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निम्मी की कलम से
धुआं धुआं सा हो रहा जैसे मेरा सारा वजूद। ना तेरे दिल में हूं कहीं ना मैं खुद में ही मौजूद। ©निम्मी की कलम से #वजूद_ख़त्म_हो_गया
Suditi Jha
दिखावे की दुनिया में फंसकर मैने अपना वजूद खो दिया , जरा सी आंख बंद क्या की मैने वो किसी और का हो लिया।। #qsstichonpic2049 #yqdidi #वजूद_ख़त्म_हो_गया #दिखवाटीदुनिया #दिखावामतकरो #झूठे_रिश्ते #झूठे_लोग #झूठे_वादे
Asha Giri
उनसे ब्याह क्या हुआ,मेरे जीवन का वजूद खत्म हो गया। हँसती,इठलाती जो घूमती थी,अब कैद जीवन हो गया। खुद के जीवन का भी निर्णय न ले सकू,कुछ हाल ऐसा हो गया, स्वावलंबन के जो देखती थी सपने,परावलंबन में सब बदल गया। अब तो आशा ही नही रही,कुछ अच्छा होने की जीवन में, लग रहा है सब कुछ तहस-नहस सा हो गया।। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-125 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read moreDR. SANJU TRIPATHI
अपना आशियाना बसाने को न जाने इंसान ने कितनों का आशियाना मिटा दिया। कभी घूमा करते थे खुले जंगलों में स्वछन्द से सभी उनको सीमित कर दिया। दिन पर दिन काटते ही जा रहे हैं जंगलों को पशु-पक्षियों को बेघर कर दिया। वजूद खत्म हो गया ना जाने कितनी ही अद्भुत प्रजाति के पशु-पक्षी, पेड़ों का। बदलते वक्त के साथ इंसान और इंसान का रहन-सहन भी बदलता जा रहा है। बनता जा रहा हर इंसान स्वार्थी अपने स्वार्थ में इंसानियत को भूलता जा रहा है। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-125 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read moreAnil Prasad Sinha 'Madhukar'
अपनी तक़दीर को हमनें, ख़ुद कालिखों से संवारी है, काटकर हरे भरे जंगलों को, हम बन बैठे व्यापारी हैं। प्राकृतिक संतुलन को, अस्त व्यस्त कर दिया हमने, विनाशकारी लीला प्रकृति की, ये वैश्विक महामारी है। अपनी करनी पर पछताते, हाथ पैर धुनते रह जाते, वजूद ख़त्म हो गया, अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-125 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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