collaborating with Meenu Garg

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रहें कितने भी दूर हमसे वो
फासलों से प्यार जताएँगे हम टूटेते तारे जो मन्नत पूरी कर पाते, तो क्यों वो खुद टूट के ऐसे बिख़र जाते...!! 
#sadagise_mehek_dhaniyaki  #YourQuoteAndMine
Collaborating with drsimple 
Collaborating with Sunaina😊✍️ 
Collaborating with CGB #natashasays 
Collaborating with Natasha_ Singh
Collaborating with CGB 
Collaborating with Meenu Garg

vishnu prabhakar singh

इंसानियत तो पहले ही मर चुकी थी , डरना... भी लाजिमी है । ये दौर भी जिंदगी का... #दौरजिंदगीका #coronafear

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कि कहते हैं,सच्चे देश भक्त हैं
आदेश का उल्लंघन किसकी भक्ति है इंसानियत तो पहले ही मर चुकी थी ,
डरना...  भी लाजिमी है ।

ये दौर भी जिंदगी का...


#दौरजिंदगीका
#coronafear

vishnu prabhakar singh

हर बहते पानी के साथ एक ग्लानि सा मेरे अंदर बहता है , और हर बहता बूँद पानी का मुझसे कुछ कहता है । #कशमकश #जलहीजीवनहै #जलहैतोकलहै

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...कुछ ऐसे ही नजीर में मन,कविता करता है। हर बहते पानी के साथ
एक ग्लानि सा मेरे अंदर बहता है , और
हर बहता बूँद पानी का मुझसे कुछ कहता है ।


#कशमकश
#जलहीजीवनहै
#जलहैतोकलहै

vishnu prabhakar singh

और जब झड़ना ही है तो मुस्कुरा कर झड़ना खूबसूरत होगा । #जिंदगी #फूलोंकीतरह #मुरझाना #drsimple

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माटी से बना,माटी में मिला
बना तो बनाया,मिला तो खिला और जब झड़ना ही है तो
मुस्कुरा कर झड़ना खूबसूरत होगा ।


#जिंदगी 
#फूलोंकीतरह 
#मुरझाना 
#drsimple

vishnu prabhakar singh

मुर्गी की एक ही टाँग होती है । #होशियारमुर्ख #ज्ञानीबाबा #व्यंग्य #drsimple #sadagise_mehek_dhaniyaki

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यह तो दिल्लगी है, लोग गलत बढ़ गए हैं
झूठ पीछे पड़ा है,सच से विपरीत दिशा है  मुर्गी की एक ही टाँग होती है ।


#होशियारमुर्ख
#ज्ञानीबाबा 
#व्यंग्य 
#drsimple
#sadagise_mehek_dhaniyaki

vishnu prabhakar singh

धैर्य बडी़ चीज़ है । भभक कर जलते दीये को भी देखा है मैंने , धुआँ धुआँ हो समय से पहले बुझ जाता है । #संयम #दीया

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पुनः 
एक सामान्य घटना
प्रकाशहीन,नेत्रहीन और विचारहीन
झंझावत का
दीप के प्रकाश से होकर निर्वाह
पर अटलता का वेग से क्या
प्रकाश का अग्नि से क्या धैर्य बडी़ चीज़ है ।

भभक कर जलते दीये को भी देखा है मैंने ,
धुआँ धुआँ हो समय से पहले बुझ जाता है ।


#संयम 
#दीया

vishnu prabhakar singh

हमेशा दूसरों के साथ व्यवहार वैसा करें जैसा आप अपने लिए उम्मीद करते हैं ********* नीयत सदैव नीतिसंगत रखने का प्रयत्न करें । #yqdidi #RandomThought

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आपकी आत्मा
आपके दिल में
निरन्तर धड़कती है हमेशा दूसरों के साथ व्यवहार वैसा करें जैसा आप अपने लिए उम्मीद करते हैं
*********

 नीयत सदैव नीतिसंगत रखने का प्रयत्न करें ।


#yqdidi
#randomthought

vishnu prabhakar singh

इतना सुंदर है ये bg मेरे ख़याल का ख़याल भी बडी़ हिफा़जत से रखता है, वो मुझसे 'मोंगरे सा इश्क़' करता है। #mongraman #mrmongra

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और अब थाम लिया उसने असर कर
और आया गुलाब कुछ ठहर कर
जिन्दादिली और इश्क का चन्दन
संस्कार मोगरे का,गुलाब का सम्बन्ध
वो तौर,वो दौर और महकता शबाब
हमने भी लगाया है,इश्क का गुलाब इतना सुंदर है ये bg

मेरे ख़याल का ख़याल भी
बडी़ हिफा़जत से रखता है,
वो मुझसे 'मोंगरे सा इश्क़' करता है।

#mongraman 
#mrmongra

vishnu prabhakar singh

महक अपनी... इन हवाओं में बिखे़र कर , इत्र हो जाना मेरा... आसान होगा शायद.... हर साँस में... घुल कर तेरी हर रोम में... मैं महकती हूँ , मैं तुमसे... 'मोंगरे सा इश्क़' करती हूँ ।

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गुल हूँ,गुलाब हूँ
महक का शबाब हूँ
मुझे तोड़ हाथों में ले 
सुकून भरी सांसों में ले
बिखेर दे मलमल मान
प्रेम का प्रतीक जान
श्रद्धा में तू लीन हो
कभी ना गमगीन हो
हर प्रेम को मेरी कसम
मुझमें है पाक अनम
तुम मेरे राह के राही
मेरा संपूर्ण है प्रेम धारा
गुलाब तुम्हारा। महक अपनी... इन हवाओं में बिखे़र कर ,
इत्र हो जाना मेरा... आसान होगा शायद....

हर साँस में... घुल कर तेरी
हर रोम में... मैं महकती हूँ ,
मैं तुमसे... 'मोंगरे सा इश्क़' करती हूँ ।

vishnu prabhakar singh

अपनी शाख़ में लगे तुम , आकर्षक बहुत लगते हो , महक तुम्हारी... मुझे... मदहोश करती है , इक पल को तो... मेरा भी... जी चाहता है तोड़कर... पास रख लूँ मैं मेरे ,

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मैं जब सुर्ख होता हूँ
बड़ा होता हूँ
मेरा रूप प्रेम होता है
और आत्मा युगल
एक दूजे के लिए
परस्पर व्यवहार में
जीता हूँ,
बड़ा होता हूँ।
प्रेम परवान चढ़ता है
सादगी छटा बिखेरती है
साथ जीता हूँ
साथ मरता हूँ,
और बड़ा होता हूँ।
गुलाबी स्नेह का हर क्षण
काँटों पर भारी पड़ता है
मैं फूल हो जाता हूँ
याचना का नहीं,युगल का प्यारा
गुलाब तुम्हारा। 
अपनी शाख़ में लगे तुम ,
आकर्षक बहुत लगते हो ,
महक तुम्हारी... 
मुझे... मदहोश करती है ,
इक पल को तो...
मेरा भी... जी चाहता है
तोड़कर... पास रख लूँ मैं मेरे ,
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