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HintsOfHeart.
"आ जाना प्रिय आ जाना! अपनी एक हँसी में मेरे आँसू लाख डुबा जाना! फैला वन में घन-अन्धकार, भूला मैं जाता पथ-प्रकार- जीवन के उलझे बीहड़ में दीपक एक जला जाना। सुख-दिन में होगी लोक-लाज, निशि में अवगुंठन कौन काज? मेरी पीड़ा के घूँघट में अपना रूप दिखा जाना। आ जाना प्रिय आ जाना!"¹ ©HintsOfHeart. #अज्ञेय #जन्मजयंती ( 07 March 1911) 1. सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' - हिन्दी में अपने समय के सबसे चर्चित कवि, कथाकार, निबन्धकार, पत्रकार आदि।
अज्ञेय #जन्मजयंती ( 07 March 1911) 1. सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' - हिन्दी में अपने समय के सबसे चर्चित कवि, कथाकार, निबन्धकार, पत्रकार आदि।
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“जब तक जीना, तब तक सीखना” अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं। ~ स्वामी विवेकानंद #जन्मजयंती 💐🙏 ©satyam samdarshi #Thinking
Prerna Singh
#GuruNanakJayanti ईश्वर के हाथ देने के लिए खुले हैं, लेने के लिए तुम्हे प्रयत्न करना होगा... गुरु नानकदेव #जन्मजयंती ©Prerna Singh #gurunanakjayanti
भारद्वाज
बनबाला के गीतों सा निर्जन में बिखरा है मधुमास, इन कुंजों में खोज रहा है सूना कोना मन्द बतास। नीरव नभ के नयनों पर हिलती हैं रजनी की अलकें, जाने किसका पंथ देखती बिछकर फूलों की पलकें। #महादेवी वर्मा #जन्मजयंती #महादेवी वर्मा
#महादेवी वर्मा
read moreDr.Laxmi Kant trivedi (lucky)
You are beautiful कहाँ चराग़ जलाएँ कहाँ गुलाब रखें छतें तो मिलती हैं लेकिन मकाँ नहीं मिलता... ये क्या अज़ाब है सब अपने आप में गुम हैं ज़बाँ मिली है मगर हम-ज़बाँ नहीं मिलता... #निदा_फ़ाज़ली #जन्मजयंती कहाँ चराग़ जलाएँ कहाँ गुलाब रखें छतें तो मिलती हैं लेकिन मकाँ नहीं मिलता... ये क्या अज़ाब है सब अपने आप में गुम हैं ज़बाँ मिली है मगर हम-ज़बाँ नहीं मिलता... #निदा_फ़ाज़ली #जन्मजयंती
कहाँ चराग़ जलाएँ कहाँ गुलाब रखें छतें तो मिलती हैं लेकिन मकाँ नहीं मिलता... ये क्या अज़ाब है सब अपने आप में गुम हैं ज़बाँ मिली है मगर हम-ज़बाँ नहीं मिलता... #निदा_फ़ाज़ली #जन्मजयंती
read moreDr.Laxmi Kant trivedi (lucky)
मैं वह लानत हूँ जो इन्सान पर पड़ रही है मैं उस वक़्त की पैदाइश हूँ जब तारे टूट रहे थे जब सूरज बुझ गया था जब चाँद की आँख बेनूर थी मेरी माँ की कोख मज़बूर थी #अमृता_प्रीतम #जन्मजयंती अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
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