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Best माह Shayari, Status, Quotes, Stories

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Amit Singhal "Aseemit"

Poonam Suyal

💐🥳🥳Shayari Challenge: submit before 6a.m the next day , mentioning 'Done' in comment section. No plagiarism please. 💐नमस्कार ! साथियों Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करते है ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाएँ । 💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें .... (2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी) 💐 Font size छोटा रखें ताकी wall paper

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आया है ये पावन माह-ए-सियाम
भूल कर सारे रंज-ओ-ग़म छू लो नए आयाम  💐🥳🥳Shayari Challenge: submit before 6a.m the next day , mentioning 'Done' in comment section. No plagiarism please.
💐नमस्कार ! साथियों 
Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करते है ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाएँ ।

💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें ....
(2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी)

💐 Font size छोटा रखें ताकी wall paper

DR. SANJU TRIPATHI

💐🥳🥳Shayari Challenge: submit before 6a.m the next day , mentioning 'Done' in comment section. No plagiarism please. 💐नमस्कार ! साथियों Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करते है ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाएँ । 💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें .... (2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी) 💐 Font size छोटा रखें ताकी wall paper

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माह-ए- सियाम कुछ ऐसा करिश्मा दिखा दे,
दुनियाँ से इस कोरोना महामारी को मिटा दे। 💐🥳🥳Shayari Challenge: submit before 6a.m the next day , mentioning 'Done' in comment section. No plagiarism please.
💐नमस्कार ! साथियों 
Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करते है ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाएँ ।

💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें ....
(2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी)

💐 Font size छोटा रखें ताकी wall paper

meena

#माह-ए-रमजान चल रहा है। #RAMADAAN

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मांग लो खुदा से उसकी सलामती की दुआ
की माह-ए-रमजान चल रहा है।
 सच्चे दिल की दुआ होगी कबूल
की माह-ए-रमजान चल रहा है।
महफूज  रखना ए खुदा 
हर उस शख्स को 
जिसकी सलामती की दुआ  उसका अपना कितनी दफा कर रहा है।
कबूल कर लो मेरी दुआ 
की माह-ए-रमजान चल रहा है।

©meena #माह-ए-रमजान चल रहा है।

#RAMADAAN

Rahul Yadav

सिसक रहा है ये जाता-जाता मोहब्बत का महीना।
फिर ताज़ा-ताज़ा दिल टूटा होगा किसी का शायद!

#माह-ए-मोहब्बत_की_बारिश
🌧️⛈️🌧️⛈️🌧️🌧️ #Opposite_of_love

THE VIKRANT RAJLIWAL SHOW

vikrantrajliwal.com Kavi, Shayar & Natakakar Vikrant Rajliwal (YouTube channel) 🙏 नमस्कार मित्रों, जैसा कि मैंने आपसे कहा था कि अब अपनी अगली वीडियो रिकार्डिन शायद अगले माह ही कर सकूँ परन्तु अब आपको अत्यंत ही हर्ष से सूचित करता हु कि अब शायद अब इसी माह अपनी आगामी वीडियो की रिकार्डिन कर सकूँ। इसके साथ ही मैं आपका मित्र विक्रांत राजलीवाल आप सभी को यह विशवास देता हूं कि मेरी आगामी नज़्म-ग़ज़ल की रिकार्डिन को देखने सुनने के बाद आप शायद स्वम् को भी भूल जाए। इसीलिए अपने दिल को थाम कर रखिएगा।

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 vikrantrajliwal.com

Kavi, Shayar & Natakakar Vikrant Rajliwal
(YouTube channel) 

🙏 नमस्कार मित्रों, जैसा कि मैंने आपसे कहा था कि अब अपनी अगली वीडियो रिकार्डिन शायद अगले माह ही कर सकूँ परन्तु अब आपको अत्यंत ही हर्ष से सूचित करता हु कि अब शायद अब इसी माह अपनी आगामी वीडियो की रिकार्डिन कर सकूँ।

इसके साथ ही मैं आपका मित्र विक्रांत राजलीवाल आप सभी को यह विशवास देता हूं कि मेरी आगामी नज़्म-ग़ज़ल की रिकार्डिन को देखने सुनने के बाद आप शायद स्वम् को भी भूल जाए। इसीलिए अपने दिल को थाम कर रखिएगा।

बख़्शी डायरी

माह-ए-रमजान nojoto wish #New #Time #lifelessons #urdupoetry #urdushayari #urduadab तरूण.कोली.विष्ट Satyaprem Ayan khan 😊😊 Aasifa Khanam Husain Abbas

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परिन्दें भी  देख  कर  है  हैरान-ओ-परेशान
मौसमो की तरह बदल रहे है जो मुसलमान

नूर-ए-इबादत  फैली  है  जो सारे जहान में
 बे-पनाह रहमतों से तेरी ऐ माह-ए-रमजान 

अपनी दुनिया  सवारने में  लगे थे जो नादान 
काफिरों की सोहबत में भूल बैठे थे जो ईमान

इबादतों में गुज़ार रहे है वो भी शाम-ओ-सहर
बे-पनाह रहमतों  से  तेरी  ऐ  माह-ए-रमजान

मस्जिद-ओ-मुसल्ला जो कल रहती थी  वीरान
बहाना-ए-वक़्त बनाकर भटक रहे थे जो इंसान

नज़र आरहे है वो भी आज बारगाह-ए-इलाही में
बे-पनाह  रहमतों  से  तेरी  ऐ   माह-ए-रमजान

दुआँओ में एक दुआँ "साबिर" की क़ुबूल करना
के रूह हो जुदा ज़िस्म से, पर न हो जुदा ईमान

-साबिर बख़्शी माह-ए-रमजान

#nojoto #wish #new #time #LifeLessons #urdupoetry #urdushayari #urduadab  तरूण.कोली.विष्ट Satyaprem Ayan khan 😊😊 Aasifa Khanam Husain Abbas

निखिल कुमार अंजान

न्यू वाली नही इसमे कोई बात है
बदलना कैलेंडर को हर साल है
हिंदी महीनों के हिसाब से तो
अपना नव वर्ष कुछ समय पश्चात है
लेकिन हम ठहरे कॉपी पेस्ट वाले
लगती हमे अपनी चीजें कँहा कुछ खास है
वेस्टर्न कल्चर के पीछे हम ऐसे भागे
भूल गए कि हम नव वर्ष क्यों है मनाते
इसमे नही होता कुछ खास है
ठंडी लगाती सबकी व्हॉट है
चैत्र माह की शुक्ल प्रतिपदा को नव वर्ष है आता
चारों और फैलती हरियाली खुशियों का संदेश लाता
किसानों की भी कटती फसल वो जश्न मनाता
वित्तीय बजट भी सरकार द्वारा पेश किया जाता
फाल्गुन फिजा मे चार चाँद है लगाता
मौसम भी कितना सुहावना है हो जाता
चैत्र माह के साथ ही नवरात्रों का पर्व है आता
माता की भक्ति मे लीन होकर भारतीय नव वर्ष
 का आगाज है किया जाता......   

#निखिल_कुमार_अंजान..... #nojoto 
#मेरी_डायरी.....
#निखिल_कुमार_अंजान.....

Sunita Bishnolia

#पागलपन वो सनक रहे देखो उनपर कैसा पागलपन छाया है, रमजान माह के पाक माह में, क्यों उत्पात मचाया है। वो नाम खुदा का लेकर के

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#पागलपन

वो सनक रहे देखो उनपर
कैसा पागलपन छाया है,
रमजान माह के पाक माह में,
क्यों उत्पात मचाया है।

वो नाम खुदा का लेकर के

Ramandeep Kaur

#tales कहानी :- विद्या दान 📝 देश भक्ति का अर्थ हथियार लेके बॉडर पर लड़ना ही है क्या? र्कान्ति का मतलब नारेबाज़ी और अनशन है क्या? ये तो जज्बे की बात है, जब इनसान का हृदय चितकार करे और समाज को अपने होने का सबूत देते हुए निस्वार्थ भाव से कुछ दान करे तब शायद कृान्ति आए और वही सच्ची देशभक्ति हो। एक दिन पापा मुझे, मेरे छोटे भाई और माँ को घुमाने के बहाने हमारे शहर की हरिजन बस्ती में ले गए। स्वाभाविक था, हम सब हैरान थे। फिर लगा शायद पापा को कुछ काम होगा। पर वे बोले चलो तुम लोग सामने मंदिर में जा के

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 #Tales 
कहानी :- विद्या दान 📝

देश भक्ति का अर्थ हथियार लेके बॉडर पर लड़ना ही है क्या? र्कान्ति का मतलब नारेबाज़ी और अनशन है क्या? 
ये तो जज्बे की बात है, जब इनसान का हृदय चितकार करे और समाज को अपने होने का सबूत देते हुए निस्वार्थ भाव से कुछ दान करे तब शायद कृान्ति आए और वही सच्ची देशभक्ति हो। 
एक दिन पापा मुझे, मेरे छोटे भाई और माँ को घुमाने के बहाने हमारे शहर की हरिजन बस्ती में ले गए। स्वाभाविक था, हम सब हैरान थे। फिर लगा शायद पापा को कुछ काम होगा। पर वे बोले चलो तुम लोग सामने मंदिर में जा के
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