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Rohit Yadav
#जिंदगी 👯एक #अनमोल 🌦️अमृत है, ये बार ⚡ बार नही मिलता है! इसे🌊 #व्यर्थ न ☄️करे।। ©Rohit Yadav #Love #love❤ #Trending #viral #sayri #SAD #Life
Anuradha T Gautam 6280
राधेकृष्णा
बहुत नन्ही परिभाषा है प्रेम कि, मैं शब्द तुम अर्थ, तुम बिन मैं व्यर्थ.... ©राधेकृष्णा बहुत नन्ही परिभाषा है #प्रेम कि, #मैं शब्द तुम #अर्थ, #तुम बिन मैं #व्यर्थ....
Shashi Bhushan Mishra
बेमौसम बरसात कबतक? अमावस की रात कबतक? दूर अपनों से मुसाफ़िर, अजनबी से बात कबतक? स्वार्थ में अंधे हुए सब, बेवज़ह की घात कबतक? रह-ए-उल्फ़त में दिलों के खेल में शह-मात कबतक? परेशाँ हर कोई जग में, दर्द से निजात कबतक? मन मुनासिब राह चल तू, सहे हृदयाघात कबतक? स्वयं की पहचान करले, व्यर्थ पश्चाताप कबतक? ज्ञान दीपक जला 'गुंजन', अंधेरे की बिसात कबतक? --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #व्यर्थ पश्चाताप कबतक#
Devesh nand Singh
मन छोड़ व्यर्थ की चिंता तू शिव का नाम लिये जा शिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किये जा शिव शिव शिव ऊँ: नम: शिवाय शिव शिव शिव #मन छोड़ #व्यर्थ की #चिंता तू शिव का नाम लिये जा शिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किये जा #शिव शिव शिव ऊ: नम: #शिवाय शिव शिव शिव #deveshnandsingh #navratrispecial
Nikesh Bharane
लिखा है जो मैंने सब व्यर्थ है, जज्बातों को भी अब कदर कहा है। शब्दों में छुपे भावनाओं को समझे ।🙏🏻 #yqbaba #yqhindi #व्यर्थ #अर्थ #yqtaai #quotesofnikesh #जज़्बात #कदर
KHALID Hussain
छोड़ो यार सब फुजूल है ये प्यार मोहब्बत की बाते लाख वादों के बाद भी यहाँ कोई अपना नही होता Urdu_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "फ़ुज़ूल" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।
Ek villain
निजी अस्पतालों में मरीजों से लूट का सूट के जाने कितने मामले प्रकाश में आते रहे हैं लेकिन इस 2 साल की कहा जाए कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की मान्यता के लखनऊ के एक अस्पताल में अपने यहां ढाई सौ मजदूरों को मरीज के रूप में भर्ती कर लिया था कि अधिकारियों को गुमराह किया जा सके इतना ही नहीं इन मजदूरों को दवाएं और इंजेक्शन भी दिए जाने लगे हैं ताकि वे वास्तविक रूप से मरीजों दिखाई पड़ने को निरीक्षण के लिए आने वाली टीम अस्पताल के पक्ष में रिपोर्ट दें मजदूरों की शिकायत पर एम एस सी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज परिसर स्थित आवास में हॉस्पिटल के संचालक के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन इस घटना के निजी अस्पतालों में क्या-क्या किया जा सकता है इसे भी लाभ दिया गया इस घटना के बाद राजधानी लखनऊ ही उन प्रदेशों में निजी अस्पतालों के मान्यता की जांच होनी चाहिए कि वह कितने मानक रूप कर रहे हैं और कितने नहीं निजी अस्पतालों में इलाज नहीं है व्यर्थ का कारोबार होता है और आधी कारी भी आंख मूंदे रहते हैं महज कुछ माह पहले ही दैनिक जागरण ने लखनऊ में अभियान चलाकर फर्जी उजागर किया था उसमें सामने आया था कि कई अस्पतालों में चिकित्सा के बोर्ड तो लगे हुए थे लेकिन वह आते ही नहीं थे इस प्लान में भी कर्मचारी ही डॉक्टर वार्डबॉय और डिप्रेशन का कार्य कर रहा था प्रशासन ने इस अभियान के बाद कई अस्पतालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए थे ©Ek villain #व्यर्थ की कारोबारी #promiseday