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Best किए Shayari, Status, Quotes, Stories

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विचित्र शायर

वादे कई हमने भी #किए #थे एक #दूसरे से, #अंजाम #सामने है ना तुम #मेरे रहे अब ना में #खुद का #रहा.... #Happy_promise_day #वादे

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वादे कई हमने भी किए थे एक दूसरे से,
अंजाम सामने है
ना वो मेरी है अब
ना में खुद का रहा....

©Sushobh Chavan वादे कई हमने भी #किए #थे
एक #दूसरे से,
#अंजाम #सामने है
ना तुम #मेरे रहे अब
ना में #खुद का #रहा....

#Happy_promise_day #वादे

Bittuda

अब तुम्हे हम क्या बताए की हम क्या काम किए बैठें हैं....


तुमनें तो बस इश्क़ किया हैं,

हम तो हमारा इश्क़ ही किसी के नाम किए बैठें हैं...😒

✍My_Words किसी के नाम ..😒
#इश्क़ #मोहब्बत #प्यार #love #lost #past #person #momories #heart #broken #feel #fault #sorry #better #promise #relation #reality #life #shayari #quotes #NojotoApp#nojoto #NojotoHindi #story #trust #fail #Nojotoevents #Nojotonews #emotinal
Prinal Royal Nehu❤ Internet Jockey

अंजान

nojoto #आजाद Pritika Jha kavi Aj arijit चंदर चंदर Ehtisham Hashmi yoz khan

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मुद्दतों से कैद हो आजाद किए देता हूं!
इक नई दुनियां तुझे आबाद किए देता हूं!!
ख्वाहिशें थी जिन्दगी तेरे ही संग जीने की!
वो हसीं सपने सभी बर्बाद किए देता हूं!!
#अंजान #nojoto #आजाद Pritika Jha  kavi Aj arijit चंदर चंदर Ehtisham Hashmi yoz khan

Avneesh Kumar Chauhan

Hindi Shayari

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जितने हमने हाथ थामे उतने पीठ पीछे घाव मिले| 
जितने हमने एहसान किए उतने हमें आस्तीन के सांप मिले|
ए कलियुगी दुनिया तेरे दस्तूर से हम कितने अनजान थे, 
जितने हमने फूल बांटे उतने कांटे मिले|
लोग इस खेल में कितने माहिर और हम कितने अनाड़ी,
जितने हमने रहम किए उतने हमें इल्जाम मिले|
 वो रंग बदलते हैं ज़रुरत के हिसाब से,
चेहरे रखते हैं मौकों के हिसाब से,
 जितने हम कश्ती बने उतने हमे छेद मिले|

Composed by Self Hindi Shayari

Anjali Srivastav

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जमाने के खातिर हम जिए जा रहे है
कह न पाएं लबो को हम सिए जा रहे है

होती है चुभन देख दर्द ओ सितम को
है आंखो में नमी हर अश्क पिए जा रहे है

न है ज्ञान मुझको किसी भी तरह का
सुन दिल की हर बाते हम किए जा रहे है

है राहों में कांटे हर डगर हर सफर में
फिर भी हर नसीहत हम लिए जा रहे है

बड़ी शिद्दतो से भरी परवाज़ मैंने
उसे अपनो की ओर अब किए जा रहे है

नहीं है मिला मुझको साथ किसी का
अब बस रब के सहारे जिए जा रहे है

अतीत को खंगालू खुद को संवारुं
उसमे ही खुद को खुश किए जा रहे है।।

अंजली श्रीवास्तव

अंजान

#हैरान Kavita Gautam VARSHA KUSHWAH #Vks.. Ruchi Jha Peeyush Umarav

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Heart 
आज़ इक ऎलान किए देते हैं!
जिस्म दो इक जान किए देते हैं!!
अब करें इजहार सामने खुलके!
फिर जरा हैरान किए देते हैं!!
@अंजान
9453684144 #हैरान Kavita Gautam  VARSHA KUSHWAH #Vks..  Ruchi Jha  Peeyush Umarav

Rizwan Khan

#urdushari

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अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जाएगा
मगर तुम्हारी तरह कौन मुझ को चाहेगा
- बशीर बद्र


यारो कुछ तो ज़िक्र करो तुम उस की क़यामत बाँहों का
वो जो सिमटते होंगे उन में वो तो मर जाते होंगे
- जौन एलिया

दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं
कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं
- जिगर मुरादाबादी


लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से
- जाँ निसार अख़्तर

बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर
पलकों से लिख रहा था तिरा नाम चाँद पर
- अज्ञात


अभी आए अभी जाते हो जल्दी क्या है दम ले लो
न छेड़ूँगा मैं जैसी चाहे तुम मुझ से क़सम ले लो
- अमीर मीनाई

एक चेहरा है जो आँखों में बसा रहता है
इक तसव्वुर है जो तन्हा नहीं होने देता
- जावेद नसीमी


अपने जैसी कोई तस्वीर बनानी थी मुझे
मिरे अंदर से सभी रंग तुम्हारे निकले
- सालिम सलीम

इलाज अपना कराते फिर रहे हो जाने किस किस से
मोहब्बत कर के देखो ना मोहब्बत क्यूँ नहीं करते
- फ़रहत एहसास


तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे
- क़ैसर-उल जाफ़री

तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दो
आ जाएगा पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना
- शकील बदायुनी


तुम्हारा नाम आया और हम तकने लगे रस्ता
तुम्हारी याद आई और खिड़की खोल दी हम ने
- मुनव्वर राना

जहाँ में होने को ऐ दोस्त यूँ तो सब होगा
तिरे लबों पे मिरे लब हों ऐसा कब होगा
- शहरयार


यूँ तिरी याद में दिन रात मगन रहता हूँ
दिल धड़कना तिरे क़दमों की सदा लगता है
- शहज़ाद अहमद

दिल से उठता है सुब्ह-ओ-शाम धुआँ
कोई रहता है इस मकाँ में अभी
- अंजुम रूमानी


क्यूँ मेरी तरह रातों को रहता है परेशाँ
ऐ चाँद बता किस से तिरी आँख लड़ी है
- साहिर लखनवी

शाम ढले ये सोच के बैठे हम अपनी तस्वीर के पास
सारी ग़ज़लें बैठी होंगी अपने अपने मीर के पास
- साग़र आज़मी


इस क़दर भी तो न जज़्बात पे क़ाबू रक्खो
थक गए हो तो मिरे काँधे पे बाज़ू रक्खो
- इफ़्तिख़ार नसीम

 #urdushari

Rizwan Khan

#urdushari

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अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जाएगा
मगर तुम्हारी तरह कौन मुझ को चाहेगा
- बशीर बद्र


यारो कुछ तो ज़िक्र करो तुम उस की क़यामत बाँहों का
वो जो सिमटते होंगे उन में वो तो मर जाते होंगे
- जौन एलिया

दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं
कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं
- जिगर मुरादाबादी


लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से
- जाँ निसार अख़्तर

बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर
पलकों से लिख रहा था तिरा नाम चाँद पर
- अज्ञात


अभी आए अभी जाते हो जल्दी क्या है दम ले लो
न छेड़ूँगा मैं जैसी चाहे तुम मुझ से क़सम ले लो
- अमीर मीनाई

एक चेहरा है जो आँखों में बसा रहता है
इक तसव्वुर है जो तन्हा नहीं होने देता
- जावेद नसीमी


अपने जैसी कोई तस्वीर बनानी थी मुझे
मिरे अंदर से सभी रंग तुम्हारे निकले
- सालिम सलीम

इलाज अपना कराते फिर रहे हो जाने किस किस से
मोहब्बत कर के देखो ना मोहब्बत क्यूँ नहीं करते
- फ़रहत एहसास


तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे
- क़ैसर-उल जाफ़री

तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दो
आ जाएगा पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना
- शकील बदायुनी


तुम्हारा नाम आया और हम तकने लगे रस्ता
तुम्हारी याद आई और खिड़की खोल दी हम ने
- मुनव्वर राना

जहाँ में होने को ऐ दोस्त यूँ तो सब होगा
तिरे लबों पे मिरे लब हों ऐसा कब होगा
- शहरयार


यूँ तिरी याद में दिन रात मगन रहता हूँ
दिल धड़कना तिरे क़दमों की सदा लगता है
- शहज़ाद अहमद

दिल से उठता है सुब्ह-ओ-शाम धुआँ
कोई रहता है इस मकाँ में अभी
- अंजुम रूमानी


क्यूँ मेरी तरह रातों को रहता है परेशाँ
ऐ चाँद बता किस से तिरी आँख लड़ी है
- साहिर लखनवी

शाम ढले ये सोच के बैठे हम अपनी तस्वीर के पास
सारी ग़ज़लें बैठी होंगी अपने अपने मीर के पास
- साग़र आज़मी


इस क़दर भी तो न जज़्बात पे क़ाबू रक्खो
थक गए हो तो मिरे काँधे पे बाज़ू रक्खो
- इफ़्तिख़ार नसीम

 #urdushari

Hardik Khare

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एहसान जिंदगी पर किए जा रहे हैं हम,
 मन तो नहीं है फिर भी जिए जा रहे हैं हम
 पहला किसी का इश्क था दूजा है शायरी दो हादसों को एक किए जा रहे हैं हम


hardik

Poet Maddy

सूख़े पत्ते ख़ुद झड़ जाते हैं, किसी को बिना परेशान किए...... #dry#leaf#fall#Self#Disturb#waste#Loss.......

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सूख़े पत्ते ख़ुद झड़ जाते हैं,
किसी को बिना
परेशान किए......
ख़ुद हो जाते
हैं बर्बाद,
किसी का  
बिना नुकसान किए.... सूख़े पत्ते ख़ुद झड़ जाते हैं,
किसी को बिना
परेशान किए......
#Dry#Leaf#Fall#Self#Disturb#Waste#Loss.......
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