Find the Best सड़क Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Shubham Bhardwaj
जिंदगी अजीब कहानी सी है। एक खूबसूरत निशानी सी है ।। सफर जिंदगी का जिस राह पर चला। वह राह सदियों पुरानी सी है ।। ©Shubham Bhardwaj #sadak #जिंदगी #अजीब #कहानी #सी #है #सफर #सड़क #पुरानी
SHOBHA GAHLOT
नजीबाबद और हरिद्वार के बीच दूर दूर तक कोई गाडी नही थी केवल हमारी कार दौड़ी जा रही थी तभी अचानक कुछ दूर एक खूबसूरत हाथी सड़क पार करता दिखा, बेहद खूबसूरत, जेट ब्लैक कलर का हमने तुरंत अपनी कार को ब्रेक लगाया और बडी उत्सुकता से उस गजराज को सड़क पार करते देखते रहे बहुत खूबसूरत दृश्य था वो।।।। ©SHOBHA GAHLOT #सड़क
Hira Vajahat
सड़के तो बहुत थी मेरे घर आने के लिए पर तूने तो चौराहे पर ही सवारी बदल ली। #सड़क #सवारी
LOL
क्यों खड़ी हो मोहब्बत में सड़क के उस जानिब जरा सा हौंसला कर लो इस पार आ जाओ.. ©KaushalAlmora #courage #रोजकाडोजwithkaushalalmora #हौंसला #yqdidi #love #poetry #shayari #सड़क
#Courage #रोजकाडोजwithkaushalalmora #हौंसला #yqdidi love poetry shayari #सड़क
read moreLOL
जिस गाँव ने शहर की हर तरक्की देखी है खुद अब तक उसने सड़क ना पक्की देखी है.. #गांवशहर #अफसोस #सड़क #yqbaba #yqdidi #yqquotes PC :HD WALLPAPER APP
Swarima Tewari
एक हादसा कल रोज़ भरी भीड़ में हुआ, मगर चश्मदीद गवाह सिर्फ़ सड़क निकली! हादसों में हर रोज़ मरता है आदमी लाशों से होकर गुज़रता है आदमी.. #yqbaba #yqdidi #yqhindi #hindiquotes #गवाह #सड़क #हादसे #yqdidihindi
हादसों में हर रोज़ मरता है आदमी लाशों से होकर गुज़रता है आदमी.. #yqbaba #yqdidi #yqhindi #hindiquotes #गवाह #सड़क #हादसे #yqdidihindi
read moreAbundance
#सड़क कल गयी थी बाजार मैं ठंड से ठीठुरते लोग मन मारे दफ़्तर जा रहे थे तभी एक इंसान जमीन पर बैठा हुआ अच्छे घर से लग रहा था कभी हॅस रहा था, कभी रो रहा था लोग जा कर उसके पास पूछ रहे थे अच्छे भले तो हो क्या हुआ और वो कह गया अच्छे के साथ अच्छा कहा होता है मैं भी थोड़ी दूर पर खड़ी थी भीड़ ने उस आदमी को ढक दिया था तभी एक आदमी हॅसता हुआ उधर से आने लगा और सबको बताने लगा ये भाई लोग हम ठंड से ठीठुर रहे है ये गम में सुलग रहा.... सभी हैरान थे वो क्या कह गया..... ©Mallika #Dark
Shivpal Rajpurohit
नमस्कार! मैं हूँ झमाझम सिंह और आप देख रहे हैं #वर्षा_तक! आज आपको ले चलता हूँ उस सड़क तक, जो टूट कर भी अटूट है अभी तक। तो आइए हम मोहतरमा सड़क से जानने का प्रयास करते हैं कि आखिर उनके साथ हुआ क्या था... - हाँ तो मिस सड़क! आप हमे सबसे पहले यह बताइये कि टूटने के बाद कैसा महसूस कर रही है? - देखिये! हमें गर्व हो रहा है। हमारी छाती चौड़ी हो गयी है, मस्तक ऊंचा हो गया है, हमारे बाजू फड़क रहे हैं... हमें गर्व है अपने उस हिस्से पर जो पानी के साथ बह गया। आज उसी की देन है जो आपके जैसे हजारों लोग हमें देखने आये हैं। हर जगह हमारी ही चर्चा है, हर आदमी हमें दया, करुणा, श्रद्धा, सम्मान की दृष्टि से देख रहा है। सुबह से अब तक मेरे पचहत्तर इंटरव्यू हो चुके हैं, आप छिहत्तरवें हैं। इसलिए हम कहना चाहेंगे कि हमारा वह हिस्सा बहा नहीं है, अमर हो गया है। हम उसे शत शत नमन करते हैं। - हैं....? यह आप क्या बोल रही हो मोहतरमा? मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ। - तो तुम बताओ ससुरे, आदमी हो कि पजामा? अबे इधर पानी हमारा पि@@ड़ा तोड़ कर धुंआधार बहे जा रहा है, और तुम पूछ रहे हो कि कैसा लग रहा है? अबे हमारी दशा उस मुख्यमंत्री जैसी है जिसके विधायकों को विपक्षी दल ने तोड़ लिया हो। कब सरकार गिर जाएगी पता नहीं, और तुम पूछते हो कि लग कैसा रहा है? लगने के नाम पर हमें केवल मोशन लग रहा है, वह भी लूज वाला... समझे न? - अच्छा अच्छा! यह छोड़िये, आप हमें यह बताइये कि आप टूटे कैसे? - देखिये, हम टूटे क्योंकि हमारा दिल टूट गया। एक ऐसा समय भी था कि पानी हमारा दीवाना था, और आज का हाल यह है कि वही पानी मेरी हड्डी पसली एक कर रहा है। मेरा सम्पर्क पथ नहीं टूटा, मेरा दिल टूटा है। मैं करूँ तो क्या करूँ? - नहीं नहीं! मैं यह पूछ रहा हूँ कि आप एकाएक टूट गए, या धीरे धीरे टूटे? मतलब पहले नीचे से टूटे या ऊपर से टूटे? दाहिने से टूटे या बाएं से? - देखिये पानी ने दाँयी ओर से धक्का मारना शुरू किया था। पहले तो कुछ देर बड़े प्रेम से.... -रुकिये रुकिये! आपने कहा कि पानी ने दायीं ओर से धक्का दिया, इससे यह सिद्ध होता है कि पानी दक्षिणपंथी है। सचमुच इस देश मे दक्षिणपंथी ताकतें इतनी मजबूत हो गयी हैं कि आदमी तो आदमी सड़कों का भी देश में रहना कठिन हो गया है। खैर... तो आप अपने टूटने के लिए किसे जिम्मेदार मानते हैं? सरकार को या ठेकेदार को, या दक्षिणपंथी ताकतों को... - मेरी क्या मज़ाल जो मैं किसी को दोषी मानूँ? मैं तो लोकतंत्र की सड़क हूँ, मेरी उंगली की औकात बस इतनी है कि वह evm दबाएगी, वह किसी पर उठ नहीं सकती। वैसे भी जिस शब्द की तुक सरकार से मिल रही हो उसपर उंगली नहीं उठाई जा सकती। जैसे ठेकेदार, पत्रकार, हवलदार, समझदार, जमींदार, सार... और भी हैं, आप सोच के देख लीजिए। - अरे आप सरकार के बारे में कुछ तो कहिये... सरकार की ही जिम्मेदारी थी न आपकी देखभाल करने की? क्या वह दोषी नहीं? - देखिये मेरे हिसाब से दोषी केवल और केवल पानी है। उसी ने धक्का मार मार कर मेरी कमर तोड़ी है। सरकार के बारे में तो मैं केवल इतना कहूँगी । " यह लोकतंत्र की गोटी है, सट से उलट जाती है.. कहानी इश्क की लम्बी भी पल में सलट जाती है। कभी सरकार से उलझो तो इतना सोच कर उलझो अब अच्छी सड़क पर भी एक्सयूबी पलट जाती है।" आगे तो आप समझ ही रहे हैं। अब मैं और कुछ नहीं बोलूंगी। नमस्कार... - तो ये थी मोहतरमा सड़क। जिनका कुछ हिस्सा आज मूसलाधार बारिश में बह चुका है। इनके जले पर नमक लगाने के लिए आप हमारा धन्यवाद कीजिए और हमारी रिपोर्टिंग का मजा लीजिए। #वर्षा_तक के लिए कैमरामैन चौपट लाल के साथ मैं झमाझम सिंह... शिवपाल राजपुरोहित✍️🎤 #सड़कछाप_रिपोर्टिंग #वर्षा #सड़क
#सड़कछाप_रिपोर्टिंग #वर्षा #सड़क
read moremaihar rankaj chaurasia
देख ले तू बस एक बार पलट कर 😉😉😉😉🤔😋 भले ही जाम लग जाए सड़क पर 😜😜😜😜😝😛 #देख ले तू #बस एक बार #पलट कर भले ही #जाम लग जाए #सड़क पर #reading