Find the Best सीना Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutसीना means in hindi, तो दिल हो गया सीना, जॉन सीना की फाइट, जिक्रे अहमद से सीना सजा, जिक्रे अहमद से सीना,
dimple
White ज़िंदगी नाम है जीने का l हर गम को हँस के पीने का ll ऐसा लगाओ इक ठहाका जोरदार, टूट के चूर हो जाए, पत्थर सीने का l मिल जाये गर्माहट बेटे के सीने की, नही चाहिए माँ को शॉल पश्मीने का l सब लड़ते है धर्म पर सुनता नही कोई, एक ही रब है उपर, मंदिर, चर्च मदीने का l दुनिया है, ये तो सिखायेगी झूठ, लालच, फ़रेब, तुम मगर खाना निवाला अपने पसीने का l ज्यादा नही बोलता बस नज़रों से गिरा देता हूँ, सीख लिया है रास्ता मैंने सुकून से जीने का ll ------------------------------ November 2022 ©Dimple Kumar #डायरी_के_पन्ने #जीना #गम #सीना #मां #पसीना #निवाला #नज़र #सुकून #लालच शायरी हिंदी गम भरी शायरी शायरी हिंदी में खतरनाक लव स्टोरी शायरी शेरो शायरी
Kailas Tidke
आँखो मे जुनून लिये खडे रहो सीना ताने../ पल मे ढल जायेगी उल्फतों की चट्टाने../ ©Kailas Tidke #achievement #सीना #जूनून #वजुद
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read moreGhumnam Gautam
हमारी हस्त-रेखा में कभी लिक्खा नहीं 'उसने' किसी के सीने में धड़कें, किसी को रास आएँ हम ©Ghumnam Gautam #Chalachal #हस्तरेखा #धड़कन #सीना #कभी #हम #उसने #ghumnamgautam
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read moreGhumnam Gautam
ज़िन्दगी के जब हों चिथड़े और सीना चाक हो ख़्वाबों की तुरपाई करके आँखें ज़ख़्मी कीजिए ©Ghumnam Gautam #Shajar #ज़िंदगी #चिथड़े #सीना #ख़्वाब #तुरपाई #ज़ख़्मी #ghumnamgautam
Ghumnam Gautam
झंडे पर के चाँद का,करना क्या अभिमान झंडा हो यदि चाँद पे, चलिए सीना तान ©Ghumnam Gautam #chandrayaan3 #झंडा #चाँद #क्या #सीना #अभिमान #यदि #ghumnamgautam
#chandrayaan3 #झंडा #चाँद #क्या #सीना #अभिमान #यदि #ghumnamgautam
read moreyou favourite
जय सिया राम ©you favourite #तोड़ दो #सीना #बहा दो #खून #दुश्मन का यही #अंदाज हैं #रामभक्तो के #जीने का
radhe krishan
जय सिया राम ©radhe krishan #तोड़ दो #सीना #बहा दो #खून #दुश्मन का #जयश्रीराम #जयबजरंगबली
#तोड़ दो #सीना #बहा दो #खून #दुश्मन का #जयश्रीराम #जयबजरंगबली
read moreHisamuddeen Khan 'hisam'
तेरी मोहब्बत में डूबा... हिसाम #मोहब्बत #डूबा #सूरत #सीना #बताऊं #hisamshayari #Trending #poetrywithhisamuddeenkhanhisam #Kathakaar Priya Gour Drsantosh Tripathi siya pandey Priyu Shashank Tripathi NIHAR Riti sonkar Shahab ABRAR Manzoor Alam Delhi POOJA UDESHI
read moreकवि मुकेश मोदी
धरती माँ की पुकार माँ हूँ बच्चों मैं तुम्हारी और तुम हो मेरे लाल पाल पालकर तुम सबको हो गई मैं कंगाल कमजोर किया मुझे चीर के देखो मेरा सीना प्रदूषण फैलाकर कठिन कर दिया मेरा जीना बाँझ मुझे बनाया पिलाकर जहरीले रसायन अपने विकास का तुम करते हो झूठा गायन कहीं किया मुझे बंजर कहीं दलदल फैलाया घोर बिमारियों से मुझको भी ग्रसित बनाया ऐसी जर्जर हालत में कैसे तुम सबको पालूं कैसे अपने सीने से अमृत तुल्य फल निकालूं पुत्र समान मेरे प्रिय वृक्षों को तुमने काट दिया मेरे ही आँचल को तुमने सीमाओं में बाँट दिया चलते चलते मुसाफिर थककर ही मर जाता है दूर दूर तक पेड़ की ठंडी छाँव नहीं वो पाता है छलनी किया मेरा सीना तूने ये क्या कर डाला लालच में तूने मेरे मुख का छीन लिया निवाला तेरे पांवों तले रहती थी तुझसे क्या मैं लेती थी जितना लेती थी तुझसे हजार गुना मैं देती थी अब भी नहीं बिगड़ा कुछ खुद को तूँ संभाल विलासिता के जंजाल से खुद को तूँ निकाल हरियाली बढ़ाकर करते जाना तूँ मेरा पालन श्रीमत के बल पर करना जीवन का संचालन प्यार करके मुझको तूँ पा ले सुख अविनाशी हरियाली फैलाकर तूँ मिटा दे मेरी भी उदासी मेरी सेवा करेगा तो मैं भी सेवा करूंगी तेरी सुख दूंगी अपार तुझे ये है अटल प्रतिज्ञा मेरी ॐ शांति
कवि मुकेश मोदी
धरती माँ की पुकार माँ हूँ बच्चों मैं तुम्हारी और तुम हो मेरे लाल पाल पालकर तुम सबको हो गई मैं कंगाल कमजोर किया मुझे चीर के देखो मेरा सीना प्रदूषण फैलाकर कठिन कर दिया मेरा जीना बाँझ मुझे बनाया पिलाकर जहरीले रसायन अपने विकास का तुम करते हो झूठा गायन कहीं किया मुझे बंजर कहीं दलदल फैलाया घोर बिमारियों से मुझको भी ग्रसित बनाया ऐसी जर्जर हालत में कैसे तुम सबको पालूं कैसे अपने सीने से अमृत तुल्य फल निकालूं पुत्र समान मेरे प्रिय वृक्षों को तुमने काट दिया मेरे ही आँचल को तुमने सीमाओं में बाँट दिया चलते चलते मुसाफिर थककर ही मर जाता है दूर दूर तक पेड़ की ठंडी छाँव नहीं वो पाता है छलनी किया मेरा सीना तूने ये क्या कर डाला लालच में तूने मेरे मुख का छीन लिया निवाला तेरे पांवों तले रहती थी तुझसे क्या मैं लेती थी जितना लेती थी तुझसे हजार गुना मैं देती थी अब भी नहीं बिगड़ा कुछ खुद को तूँ संभाल विलासिता के जंजाल से खुद को तूँ निकाल हरियाली बढ़ाकर करते जाना तूँ मेरा पालन श्रीमत के बल पर करना जीवन का संचालन प्यार करके मुझको तूँ पा ले सुख अविनाशी हरियाली फैलाकर तूँ मिटा दे मेरी भी उदासी मेरी सेवा करेगा तो मैं भी सेवा करूंगी तेरी सुख दूंगी अपार तुझे ये है अटल प्रतिज्ञा मेरी ॐ शांति