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Archana Pol
भेटीसाठी डोळी | ओथंबले घन | मनात श्रावण | पेरलेला ||१|| आतुरले मन | पाहताना वाट | भिजलेला काठ | मनाचा रे ||२|| श्वासांचा आवेग | उसासला जीव | लागे ना रे ठाव | काळजाचा ||३|| बरसल्या धारा | गंधाळली माती | शहारली पाती | चिंब ओली ||४|| गंधाळ गंधाळ | माळरान सारे | मखमली वारे | भोवताली ||५|| तरारली राने | चिंब ओली मने | रुजलेले गाणे | रानी वनी ||६|| अंकुरला कोंब | धरित्रीच्या पोटी | मोहरली सृष्टी | आनंदाने ||७|| पालव स्पर्शाने | आनंदी अंगण | नभाचे हे ऋण | कसे फेडू? ||८|| ©Archana Pol #ऋण
Satish Chandra
#ऋण #YQdidi YourQuote Didi #FreakySatty #माता_पिता_का_ऋण :- 🙏🏻💐🙏🏻
Shitanshu Rajat
वो पत्ते कर नहीं सके कुछ अपनी शाख के लिए, लगता है, शाख पर अपने वृक्ष का ऋण बाकी है। #2april2k17 #YQDidi #ऋण #YQBaba #3_generations #पीढ़ियाँ #पत्ते #शाख #वृक्ष.....
Juhi Grover
सूरज को खुद पे गुरूर है, दूसरे सूरज को नीचा दिखाने की चाह में, खुद को खो देता है, और समझता है जैसे कि सब ऋण चुका दिये, और अपनी इस ख्याति को, जिस से कि वो पूजनीय है, मिट्टी में मिला देता है। सूर्य का वो अस्तित्व, खत्म होने के लिए ही है, जानते हुए भी वो किसी ऋण से उऋण नहीं हो पाता है, भटकता रहता है, और अपने ही सुकून की तलाश में सुकून का एहसास तक खो देता है। मैं सूरज हूँ, इसी गुमान में रहता है, और आखिर अस्तित्व के साथ चरित्र भी खो देता है। Thanks for remembering me bhai SARVESH DHIMAN Sorry for being late. #ऋण #सूरज #गुरूर #उऋण #गुमान
Anupama Jha
मानव जीवन में जन्म मिला है किस किस का ऋण चुकाएंगे हम नहीं चुका सकते ऋण ईश्वर का जिसकी दी साँसे भरते हम न ही मात पिता का जिसके बिन नहीं संपूर्ण हम उस गुरु का भी कैसे ऋण चुकाऊँ जिसने बुद्धि ज्ञान विकास किया उस किसान का ऋण जिसने खाने को अनाज दिया किस किस को छोड़ू, किस किस का नाम लूँ अपनी सुन्दर प्रकृति का ऋण कैसे न जोडू? हवा,पानी धरती ,चाँद सितारे क्या इनके बिन रह सकते हम सारे नहीं चुका सकते हम इनके ऋण इन सबका ऐसा ऋण जिससे हो नहीं सकते हम उऋण। #ऋण #YQdidi
Anupama Jha
इस भौतिकता की दुनियाँ में ऋण देनेवाला नित नया प्रलोभन देकर ललचा जाता है मन को कितना भी करो संयम इंसान रोक न पाता है खुद को किश्तों की सब्ज़बाग दिखाता 'बस हर महीने इतना सा' कहकर हमारा मन ,हमें समझाता हो जाते हम "किश्तों"की कश्ती पर सवार ,यह भूल ऋण देनेवालों का है ये व्यापार अगर बस हम अपनी सीमा तय कर लें चाहतो को थोड़ा वश में ,फिर किश्तों से कुछ खुशियां भर लें बस "किश्तों" को न होने दो खुशियों पर हावी किश्तों में न डूबे खुशियों की कश्ती हमारी #ऋण #YQdidi
Vidhi
ऋण, कर्ज़ और लोन... ऋण: इस शब्द को सुनते ही मुझे अपनी पांचवीं छठी कक्षा की गणित की वो पुस्तक याद आ जाती है, जिसमें 'हानि-लाभ/साधारण-चक्रवृद्धि-ब्याज़' को लेकर सवाल होते थे। कर्ज़: ये नाम जाने क्यों अस्सी के दशक की हिंदी फ़िल्मों की याद दिलाता है, जहाँ क़ादर ख़ान के लंबे लंबे डायलॉग्स होते थे। ज़ाहिर है माँ बाप के कर्ज़ को चुकाने को लेकर.. और इस नाम से फिल्में भी तो कम नहीं। लोन: इस शब्द का मत ही पूछिये। मथूट फाइनेंस से लेकर मन्नापुरम गोल्ड लोन्स का एड ध्यान आ जाता है। क्रिकेट का मैच चले और इसका एड ना आये, हो नहीं सकता। #ऋण #कर्ज़ #लोन #Observations #YQdidi #YQbaba
Rakesh Jaiswal
तुम्हारी हर बेरुख़ी पे भी मुहब्बत ऐसे निभा रहा हूँ, जैसे सूद समेत कोई पुराना ऋण चुका रहा हूँ #ऋण #YQDidi
Shashi Aswal
बैंक का ऋण तो आप चुका दोगे पैसे कमा कर, पर उस इंसान का ऋण आप कैसे चुकाओगे, जिसने अपने कलेजे का टुकड़ा आपको, दान के रूप में दे दिया, आपकी दुनिया को बसाने के लिए, खुद की दुनिया को उजाड़ कर...... #YQbaba #YQDidi #ऋण