Find the Best जीवनधारा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about जीवनधारा योजना क्या है, जीवनधारा फिल्म के गीत, जीवनधारा के गाने, जीवनधारा का गाना, जीवनधारा वीडियो सॉन्ग,
नेहा
वो समंदर था जिसने,अपना नाम दिया, विशाल आगोश में नदी को थाम लिया। वो नदी थी जो समर्पण पर चली थी, अपना सबकुछ समंदर में समां दिया, पानी दोनों का मेल है,निर्माता का सब खेल है, नदी समंदर सब एक है, दोनों में न कोई भेद है, है जीवन का सार, जो जान लिया, परमात्मा है समंदर और जीव है नदिया, समर्पण से ही जलता 'नेह' और विश्वास का दीया। है शाश्वत पानी, बाकी सब नाम है बेमानी, हे ! नदिया अब खुद को जगाना होगा, समंदर की ओर कदम बढ़ाना होगा। #जीवनधारा #yourqutedidi #yourquotebaba
अनिता कुमावत
कहता नई कहानी धुप -छाँव के खेल से करता अपनी मनमानी !! न किसी के आने से रुकता न किसी के जाने से रुकता चलता अपनी चाल से यही है इसकी रवानी !! मिले जो भी , जैसा भी खुशी -खुशी अपना लो उसे ना करो कभी कोई शिकवा मानकर ईश्वर की बानी !! सुप्रभात। जीवन एक रवानी का नाम है। एक ऐसी रवानी जिसमें ठहराव भी चलायमान है। ऐसे में हम कैसे ठहर सकते हैं? अपनी प्रेरक रचना से सबको प्रेरित करें। #जीवनधारा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi
Sancheeta Singha
डुबकी लगाओ अपने ख़्वाशिशो की हर मुश्किलो के घाट पार करो असफलता लहरो की तरह आयेगी जायेगी डटे रहो अपने "सपना "नामक नदी को "क़ामयाबी" नामक सागर तक पौछाने की प्रयास मे 27 सुप्रभात। जीवन एक रवानी का नाम है। एक ऐसी रवानी जिसमें ठहराव भी चलायमान है। ऐसे में हम कैसे ठहर सकते हैं? अपनी प्रेरक रचना से सबको प्रेरित करें। #जीवनधारा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi
CM Chaitanyaa
कुछ पात्र स्वयं बन जाते हैं तो कुछ पात्र बनाए जाते हैं, कुछ मिटकर बनते हैं तो कुछ बनकर मिटाए जाते हैं, चलती है पुरवाई जब कोई बन मछली रह जाता है, बहता है वारि जब कोई बन विहग उड़ जाता है, रुकता है अंबर जब कोई झुककर टेर लगाता है, झुकती है जब धरती तो बोझ तले ढह जाता है, क्या कहने मानव जीवन के बिन तृण आग लगाता है, कोई जलकर राख़ होता है कोई राख़ देख जल जाता है। 97/365 #yqdidi #yqhindi #yqpoetry #napowrimo #bestyqhindiquotes #जीवनधारा
CM Chaitanyaa
ठहरा हुआ इक झरना, अनकही अनसुनी कहानी। 39/365 सुप्रभात। जीवन एक रवानी का नाम है। एक ऐसी रवानी जिसमें ठहराव भी चलायमान है। ऐसे में हम कैसे ठहर सकते हैं? अपनी प्रेरक रचना से सबको प्रेरित करें। #जीवनधारा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi
Satish Chandra
शहरों की चकाचौंध में रहने वालों एक बार जंगल में आकर तो देखो प्रकृति है क्या, होती है ये कैसी प्रकृति में ही समाकर तो देखो पेड़-पौधे-वन-उपवन की गरिमा उनके बीच अपनी बांहें फैलाकर तो देखो महसूस होगी तुमको टहनियों की सरसराहट ज़रा सांसों में अपने उन्हें पाकर तो देखो होती है भय में भी मुस्कान कैसी सहमी सी महसूस करने इन जानवरों से नज़रें मिलाकर तो देखो जीवनधारा जहाँ से आरंभ सी हुई था तेज़ को अपने, वहाँ बढ़ाकर तो देखो दूर बैठे-बैठे अनुमान क्यूँ लगाते हो वास्तविकता क्या है, ज़रा पास आकर तो देखो सुंदरता, प्यार, पैसे और श़ोहरत़ फीके से लगने लगेंगे एक बार दिल से इसे अपनाकर तो देखो बहुत पहना शहरीकरण और औद्योगिकरण का तमगा जंगल के मंगल का भी लुत्फ़ उठाकर तो देखो हो जाओगे दिल से कायल तुम भी बस इसके एक बार जंगल में आकर तो देखो। -Satty #एकबार #YQdidi #हिन्दी #जंगल #चकाचौंध #प्रकृति #पेड़_पौधे #वन_उपवन #गरिमा
Vandana
बाहर कि दुनिया देखने के लिए दरवाजे में एक छेद ही काफी है,, खुद को खुद की कैद से आजाद करने के लिए एक नजरिया ही काफी है, बंधन में बंधे हो झूठे किरदारों में जकड़े हो, आजाद होने के लिए शिद्दत से एक उड़ान ही काफी है, जो खुद के लिए अब तक बनाई धारणाएं नियम संस्कार सब मिथ्या ही तो है जिंदगी एक कड़वी हकीकत है जिसमें हर हाल में खुद को खुश रखना है। #जीवनधारा
Kuldeep Ranga
शिकायतें भी सुनने वाले से कीजिए जनाब, गर उसने बेरूख़ी दिखा दी, तो मलाल रहेगा। #ahalfbook #chup #shikayat #lifemusings #lifelessons #जीवनधारा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with Priyanka Kanwliya Collaborating with ahalfbook
विष्णुप्रिया
कभी कभी ये भावनाएँ भी, थक सी जाती है... चाहती है एकान्त हो निश्चिन्त हो सोना तब इन्हे सुला मौन हो, चल देती हूं, इन उदित होती स्वर्णवर्णी रश्मियों के संग अंतस की अंतहीन यात्रा पर.... Image credit: imgur #yqbaba #yqdidi #जीवनधारा #भावनाएँ #हिंदीqoutes #आत्ममंथन #विष्णुप्रिया
विष्णुप्रिया
नहीं, सुविधाएँ स्वतः ही, विस्मृत हो जाती है, ज्यूँ ज्यूँ लक्ष्य व्यक्ति के रोम रोम में समाहित होने लगता है त्यों त्यों समस्त संसार विलुप्त होता जाता है और रह जाता है तो मात्र, साधक.... एकाकार होने को, अपने साध्य से.. सुप्रभात। जब लक्ष्य कठिन हो तो उसकी प्राप्ति के लिए सुविधाओं का त्याग करके उद्यम करना ज़रूरी हो जाता है। #त्याग #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #हिंदी #आत्ममंथन #जीवनधारा