Find the Best सुनते Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutसुनते है जब प्यार, सुनते है तेरी रहमत, सुनते हैं जब प्यार में, सुनते हैं कि महेश्वर में, तुमि सुनते की पाओ,
neelu
White भजन सुनते थे बचपन में.. घर ना किसी का बसा सको तो झोपड़िया मत जला देना.. मरहम पट्टी कर ना सको तो घाव भी मत लगा देना दीपक बनकर जल ना सको तो अंधाय1रा भी मत करना पुष्प नहीं बन सकते तो फिर कांटे बनकर मत रहना.... मुबारक हो हमने कर दिखाया ©neelu #love_shayari #भजन #सुनते थे बचपन में.. घर ना किसी का बसा सको तो #झोपड़िया मत जला देना.. मरहम पट्टी कर ना सको तो घाव भी मत लगा देना #दीपक बनकर जल ना सको तो #अंधाय1रा भी मत करना
R T O
#हम 👦तो #दिल_के ❤ #Raja 👑 हैं #पगle,👧जो #सुनते 👂 भी #दिल_की ❤ है, और #करते_भी 😎 #दिल_की है ।। ❤ ©R T O
Vimal ji
मन में हो उमंग दिल में हो प्यार सुनते रहो हर दम नोजोटो गूंज ब्लूटूथ स्पीकर के साथ ©Vimal ji #सुनते रहो हर दम #NojotoGoonj
#सुनते रहो हर दम Goonj
read moreRooh_Lost_Soul
प्रिये दादा जी वो आपके साथ हर शाम नई कहानी सुनते-सुनते ना जाने कब सो जाते थे, और आप धीरे से अपनी गोद मे उठाकर हमें घर के आंगन में बिछी चारपाई पर मच्छरदानी के भीतर सुला आते थे । भोर की पहली किरण पर हम फिर चहकने लगते थे और बिना देर किये सबसे बड़ा पीतल का ग्लास थामे वहां पहुँच जाते थे जहाँ आप भैसों का दूध खुद दुहा करते है। हमे देख कर आप मुस्कुराते हुए पहले हमारे ग्लासों को ताज़े दूध से भर देते थे, और हम झट से बिना गर्म किये, फौरन वो दूध गटक जाते थे ।। कभी पतली तो कभी मोटी सी बन गई मूछों को देख आप जोर से खिलखिलाते थे । दादा जी, आप आज भी हमे बहुत याद आते है ।। वो दादा नाना के घर जाना, वो दादी के हाथ से बना माखन तो नानी के हाथ की खीर खाना, वो बागों में सारी दुपहरी बिताना तो नानी यहां ढेरो कॉमिक्स किराये पर लाना । वो बचपन था इतना सुहाना, ना कोई पराया था, ना कोई बेगाना ।। ना अब वो दिन रहे , और ना वैसा बचपन रहा, बस हर तरफ हर कोई अपने मे ही है उलझा हुआ। काश वो दिन पुराने फिर लौट आते, कुछ उन्हें सुनते, तो कुछ अपनी सुनाते ।। जब भी मिलते कही उनसे , बिना बुढ़ापे की फिक्र किये बस उनके गले से चिपक जाते ।। काश वो दिन फिर से कुछ पल ही सही, मगर फिर से जी पाते ।। #Ol
वो दादा नाना के घर जाना, वो दादी के हाथ से बना माखन तो नानी के हाथ की खीर खाना, वो बागों में सारी दुपहरी बिताना तो नानी यहां ढेरो कॉमिक्स किराये पर लाना । वो बचपन था इतना सुहाना, ना कोई पराया था, ना कोई बेगाना ।। ना अब वो दिन रहे , और ना वैसा बचपन रहा, बस हर तरफ हर कोई अपने मे ही है उलझा हुआ। काश वो दिन पुराने फिर लौट आते, कुछ उन्हें सुनते, तो कुछ अपनी सुनाते ।। जब भी मिलते कही उनसे , बिना बुढ़ापे की फिक्र किये बस उनके गले से चिपक जाते ।। काश वो दिन फिर से कुछ पल ही सही, मगर फिर से जी पाते ।। Ol
read moreShayar Abhiraaj Kashyap
लोग बजह पूछते है मेरी इस तन्हाई की.सुनते-सुनते शिशक के रोने लगते है
नवीन बहुगुणा(शून्य)
मोर मुकुट बंशी वाले के देखो खेल निराले है, राधा रानी के सुंदर ये चोर बड़े दिलवाले है,मटकी फोड़े कन्हा जब जब गोपिया शोर मचाती है,धुन कन्हा की सुनते ही सब मंत्र मुग् हो जाती है,दौड़े दौड़े मइँया जब पनघट पर यू चली आती है, पकड़ उन्हें अब जोर से वो थोड़ा सा डांट सुनाती है, डांट के सुनते है कन्हा अब दूर खड़े हो जाते है, बाल हट अब छोड कन्हैया, मुरली मधुर बजाते है,सबके प्यारे बंशी वाले जग के ये रखवाले है,मोर मुकुट बंशी वाले के देखो खेल निराले है,जन्म लिए मथुरा में गोविंद अब तो, बिगुल बजाते है, देखो जग सारा कन्हा का मिल के जन्म मनाते है,मोर मुकुट बंशी वाले के देखो खेल निराले है,राधा रानी के सुंदर ये चोर बड़े दिलवाले है, माखन मिश्री दूध दही से होता जब श्रृंगार है, कोटि कोटि अब नमन प्रभु को करता ये संसार है,मोर मुकुट बंशी वाले के देखो खेल निराले है, राधा रानी के सुंदर ये चोर बड़े दिलवाले है, राधे राधे हैप्पी जन्माष्टमी all f you👏👏👏👏🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
राधे राधे हैप्पी जन्माष्टमी all f you👏👏👏👏🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
read moreNC
#OpenPoetry दुनियावाले सुनते नहीं ,शिकायत तुझसे करता हूं अकेलेपन में नित नैनों में व्यथित हो आंसू भरता हूं क्या स्वप्न थे मेरे ,किस राह चला प्रश्न हजारों करता हूं , दुनियावाले सुनते नहीं ,शिकायत तुझसे करता हूं पागल सा बन अक्सर खुद से ही बातें करता हूं ज़माने ने ठुकराया है ,फरियाद मैं तुझसे करता हूं दुनियावाले सुनते नहीं, शिकायत तुझसे करता हू कौन सलामत निकला जग से मैं तो रोज़ ही मरता हूं क्या पाया क्या खोया मैंने ,लेखा जोखा करता हूं दुनियावाले सुनते नहीं ,शिकायत तुझसे करता हूं।। #nojotohindi#फरियाद#शिकायत#कविता#openpoetry
Raz Nawadwi
बिहार के संदर्भ में "सुशासन" और "बाबू" जैसे शब्दों का इतना दुरुपयोग हुआ है कि सुशासन शब्द सुनते ही दुःशासन की और बाबू शब्द सुनते ही किसी मूर्ख की याद आ जाती है। ~राज़ नवादवी
Kiran Gautam
.रूक जा ए -जिंदगी तू कहां भागी जाती है, सुबह से शाम, शाम से रात हो जाती हैं। हाथ पकड़कर चलते-चलते बचपन बीत गया है, न जाने कब जिम्मेदारी आ जाती है, रूक जा ए-जिंदगी तू कहां भागी जाती हैं । जनवरी, फरवरी, March ,सुनते -सुनते कहानी बुढापे में बदल जाती है , रूक जा ए-जिंदगी तू कहां भागी जाती हैं । रूक जा ए -जिंदगी तू कहां भागी जाती हैं। #zindagi#poem#Nojotohindi
रूक जा ए -जिंदगी तू कहां भागी जाती हैं। #Zindagipoemhindi
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